वैशाली: लोकसभा क्षेत्र से एनडीए प्रत्याशी पशुपति पारस लंबे समय तक इंतजार के बाद एनडीए की बैठक में शामिल हुए. इस बैठक में उन्होंने अपने बड़े भाई राम विलास पासवान को भगवान बताया.
नहीं बन सकता रामविलास
उन्होंने कहा कि वो लोजपा सुप्रीमो रामविलास पासवान की तरह को नहीं बन पाएंगे, मगर अपने कामों में भ्रष्टाचार का दाग नहीं आने देंगे. पशुपति पारस ने कहा कि वो कम बोलते हैं, मगर काम में विश्वास करते हैं.
पशुपति पारस को मिली नसीहत
हलांकि इस बैठक में घटक दल जदयू और भाजपा नेताओं द्वारा भाषण के दौरान लोजपा प्रत्याशी पशुपति कुमार पारस को नसीहत देने को लेकर भी गरमा-गरमी का माहौल रहा.
क्षेत्र भ्रमण की नसीहत
एक तरफ जहां जदयू के प्रदेश महासचिव देवकुमार चौरसिया ने कार्यकर्ताओं की भावनाओं को ध्यान में रखते हुए पशुपति पारस को क्षेत्र भ्रमण कर असलियत जानने का नसीहत दिया.
अच्युतानंद सिंह ने बयां किया दर्द
वहीं दूसरी ओर भाजपा के पूर्व विधायक अच्युतानंद सिंह ने टिकट ना मिलने की अपनी पीड़ा बयान करते हुए कहा कि उनके पास एके 47 जैसी ताकत नहीं है, शायद इसीलिए पार्टी ने उन्हें टिकट नहीं दिया.