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'70 में खरीदा.. 100 में बेचा' : तस्करों की जुबानी सुनिए.. किस तरह बिहार में होता है 'शराब का खेल'

वैशाली में बोलेरो और ऑटो में लदे 400 लीटर देसी शराब के साथ दो धंधेबाज पकड़े (Two liquor smugglers arrested from Vaishali ) गए हैं. धंधेबाजों ने शराब खरीद-बिक्री के खेल को लेकर कई बड़े राज बताए. उन्होंने बताया कि 70 रुपए लीटर खरीद कर 100 रुपये लीटर शराब बेची जाती है. इसके अलावा भी कई अहम जानकारियां दी. पढ़ें पूरी खबर..

वैशाली में देसी शराब की बड़ी खेप बरामद
वैशाली में देसी शराब की बड़ी खेप बरामद
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Published : Dec 29, 2022, 6:15 PM IST

Updated : Dec 29, 2022, 6:40 PM IST

वैशाली में देसी शराब की बड़ी खेप बरामद

वैशाली: बिहार के वैशाली में देसी शराब की बड़ी खेप पुलिस ने बरामद (Large consignment of country made liquor recovered) की है. बोलेरो और ऑटो में 400 लीटर देसी शराब के साथ दो धंधेबाजों को गिरफ्तार किया गया है. उत्पाद विभाग ने बिदुपुर थाना क्षेत्र के राजासन बाजार में यह कार्रवाई की. ऑटो में तहखाना बनाकर उसमें शराब छिपाकर रखी गई थी. पकड़े गए धंधेबाजों बताया कि 70 रुपए लीटर खरीद कर 100 लीटर शराब बेचते हैं. दियारा में बहुत लोग देसी शराब बनाते हैं. वहीं से शराब लाकर बेचा जाता है.

ये भी पढ़ेंः बिहार में स्कूल बना मदिरालय! पुलिस ने जब्त की 140 कार्टन विदेशी शराब

400 लीटर देसी शराब बरामदः उत्पाद विभाग ने बिदुपुर थाना क्षेत्र के राजासन बाजार में गुप्त सूचना के आधार पर छापेमारी कर मौके से एक बोलेरो और एक ऑटो को पकड़ा. साथ ही दोनों गाड़ियों से एक-एक धंधेबाज को भी गिरफ्तार किया गया है, जो खुद गाड़ी चलाकर बड़े पैमाने पर देसी शराब की डिलीवरी देने जा रहे थे. इन दोनों के पास से 400 लीटर तैयार देसी शराब बरामद किया गया है.

70 में खरीदकर 100 रुपये लीटर बेचते हैं शराबः उत्पाद विभाग के हत्थे चढ़ा धंधेबाज वेद प्रकाश और प्रकाश कुमार दोनों बिदुपुर थाना क्षेत्र के रहने वाले हैं. दोनों ने शराब के अघोषित उद्योग के बारे में जो जानकारी दी वह बेहद ही चौंकाने वाला है. ऑटो में तहखाना बनाकर शराब की तस्करी करने वाले प्रकाश कुमार का कहना है कि वह 100 रुपए लीटर के हिसाब से शराब बेचता है. जिसे वह 70 रुपए लीटर खरीदता है. ऑटो के तहखाने में तीन हजार रुपए की शराब लेकर जाता है. उसे 5 हजार में बेचता है.

" दियारा में बहुत सारे लोग शराब बनाते हैं. वहीं से खरीद कर ले जा रहे थे. एक सौ रुपए लीटर शराब बेचते हैं. 70 रुपए लीटर खरीदते हैं. छह दिन पहले से काम कर रहे थे. शराब महुआ ले जा रहे थे. तीन हाजर रुपये का शराब लिये हैं, 5 हजार रुपए में बिकता है" - प्रकाश कुमार, शराब तस्कर

एक खेप ले जाने का मिलता है 5-6 हजार रुपयाः वहीं बोलेरो के साथ पकड़े गए धंधेबाज वेद प्रकाश का कहना है कि एक बार शराब की खेप ले जाने पर उसे 5 से 6 हजार रुपए की आमदनी होती है. इसलिए उसने अपने एक रिलेटिव से झूठ बोलकर बोलेरो को इस धंधे में लगाया हुआ है. उसने यह भी बताया कि दूसरी गाड़ियों से भी वह शराब की खेप पहुंचा चुका है. वहीं इस कार्रवाई को अंजाम देने वाले उत्पाद इंस्पेक्टर अजीत कुमार ने बताया कि गुप्त सूचना के आधार पर एक बोलेरो और एक ऑटो को पकड़ा गया है. जिसके अंदर से 400 लीटर शराब बरामद की गई है.

"लिटियाही दियारा से शराब लेकर जा रहे थे. वहां से शराब महुआ लेकर जाते हैं. दियारा में कुछ लोग शराब बनाते हैं, एक बार शराब ले जाने का 5 से 6 हजार रुपया मिलता है. गाड़ी हम ड्राइव करते हैं. एक रिलेटिव में अंकल लगते हैं उनसे झूठ बोलकर गाड़ी ले लिये थे. उनको नहीं पता था कि इस गाड़ी के धंधा होता है. इसके पहले दूसरी गाड़ी ले गए थे" - वेद प्रकाश, शराब तस्कर

ऑटो में तहखाना बनाकर छिपाई थी शराबः अजीत कुमार ने बताया कि बोलेरो के सारे शीशों को काला कर बाहर से विजिबिलिटी खत्म कर दी गई थी. वही टेंपो में तहखाना बनाकर शराब ले जाया जा रहा था. बता दें कि गंगा और गंडक के दियारा क्षेत्र में बड़े पैमाने पर देसी शराब का निर्माण होता है. पुलिस और उत्पाद विभाग बार-बार जाकर शराब निर्माण को रोकने का प्रयास करती है. बिलाड़ा क्षेत्र के भट्टियों को नष्ट कर दिया जाता है. लेकिन जिस स्पीड से उत्पाद पुलिस कार्रवाई करती है, उसी स्पीड से धंधेबाज फिर से शराब का निर्माण शुरू कर देते है. शराबबंदी वाले बिहार में दियारा क्षेत्र में बनने वाला चुलाई शराब उत्पाद विभाग और पुलिस के लिए सिरदर्द बना हुआ है.

दियारा क्षेत्र में पनप रहा अवैध शराब उद्योग: बिहार सरकार चाहे लाख दावे कर ले लेकिन सच यह है कि शराबबंदी वाले बिहार में अन्य सामानों की तरह ही देसी-विदेशी शराब की भी मार्केटिंग होती है. 70 रुपए लीटर खरीद कर 100 रुपए लीटर बेचने वालों का एक पूरा सिस्टम तैयार हो चुका है. वैशाली के दियारा क्षेत्र में देसी शराब का उद्योग चलता है. एक सफल उद्योग की तरह ही यहां पूरा सिस्टम बना हुआ है. दियारे में शराब का निर्माण धड़ल्ले से होता है. यहां से गाड़ियों में शराब बेचने के लिए अलग-अलग जगहों पर भेजा जाता है.

"एक बोलेरो और एक ऑटो को राजासन चौक के पास से पकड़ा गया है. उस पर दियारा से देसी शराब लाई जा रही थी. साथ ही दोनों वाहनों से दो तस्कर भी धराए हैं. दोनों वाहनों से लगभग 400 लीटर शराब बरामद की गई है. बुलेरो में काला शीशा लगा हुआ है बाहर से देख भी नहीं सकते हैं. दूसरा ऑटो के तहखाने में शराब ले जा रहा था" - अजीत कुमार, उत्पाद इंस्पेक्टर

वैशाली में देसी शराब की बड़ी खेप बरामद

वैशाली: बिहार के वैशाली में देसी शराब की बड़ी खेप पुलिस ने बरामद (Large consignment of country made liquor recovered) की है. बोलेरो और ऑटो में 400 लीटर देसी शराब के साथ दो धंधेबाजों को गिरफ्तार किया गया है. उत्पाद विभाग ने बिदुपुर थाना क्षेत्र के राजासन बाजार में यह कार्रवाई की. ऑटो में तहखाना बनाकर उसमें शराब छिपाकर रखी गई थी. पकड़े गए धंधेबाजों बताया कि 70 रुपए लीटर खरीद कर 100 लीटर शराब बेचते हैं. दियारा में बहुत लोग देसी शराब बनाते हैं. वहीं से शराब लाकर बेचा जाता है.

ये भी पढ़ेंः बिहार में स्कूल बना मदिरालय! पुलिस ने जब्त की 140 कार्टन विदेशी शराब

400 लीटर देसी शराब बरामदः उत्पाद विभाग ने बिदुपुर थाना क्षेत्र के राजासन बाजार में गुप्त सूचना के आधार पर छापेमारी कर मौके से एक बोलेरो और एक ऑटो को पकड़ा. साथ ही दोनों गाड़ियों से एक-एक धंधेबाज को भी गिरफ्तार किया गया है, जो खुद गाड़ी चलाकर बड़े पैमाने पर देसी शराब की डिलीवरी देने जा रहे थे. इन दोनों के पास से 400 लीटर तैयार देसी शराब बरामद किया गया है.

70 में खरीदकर 100 रुपये लीटर बेचते हैं शराबः उत्पाद विभाग के हत्थे चढ़ा धंधेबाज वेद प्रकाश और प्रकाश कुमार दोनों बिदुपुर थाना क्षेत्र के रहने वाले हैं. दोनों ने शराब के अघोषित उद्योग के बारे में जो जानकारी दी वह बेहद ही चौंकाने वाला है. ऑटो में तहखाना बनाकर शराब की तस्करी करने वाले प्रकाश कुमार का कहना है कि वह 100 रुपए लीटर के हिसाब से शराब बेचता है. जिसे वह 70 रुपए लीटर खरीदता है. ऑटो के तहखाने में तीन हजार रुपए की शराब लेकर जाता है. उसे 5 हजार में बेचता है.

" दियारा में बहुत सारे लोग शराब बनाते हैं. वहीं से खरीद कर ले जा रहे थे. एक सौ रुपए लीटर शराब बेचते हैं. 70 रुपए लीटर खरीदते हैं. छह दिन पहले से काम कर रहे थे. शराब महुआ ले जा रहे थे. तीन हाजर रुपये का शराब लिये हैं, 5 हजार रुपए में बिकता है" - प्रकाश कुमार, शराब तस्कर

एक खेप ले जाने का मिलता है 5-6 हजार रुपयाः वहीं बोलेरो के साथ पकड़े गए धंधेबाज वेद प्रकाश का कहना है कि एक बार शराब की खेप ले जाने पर उसे 5 से 6 हजार रुपए की आमदनी होती है. इसलिए उसने अपने एक रिलेटिव से झूठ बोलकर बोलेरो को इस धंधे में लगाया हुआ है. उसने यह भी बताया कि दूसरी गाड़ियों से भी वह शराब की खेप पहुंचा चुका है. वहीं इस कार्रवाई को अंजाम देने वाले उत्पाद इंस्पेक्टर अजीत कुमार ने बताया कि गुप्त सूचना के आधार पर एक बोलेरो और एक ऑटो को पकड़ा गया है. जिसके अंदर से 400 लीटर शराब बरामद की गई है.

"लिटियाही दियारा से शराब लेकर जा रहे थे. वहां से शराब महुआ लेकर जाते हैं. दियारा में कुछ लोग शराब बनाते हैं, एक बार शराब ले जाने का 5 से 6 हजार रुपया मिलता है. गाड़ी हम ड्राइव करते हैं. एक रिलेटिव में अंकल लगते हैं उनसे झूठ बोलकर गाड़ी ले लिये थे. उनको नहीं पता था कि इस गाड़ी के धंधा होता है. इसके पहले दूसरी गाड़ी ले गए थे" - वेद प्रकाश, शराब तस्कर

ऑटो में तहखाना बनाकर छिपाई थी शराबः अजीत कुमार ने बताया कि बोलेरो के सारे शीशों को काला कर बाहर से विजिबिलिटी खत्म कर दी गई थी. वही टेंपो में तहखाना बनाकर शराब ले जाया जा रहा था. बता दें कि गंगा और गंडक के दियारा क्षेत्र में बड़े पैमाने पर देसी शराब का निर्माण होता है. पुलिस और उत्पाद विभाग बार-बार जाकर शराब निर्माण को रोकने का प्रयास करती है. बिलाड़ा क्षेत्र के भट्टियों को नष्ट कर दिया जाता है. लेकिन जिस स्पीड से उत्पाद पुलिस कार्रवाई करती है, उसी स्पीड से धंधेबाज फिर से शराब का निर्माण शुरू कर देते है. शराबबंदी वाले बिहार में दियारा क्षेत्र में बनने वाला चुलाई शराब उत्पाद विभाग और पुलिस के लिए सिरदर्द बना हुआ है.

दियारा क्षेत्र में पनप रहा अवैध शराब उद्योग: बिहार सरकार चाहे लाख दावे कर ले लेकिन सच यह है कि शराबबंदी वाले बिहार में अन्य सामानों की तरह ही देसी-विदेशी शराब की भी मार्केटिंग होती है. 70 रुपए लीटर खरीद कर 100 रुपए लीटर बेचने वालों का एक पूरा सिस्टम तैयार हो चुका है. वैशाली के दियारा क्षेत्र में देसी शराब का उद्योग चलता है. एक सफल उद्योग की तरह ही यहां पूरा सिस्टम बना हुआ है. दियारे में शराब का निर्माण धड़ल्ले से होता है. यहां से गाड़ियों में शराब बेचने के लिए अलग-अलग जगहों पर भेजा जाता है.

"एक बोलेरो और एक ऑटो को राजासन चौक के पास से पकड़ा गया है. उस पर दियारा से देसी शराब लाई जा रही थी. साथ ही दोनों वाहनों से दो तस्कर भी धराए हैं. दोनों वाहनों से लगभग 400 लीटर शराब बरामद की गई है. बुलेरो में काला शीशा लगा हुआ है बाहर से देख भी नहीं सकते हैं. दूसरा ऑटो के तहखाने में शराब ले जा रहा था" - अजीत कुमार, उत्पाद इंस्पेक्टर

Last Updated : Dec 29, 2022, 6:40 PM IST
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