वैशालीः बिहार के वैशाली से एक अजीबोगरीब वाकया सामने आया है. आपने कई फिल्मों में देखा होगा कि इंसान का किसी दूसरे का हमशक्ल होने से काफी बखेड़ा खड़ा हो जाता है, लेकिन यहां मामला थोड़ा अलग है. दरअसल, यहां एक पालतू कुत्ते को पुलिस का खोजी कुत्ता (sniffer dog of police ) समझकर शराब माफियाओं ने जहर देकर (Liquor Smuggler killed Dog In Vaishali) मार डाला. घटना के बाद कुत्ते के मालिक ने थाने में मामला दर्ज कराया है. पुलिस अब पालतू डाॅगी को मारने वालों की तलाश में जुटी है. घटना हाजीपुर के सदर थाना क्षेत्र के लालपोखर दिग्घी की है.
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शराब माफियाओं ने पालतू कुत्ते को माराः शराब माफियाओं पर एक कुत्ते को मारने का मामला पुलिस थाने में दर्ज हुआ है. आरोप है कि एक घरेलू कुत्ता जो बिहार पुलिस के एक खोजी कुत्ता काले रंग के लेब्रा डॉग 'हंटर' की कद काठी व रंग रूप से मिलता है, उसे शराब का कारोबारियों ने मार डाला. कुत्ते के मालिक ने बताया कि उनका कुत्ता शराब माफियाओं के इलाके में पहुंच गया तो उनलोगों में हड़कंप मच गया. कुत्ते को पहले मछली मारने वाले जाल से किसी तरह पकड़ा गया, फिर उसे जहर देकर और पीट-पीटकर मार डाला गया. मालिक ने इस मामले को लेकर सदर थाना में लिखित आवेदन देकर कुत्ते की हत्या कर दिए जाने का मामला दर्ज कराया है. कुत्ता मालिक का आरोप है कि उसके कुत्ते की शक्ल पुलिस के खोजी कुत्ते से मिलती थी. इसलिए शराब माफियाओं ने उसके कुत्ते की हत्या कर दी. आवेदन के आधार पर पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है और कुत्ते के हत्यारों की खोजबीन में जुट गई है.
कुत्ते के मालिक ने दर्ज कराई प्राथमिकीः सदर थाना क्षेत्र के दिघी लाल पोखर निवासी प्रभात कुमार सदर ने सदर थाना प्रभारी को लिखित आवेदन दिया है. जिसमें उन्होंने बताया है कि उनका काले रंग का लेब्रा डॉग जिसने लाल रंग का बेल्ट पहना हुआ था. उसे वह 10 मई 2020 को पटना से खरीद कर लाए थे. उनके ही ग्रामीणों ने कुत्ते को जहर देकर और पीट-पीटकर मार डाला है. कुत्ते की हत्या का आरोप करीब आधा दर्जन लोगों पर लगाया गया है. आवेदन में लिखा है कि कुत्ते को मारने वाले लोग देसी- विदेशी शराब बेचने का काम करते हैं. जिन से जुड़ा एक व्यक्ति अभी भी शराब के मामले में जेल में बंद है. कुत्ते को मारने के बाद इन शराब माफियाओं से उन्हें भी खतरा है. प्रभात कुमार का कहना है कि मेरे लेब्रा डॉग को पुलिस का खोजी कुत्ता समझकर मार दिया गया है. काफी खोजबीन के बाद अगल बगल से कुछ तस्वीरें मिली है. जिसके आधार पर हमने थाने में मामला दर्ज कराया है. इसमें पांच नामजद और 2 अज्ञात के विरुद्ध एफआईआर किया गया है.
"मेरे पास एक लेब्रा डॉग था जिसे करीब ढाई साल से रखे हुए थे उसे पुलिस का खोजी कुत्ता समझकर उसे मार दिया गया है. काफी खोजबीन के बाद अगल बगल से कुछ तस्वीरें मिली है. जिसके आधार पर हमने थाने में मामला दर्ज कराया है. इसमें पांच नामजद और दो अज्ञात के विरुद्ध एफआईआर किया गया है. कुत्ता मारने वाले लोग शराब माफिया है. आज भी उनके परिवार से लोग जेल में है. इसलिए उन लोगों को लगा कि यह पुलिस का खोजी कुत्ता है और उसे पकड़कर पहले जहर दिया और फिर लाठी से पीट-पीटकर मार डाला" - प्रभात कुमर, कुत्ता मालिक
क्यों हंटर से डरते हैं शराब माफियाः बिहार सरकार की ओर से दियारा क्षेत्रों में बड़े पैमाने पर शराब माफियाओं के खिलाफ कार्रवाई की गई थी. इसमें पुलिस की ओर से ट्रेंड किया गया 'हंटर' नाम का काले रंग के लेब्रा डॉग ने कई शराब ठिकानों का पता लगाकर शराब माफियाओं की कमर तोड़ दी थी. इसमें खासकर राघोपुर के दियारा क्षेत्र में जमीन के अंदर छुपा कर रखे गए शराब को भी 'हंटर' ने ही खोजा था. हंटर तब मीडिया के माध्यम से सुर्खियों में आया था. यही नहीं कई अन्य आपराधिक मामलों में भी पुलिस को इस कुत्ते की मदद मिल चुकी है. यही कारण है कि अपराधी से लेकर शराब माफिया तक में इसके नाम से ही खौफ है.
"सदर थाना क्षेत्र में एक मामला प्रतिवेदन हुआ है जिसमें मालिक प्रभात कुमार ने बताया है कि काले रंग के लेब्रा डॉग जिसको उन्होंने लाल रंग का बेल्ट लगाया हुआ था उनके घर से बाहर निकल गया था. उसे कुछ ग्रामीण लोगों द्वारा पीट-पीटकर मार दिया गया है. इस संबंध में प्राथमिकी दर्ज की गई है.आगे की कार्रवाई की जा रही है. अभी प्राथमिकी में यह बात अंकित नहीं की गई है कि उसे पुलिस का कुत्ता समझकर ही मारा गया है. अनुसंधान में पता चल पाएगा कि किस वजह से मार गया है. हां, देखने में कुत्ता एकदम पुलिस के कुत्ते जैसा ही लग रहा था" - राघव दयाल, सदर एसडीपीओ