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'कोरोना में सब टनाटन है, यहां कुछो नहीं है..' वैशाली में बिना मास्क के घूम रहे लोगों की अजीबो-गरीब दलील - etv bharat news

बिहार में कोरोना की तीसरी लहर ने दस्तक दे दी है. लेकिन राजधानी पटना से सटे वैशाली जिले में लोग कोरोना को काफी हलके में ले रहे हैं. शहर में बिना मास्क (People Roaming Without Mask In Vaishali) के घूम रहे लोगों की कोरोना को लेकर क्या दलील है, आप खुद ही सुन लीजिए.

वैशाली में नहीं है लोगों को कोरोना का डर
वैशाली में नहीं है लोगों को कोरोना का डर
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Published : Jan 5, 2022, 5:11 PM IST

वैशालीः बिहार में कोरोना की तीसरी लहर (Third Wave Of Corona) ने सरकार और लोगों की चिंता बढ़ा दी है. वैशाली में भी कोरोना विस्फोट हुआ है, इसके बावजूद वैशाली के ज्यादातर लोग (people negligence regarding corona) लापरवाही बरत रहे हैं. ग्रामीण क्षेत्रों में तो बगैर मास्क के ही लोग घूम रहे हैं. कोविड-19 को लेकर वैशाली जिला प्रशासन ने जितने भी जागरुकता अभियान चलाए थे, उसका असर धरातल पर नहीं दिख रहा है.

ये भी पढ़ेंः वैशाली में फूटा कोरोना बम: सदर SDO-SDPO और डिप्टी सिविल सर्जन सहित कई लोग पॉजिटिव

देश और दुनिया समेत सभी जगह पर कोविड-19 ने कोहराम मचा रखा है. वैशाली में सदर एसडीपीओ, सदर एसडीओ और सदर अस्पताल के डिप्टी सुपरिटेंडेंट कोरोना वायरस की चपेट में आ चुके हैं. वहीं 15 से ज्यादा आम लोग भी कोविड-19 पॉजिटिव हैं. ऐसे में ग्रामीण क्षेत्र के लोगों से जब ईटीवी भारत के संवाददाता ने बात की तो इनकी दलील हैरान करने वाली थी.

जिले के देहाती क्षेत्र के लोग बगैर मास्क पहने अपने काम में लगे हुए हैं. उन्हें कारोना का कोई डर नहीं है. हाजीपुर से लालगंज रोड पर गांव में लोगों से जब कोविड-19 के बारे में पूछा गया तो कईयों ने इसे हलके में लेते हुए जवाब दिया. सामान खरीदने आई एक निजी स्कूल की शिक्षिका सुनीता देवी ने कहा कि यहां पर लोग जागरुक नहीं है. लोगों को जागरूक होना चाहिए. हालांकि वह खुद मास्क लगाई हुई नहीं थी. मास्क उनका गले में लटका हुआ था.

देखें वीडियो

वहीं, सुमन कुमार कहते हैं कि करोना में सब टनाटन है. यह कुछ नहीं, सारी बातें बेकार है. सर्दी खांसी होने पर गांव का डॉक्टर ही ठीक कर रहा है. हाजीपुर जाने पर कोविड-19 अस्पताल में भर्ती कर देता है.

ये भी पढ़ेंः 2022 में पहली मौत! पटना में कोरोना से गई एक की जान.. 65 वर्षीय व्यक्ति ने NMCH में तोड़ा दम

दूसरी ओर दुकानदार प्रमोद कुमार का कहना था कि लोग जागरूक हैं. सोशल डिस्टेंसिंग का पालन कर रहे हैं. वह दुकानदार हैं इसलिए चादर लपेट लेते हैं. इस संदर्भ में स्थानीय राकेश कुमार सिंह ने कहा कि वो हरियाणा से 2 दिन पहले ही यहां लौटे हैं. बाहर में करोना फैला हुआ है, लेकिन इधर नहीं है. मास्क लगाने के सवाल पर उनकी दलील है कि वह घर के जरूरी काम से निकले थे, इसलिए मास्क लगाना भूल गए.

इस दौरान पटना में पदस्थापित डॉक्टर समीर से बात हुई जो अपने गांव आए हुए थे. उन्होंने बताया कि कुछ लोग जागरूक जरूर है. वहीं कुछ लोग अनदेखी भी कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि पिछली बार कोरोना वायरस से एक ही जगह पर 20 से ज्यादा लोग संक्रमित पाए गए थे. इस बार खास ख्याल रखना चाहिए.

ये भी पढ़ें- बड़ी खबर: बिहार के दोनों उप मुख्यमंत्री के साथ-साथ तीन मंत्री हुए कोरोना पॉजिटिव

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वैशालीः बिहार में कोरोना की तीसरी लहर (Third Wave Of Corona) ने सरकार और लोगों की चिंता बढ़ा दी है. वैशाली में भी कोरोना विस्फोट हुआ है, इसके बावजूद वैशाली के ज्यादातर लोग (people negligence regarding corona) लापरवाही बरत रहे हैं. ग्रामीण क्षेत्रों में तो बगैर मास्क के ही लोग घूम रहे हैं. कोविड-19 को लेकर वैशाली जिला प्रशासन ने जितने भी जागरुकता अभियान चलाए थे, उसका असर धरातल पर नहीं दिख रहा है.

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जिले के देहाती क्षेत्र के लोग बगैर मास्क पहने अपने काम में लगे हुए हैं. उन्हें कारोना का कोई डर नहीं है. हाजीपुर से लालगंज रोड पर गांव में लोगों से जब कोविड-19 के बारे में पूछा गया तो कईयों ने इसे हलके में लेते हुए जवाब दिया. सामान खरीदने आई एक निजी स्कूल की शिक्षिका सुनीता देवी ने कहा कि यहां पर लोग जागरुक नहीं है. लोगों को जागरूक होना चाहिए. हालांकि वह खुद मास्क लगाई हुई नहीं थी. मास्क उनका गले में लटका हुआ था.

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वहीं, सुमन कुमार कहते हैं कि करोना में सब टनाटन है. यह कुछ नहीं, सारी बातें बेकार है. सर्दी खांसी होने पर गांव का डॉक्टर ही ठीक कर रहा है. हाजीपुर जाने पर कोविड-19 अस्पताल में भर्ती कर देता है.

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दूसरी ओर दुकानदार प्रमोद कुमार का कहना था कि लोग जागरूक हैं. सोशल डिस्टेंसिंग का पालन कर रहे हैं. वह दुकानदार हैं इसलिए चादर लपेट लेते हैं. इस संदर्भ में स्थानीय राकेश कुमार सिंह ने कहा कि वो हरियाणा से 2 दिन पहले ही यहां लौटे हैं. बाहर में करोना फैला हुआ है, लेकिन इधर नहीं है. मास्क लगाने के सवाल पर उनकी दलील है कि वह घर के जरूरी काम से निकले थे, इसलिए मास्क लगाना भूल गए.

इस दौरान पटना में पदस्थापित डॉक्टर समीर से बात हुई जो अपने गांव आए हुए थे. उन्होंने बताया कि कुछ लोग जागरूक जरूर है. वहीं कुछ लोग अनदेखी भी कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि पिछली बार कोरोना वायरस से एक ही जगह पर 20 से ज्यादा लोग संक्रमित पाए गए थे. इस बार खास ख्याल रखना चाहिए.

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