वैशाली: शनिवार को जिले के लालगंज स्थित अवध बिहारी सिंह कॉलेज के क्वॉरेंटाइन सेंटर में रह रहे प्रवासी मजदूरों ने जमकर हंगामा किया. क्वॉरेंटाइन सेंटर में मजदूरों ने अनियमितताओं को लेकर गेट का ताला तोड़कर सड़क जाम कर दिया. क्वॉरेंटाइन सेंटर में रह रहे प्रवासी मजदूरों ने लालगंज-मुजफ्फरपुर मुख्य मार्ग को जाम कर दिया.
प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी
दरअसल कॉलेज के प्रांगण में कई दिनों से मरे हुए बछड़े की बदबू आ रही थी. वहीं कोरोना पॉजिटिव मरीज के मिलने के बाद भी सेंटर को सेनेटाइज नहीं कराने को लेकर मजदूर नाराज थे. मजदूरों ने आरोप लगाया कि सेंटर में भोजन भी टाइम पर नहीं दिया जाता है. इसी को लेकर मजदूरों ने क्वॉरेंटाइन सेंटर का ताला तोड़कर जमकर प्रर्दशन किया.
मजदूरों ने लालगंज-मुजफ्फरपुर मुख्य मार्ग को जाम कर दिया. इस दौरान ड्यूटी पर तैनात चौकीदार को भी भगा दिया गया. मजदूरों ने बीडीओ, विधायक और मुखिया के खिलाफ जमकर नारेबाजी भी की.
क्वॉरेंटाइन सेंटर पर रहना मुश्किल
मजदूरों का कहना है कि कई दिनों से कॉलेज के फील्ड में बछड़ा मरा पड़ा है. जिसके दुर्गंध के कारण क्वॉरेंटाइन सेंटर पर रहना मुश्किल हो रहा है. शुक्रवार को कोरोना पॉजिटिव मरीज मिलने के बाद भी अभी तक सेनेटाइजेशन नहीं कराया गया है. इस मामले में लालगंज बीडीओ राधा रमन मुरारी को फोन पर बताया गया तो उन्होंने अपशब्द भाषा का प्रयोग किया और गाली गलौज भी की.
लोगों ने बताया कि सरकार के नियमावली के अनुसार सुबह में नाश्ता, दोपहर और रात में भोजन कराने की व्यवस्था है. लेकिन कभी समय से और मेन्यू के अनुसार नाश्ता और भोजन उपलब्ध नहीं कराया जाता है. जो खाद्य सामाग्री आती है, उसकी भी गुणवत्ता ठीक नहीं रहती है. दाल के बदले पीला पानी रहता है.
समाधान कराने का आश्वासन
मजदूरों ने कहा कि हम लोगों ने शुक्रवार को भी इसके बारे में लालगंज बीडीओ को बताया था. लेकिन इस समस्या का कोई निदान नहीं किया गया. हालांकि घंटो सड़क जाम रहने के बाद लालगंज थानाध्यक्ष सुनील कुमार पुलिस बल के साथ पहुंचे. जिसके बाद मृत बछड़े को मिट्टी से ढक दिया गया. साथ ही उनकी अन्य समस्याओं को वरीय पदाधिकारी तक पहुंचा कर उसका समाधान कराने का आश्वासन दिया. जिसके बाद जाम हटा कर और लोगों को क्वॉरेंटाइन सेंटर पर भेजा गया.