वैशाली: एलजेपी में टूट के लिए जमुई सांसद चिराग पासवान (MP Chirag Paswan) सीधे बिहार के सीएम नीतीश कुमार और अपने चाचा केंद्रीय मंत्री पशुपति पारस (Union Minister Pashupati Paras) को जिम्मेदार मानते हैं. अब दिल्ली का 12 जनपथ बंगला खाली कराये जाने से नाराज चिराग पासवान और आक्रामक हो गये हैं. वे सीधे नीतीश कुमार और पशुपति पारस को चुनौती (Chirag Paswan challenges CM Nitish Kumar) दे रहे हैं. सुपरहिट फिल्म 'पुष्पा' के मशहूर डायलॉग के जरिये उन्होंने अपनी मंशा जाहिर की है.
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अकेले लड़ रहा हूं अकेले लड़ूंगा: वैशाली में एक कार्यक्रम में शामिल होने पहुंचे चिराग ने कहा कि मुझे मिटाने के लिए ताकतें लगी हुई हैं. 'पुष्पा' के डायलॉग को दोहराते हुए उन्होंने कहा कि 'ना मैं झुकूंगा, ना ही टूटूंगा'. सिर्फ यही नहीं, उन्होंने स्पष्ट कहा कि यह डायलॉग नीतीश कुमार के लिए है. वहीं उन्होंने अपने चाचा पशुपति पारस को झूठ बोलने वाला नेता करार दिया और कहा कि मैं अकेले लड़ रहा हूं अकेले लड़ूंगा. यह डायलॉग उनके जीवन का सत्य है.
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डेढ़ साल में साजिश हो रही साजिश: उन्होंने मीडिया से बात करते हुए कहा कि यह कोई डायलॉग नहीं है. मेरे जीवन का सत्य है. ना मैं रुकूंगा, ना मैं टूटूंगा. बड़ी-बड़ी शक्तियां प्रयासरत हैं कि किस तरीके से चिराग पासवान को तोड़ा जाये, हताश किया जाये. इसको निराश किया जाए. चिराग ने कहा कि मेरे पिता रामविलास पासवान के निधन के बाद पिछले डेढ़ साल में साजिश के तहत ऐसी ऐसी घटनाएं कराई गई हैं.
महापुरुषों की तस्वीरों का किया गया अनादर: एलजेपीआर सांसद ने कहा कि इसका एकमात्र लक्ष्य चिराग पासवान को समाप्त करना था. मेरे परिवार को इसी के तहत तोड़ा गया. मेरे पिताजी के निधन के बाद मुझे मेरी ही पार्टी से निकाल दिया गया. मेरे ही घर से मुझे निकाला गया. मेरे पिता और तमाम महापुरुषों की तस्वीरों का जिस तरीके से अनादर किया गया है, इसका सिर्फ एक ही उद्देश्य था कि चिराग पासवान को किसी तरीके से तोड़ा जाये.
'डेढ़ साल से मैं अकेले चलने की रणनीति पर काम रख कर रहा हूं. इस तरह अकेले अपने संगठन और ताकत को मजबूत करना मेरी रणनीति है.' चिराग पासवान, एलजेपीआर सांसद
क्या था मेरा कसूर: चिराग ने कहा कि मेरा कसूर क्या था? मैं सिर्फ यह बिहार को आगे लेजाना चाहता हूं. मैं बिहारी फर्स्ट बिहार फर्स्ट का नारा देता हूं. मैं जात-पात धर्म से ऊपर उठकर बिहार के विकास की बात करता हूं. सिर्फ इस वजह से मुझे टारगेट किया गया है. मुझे तोड़ने का झुकाने का प्रयास कर रहे हैं.
चिराग ने कहा कि मेरे लिए यह डायलॉग नहीं है. मेरे जीवन का सत्य है. अगर आप किसी फिल्म से जोड़कर देख रहे हैं तो मैं पहले से बोल रहा हूं. जब मेरे पिताजी का निधन हुआ था, उस वक्त भी उन शक्तियों के लिए, जो मुझे बर्बाद करना चाहती हैं, यही डायलॉग था. यह डायलॉग मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के लिए भी है जो जो मुझे बर्बाद करना चाहते हैं.
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नीतीश कुमार अकेले सब निर्णय लेने वालों में से हैं. उनकी पार्टी के नेताओं को पता नहीं होता, दूसरे तो दूर के हैं. जो मुखिया होता है, नीति निर्धारक होता है, जिम्मेवारी और जवाबदेही उसी की होती है. चिराग पासवान ने अपने चाचा के बयान पर कहा कि वे झूठ बोल रहे हैं. मैंने कभी नहीं कहा कि हम दोनों का खून अलग है.
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