ETV Bharat / state

Vaishali News: 'मैं तो जिंदा हूं..' सरकारी कागजात में 'मृत' घोषित बुजुर्ग का दर्द, भतीजे की साजिश का हुआ शिकार - old man roaming with proof of being alive

वैशाली में रेलवे के सेवानिवृत्त एक बुजुर्ग को अंचल कार्यालय में अपने जीवित होने का सबूत देना पड़ गया. तब जाकर सीओ ने उन्हें जिंदा माना. दरअसल बुजुर्ग के भतीजे ने उन्हें अपना पिता बनाकर मृत घोषित कर दिया था. ये पूरी साजिश बुजुर्ग की जमीन हड़पने को लेकर की गई थी.

जीवित होने का प्रमाण लेकर घूम रहे बुजुर्ग
जीवित होने का प्रमाण लेकर घूम रहे बुजुर्ग
author img

By

Published : May 29, 2023, 7:24 AM IST

वैशालीः बिहार के वैशाली में लालगंज नगर परिषद क्षेत्र के अगरपुर बर्बन्ना वार्ड नम्बर 12 निवासी रामनाथ शर्मा पिता स्वर्गीय राम परीक्षण शर्मा को उनके ही भतीजे ने जमीन हड़पने की नीयत से मृत घोषित कर दिया. अब रामनाथ शर्मा ने जिलाधिकारी एवं अंचलाधिकारी को आवेदन देकर अपने जीवित होने का सबूत दिया है. जिलाधिकारी को दिए गए अपने आवेदन में उन्होंने कहा है कि वे जीवित है और लालगंज के निवासी है. वर्तमान में रेलवे विभाग से सेवानिवृत्त होकर पश्चिम बंगाल के खड़गपुर में रह रहे हैं.

ये भी पढ़ेंः Bagaha News: जिंदा होने का सबूत लेकर दफ्तरों का चक्कर काट रहे हैं बुजुर्ग, सरकारी रिकॉर्ड में मृत घोषित

भतीजे ने साजिश के तहत किया मृत घोषितः इस सिलसिले में रामनाथ शर्मा ने बताया कि उनके अपने भाई शंभू नाथ शर्मा, भतीजे अजय कुमार शर्मा एवं अन्य लोगों ने साजिश करके लालगंज नगरपालिका से कर्मचारी के मेल से पैतृक संपत्ति हड़पने के लिए मृत्युपंजी में मृत घोषित कराकर उनका मृत्यु प्रमाण पत्र बनवा लिया. जब रामनाथ शर्मा को इसकी जानाकरी हुई तो उन्होंने अपने जीवित होने का सभी प्रमाण पत्र आधार कार्ड, पैन कार्ड, रेलवे विभाग में दिनांक 5/ 8/ 1978 से 31/ 12/ 2013 तक नौकरी करने का प्रमाण भी पेश किया. उन्होंने बताया कि वे 2013 में रेलवे विभाग से सेवानिवृत्त होकर आज पेंशन पा रहे हैं. उन्होंने बैंक का पासबुक दिखाते हुए बताया कि आज भी उनका पेंशन आता है और वे रामनाथ शर्मा ही है.

बुजुर्ग ने दिया जीवित होने का प्रमाण पत्रः आरोप है कि रामनाथ शर्मा के भतीजे अजय कुमार शर्मा ने थाना से लेकर जिला तक आवेदन देकर यह कहा था कि उनके पिता रामनाथ शर्मा की मृत्यु वर्ष 1984 में ही हो गई है और यह व्यक्ति जो कि मेरे चाचा रामानंद शर्मा है रामनाथ शर्मा बनकर उनके हिस्से की जमीन बेच रहे हैं. मामला जब तूल पकड़ा तो रामनाथ शर्मा स्वयं अंचलाधिकारी एवं जिलाधिकारी के यहां प्रस्तुत होकर अपने जीवित होने का प्रमाण पत्र पेश करते हुए बताया कि अजय कुमार शर्मा उनके भाई नथिया शर्मा के पुत्र हैं. जिनकी मृत्यु काफी पहले हो चुकी है.

"उन लोगों ने मेरी संपत्ति हड़पने के लिए फर्जी तरीके से मुझे मृत बता दिया, जबकि मैं जीवित हूं और अपने जीवित होने का तमाम प्रमाण अंचल कार्यालय में दे चुका हूं. मेरे भतीजे अजय कुमार शर्मा और भाई शंभू नाथ शर्मा ने ये सब साजिश की है"- रामनाथ शर्मा, पीड़ित बुजुर्ग

कोर्ट में मामला दर्ज कराएंगे रामनाथ शर्माः रामनाथ शर्मा ने जीते जी फर्जीवाड़ा कर उन्हें मृत घोषित करने वालों के विरुद्ध न्यायालय में मामला दर्ज करवाने की भी बात कही है. वहीं, अंचलाधिकारी पंकज कुमार ने बताया कि रामनाथ शर्मा जीवित है. बावजूद इसके उन्हें अपना जीवित होने का प्रमाणपत्र प्रस्तुत करना पर रहा है. सीओ ने बताया कि उनको भी परेशान होना पर रहा है. सभी बिंदुओं पर जांच पड़ताल की गई है. जरूरी हुआ तो आवश्यक कानूनी कार्रवाई भी की जाएगी.

"रामनाथ शर्मा जीवित है. लेकिन उन्हें अपना जीवित होने का प्रमाणपत्र प्रस्तुत करना पड़ रहा है. सभी बिंदुओं पर जांच पड़ताल की गई है. जरूरी हुआ तो आवश्यक कानूनी कार्रवाई भी की जाएगी" - पंकज कुमार, अंचलाधिकारी लालगंज.

वैशालीः बिहार के वैशाली में लालगंज नगर परिषद क्षेत्र के अगरपुर बर्बन्ना वार्ड नम्बर 12 निवासी रामनाथ शर्मा पिता स्वर्गीय राम परीक्षण शर्मा को उनके ही भतीजे ने जमीन हड़पने की नीयत से मृत घोषित कर दिया. अब रामनाथ शर्मा ने जिलाधिकारी एवं अंचलाधिकारी को आवेदन देकर अपने जीवित होने का सबूत दिया है. जिलाधिकारी को दिए गए अपने आवेदन में उन्होंने कहा है कि वे जीवित है और लालगंज के निवासी है. वर्तमान में रेलवे विभाग से सेवानिवृत्त होकर पश्चिम बंगाल के खड़गपुर में रह रहे हैं.

ये भी पढ़ेंः Bagaha News: जिंदा होने का सबूत लेकर दफ्तरों का चक्कर काट रहे हैं बुजुर्ग, सरकारी रिकॉर्ड में मृत घोषित

भतीजे ने साजिश के तहत किया मृत घोषितः इस सिलसिले में रामनाथ शर्मा ने बताया कि उनके अपने भाई शंभू नाथ शर्मा, भतीजे अजय कुमार शर्मा एवं अन्य लोगों ने साजिश करके लालगंज नगरपालिका से कर्मचारी के मेल से पैतृक संपत्ति हड़पने के लिए मृत्युपंजी में मृत घोषित कराकर उनका मृत्यु प्रमाण पत्र बनवा लिया. जब रामनाथ शर्मा को इसकी जानाकरी हुई तो उन्होंने अपने जीवित होने का सभी प्रमाण पत्र आधार कार्ड, पैन कार्ड, रेलवे विभाग में दिनांक 5/ 8/ 1978 से 31/ 12/ 2013 तक नौकरी करने का प्रमाण भी पेश किया. उन्होंने बताया कि वे 2013 में रेलवे विभाग से सेवानिवृत्त होकर आज पेंशन पा रहे हैं. उन्होंने बैंक का पासबुक दिखाते हुए बताया कि आज भी उनका पेंशन आता है और वे रामनाथ शर्मा ही है.

बुजुर्ग ने दिया जीवित होने का प्रमाण पत्रः आरोप है कि रामनाथ शर्मा के भतीजे अजय कुमार शर्मा ने थाना से लेकर जिला तक आवेदन देकर यह कहा था कि उनके पिता रामनाथ शर्मा की मृत्यु वर्ष 1984 में ही हो गई है और यह व्यक्ति जो कि मेरे चाचा रामानंद शर्मा है रामनाथ शर्मा बनकर उनके हिस्से की जमीन बेच रहे हैं. मामला जब तूल पकड़ा तो रामनाथ शर्मा स्वयं अंचलाधिकारी एवं जिलाधिकारी के यहां प्रस्तुत होकर अपने जीवित होने का प्रमाण पत्र पेश करते हुए बताया कि अजय कुमार शर्मा उनके भाई नथिया शर्मा के पुत्र हैं. जिनकी मृत्यु काफी पहले हो चुकी है.

"उन लोगों ने मेरी संपत्ति हड़पने के लिए फर्जी तरीके से मुझे मृत बता दिया, जबकि मैं जीवित हूं और अपने जीवित होने का तमाम प्रमाण अंचल कार्यालय में दे चुका हूं. मेरे भतीजे अजय कुमार शर्मा और भाई शंभू नाथ शर्मा ने ये सब साजिश की है"- रामनाथ शर्मा, पीड़ित बुजुर्ग

कोर्ट में मामला दर्ज कराएंगे रामनाथ शर्माः रामनाथ शर्मा ने जीते जी फर्जीवाड़ा कर उन्हें मृत घोषित करने वालों के विरुद्ध न्यायालय में मामला दर्ज करवाने की भी बात कही है. वहीं, अंचलाधिकारी पंकज कुमार ने बताया कि रामनाथ शर्मा जीवित है. बावजूद इसके उन्हें अपना जीवित होने का प्रमाणपत्र प्रस्तुत करना पर रहा है. सीओ ने बताया कि उनको भी परेशान होना पर रहा है. सभी बिंदुओं पर जांच पड़ताल की गई है. जरूरी हुआ तो आवश्यक कानूनी कार्रवाई भी की जाएगी.

"रामनाथ शर्मा जीवित है. लेकिन उन्हें अपना जीवित होने का प्रमाणपत्र प्रस्तुत करना पड़ रहा है. सभी बिंदुओं पर जांच पड़ताल की गई है. जरूरी हुआ तो आवश्यक कानूनी कार्रवाई भी की जाएगी" - पंकज कुमार, अंचलाधिकारी लालगंज.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.