वैशाली: दिवंगत राजद नेता शरद यादव की अस्थि कलश (Urn Of RJD Leader Sharad Yadav) के अंतिम दर्शन के लिए राजद नेताओं की भारी भीड़ उमड़ पड़ी. मधेपुरा जाने के क्रम में हाजीपुर के रामाशीष चौक पर दिवंगत कद्दावर नेता शरद यादव के अस्थि कलश के दर्शन के लिए जनसैलाब उमड़ पड़ा. उनके प्रति आस्था का आलम यह था कि कई घंटों तक राजद नेता सहित आम लोगों ने अस्थि कलश का इंतजार किया. अस्थि कलश यात्रा में दिवंगत नेता शरद याव के बेटा और बेटी भी हैं, और तमाम नेता हैं. पटना से ही जन सैलाब उमड़ा पड़ा है.
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शरद यादव की अस्थि कलश के अंतिम दर्शन के लगी भीड़ : महुआ विधायक डॉ मुकेश रौशन की अगुवाई में कलश यात्रा दर्शन का कार्यक्रम रखा गया था. जिसमें मुख्य रूप से राजद प्रवक्ता भाई बीरेंद्र, श्याम रजक, शिवचंद्र राम, प्रेमा चौधरी व विष्णु देव राय आदि नेताओं ने अस्थि कलश पर पुष्पांजलि अर्पित किया. राजद प्रवक्ता भाई बिरेंद्र ने बताया कि शरद यादव ने अपने बेटे और बेटियों को कहा था कि उनके मरने के बाद उनकी अस्थि कलश को गंगा नदी में प्रवाहित नहीं करना क्योंकि इससे नदी का पानी गंदा होता है.
राजद नेताओं ने किए अंतिम दर्शन : उनकी इच्छा के अनुसार उनके अस्थि कलश को उनके पैतृक घर में गाड़ा गया है और उनके कर्मभूमि मधेपुरा की जमीन में अस्थि कलश को गड़ा जाएगा. जिसके लिए यह यात्रा निकाली गई है. इससे पहले अस्थि कलश के हाजीपुर पहुंचते ही बड़ी संख्या में लोगों ने दिवंगत नेता शरद यादव के प्रति श्रद्धा सुमन अर्पित किया. वहीं मौके पर मौजूद राजद के पूर्व मंत्री शिवचंद्र राम ने बताया कि शरद यादव के अस्थि कलश के दर्शन के लिए 7 घंटों से हम लोग इंतजार किए हैं.
लोगों ने भी किए अस्थि कलश के अंतिम दर्शन : उन्होंने कहा कि दिल्ली से अस्थि कलश पटना आया है. जहां मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव सहित तमाम नेताओं ने अस्थि कलश पर श्रद्धा सुमन अर्पित किए हैं. और अब यह हाजीपुर से मुजफ्फरपुर, दरभंगा होते हुए मधेपुरा जाएगा और हम सभी मुजफ्फरपुर तक साथ जाएंगे. राजद प्रवक्ता भाई बीरेंद्र ने कहा कि शरद जी जो मंडल कमीशन के मसीहा कहे जाते थे और समाजवादी आंदोलन के बहुत बड़े नेता थे.
"वो पाखंडवाद के खिलाफ में लड़ाई लड़ते रहे हैं. उन्होंने ही कहा था अपने बेटे और बेटियों को कि जब हम गुजरेंगे तो हमारा अस्थि कलश गंगा में प्रवाहित नहीं करना. क्योंकि वह हमेशा इसके खिलाफ में बोलते थे, की नदी उससे गंदा हो जाएगा. उनके निवास स्थान जहां उनका जन्म हुआ था, वहां उनका अस्थि कलश गड़ा गया है. कर्मभूमि उनका मधेपुरा है, यहां पर जहां अस्थि कलश जा रहा है. विभिन्न जिलों से गुजर कर जाएगा. जहां लोग श्रद्धा सुमन अर्पित करेगा और अस्थि कलश को उनकी मधेपुरा में जमीन में गाड़ा जाएगा." - भाई बीरेंद्र राजद प्रवक्ता
"शरद यादव जी का अस्थि कलश दिल्ली से चलकर पटना आया है. पटना में बिहार के उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार जी और तमाम महागठबंधन के नेता ने अस्थि कलश पर श्रद्धासुमन अर्पित किया है." - शिवचंद्र राम राजद नेता