वैशालीः वो सिर को झुकाए खाना खा रहा था. लेकिन उसे चैन से खाने भी नहीं दिया गया. उसके खाने के हर निवाले पर सामने खड़ा अधिकारी उसे डोज दे रहा था. उसे समझा रहा था... थोड़ी देर में सीएम की मीटिंग होगी. जब वो कुछ पूछे तो कहना यहां हर रोज दोनों टाइम बहुत बढ़िया खाना मिलता है. कोई दिक्कत नहीं है.
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बिहार में लगे लॉडाउन के दौरान में गरीबों को खाना खिलाने के एवज में उनसे सीएम के सामने झूठी वाहवाही कराने की ये करतूत कैमरे में कैद है. आप खुद वीडियो में देखिये कैसे ये अधिकारी खाना खा रहे इस शख्स से सीएम के सामने झूठी वाहवाही करने की बात कर रहा है.
कैमरे में कैद हुई अधिकारियों की करतूत
ये घटना है वैशाली के हाजीपुर में सजे-सजाए समुदायिक किचन की. जहां मंगलवार को सीएम नीतीश कुमार ने वर्चुअल माध्यम से डीएम और एसपी के साथ मीटिंग की. इस दौरान उन्होंने जिले में चल रहे सामुदायिक किचेन का जायजा लिया. लेकिन CM के वर्चुअल दौरे से ठीक पहले हाजीपुर के इस सामुदायिक किचन केंद्र की एक तस्वीर कैमरे में कैद हुई. जहां अधिकारी खाना खा रहे लोगों को ये समझाने में लगे थे कि सीएम के सामने कहना क्या है.
चकाचक था किचेन में पूरा इंतजाम
हाजीपुर में जिस सामुदायिक किचन का नीतीश कुमार वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिये वर्चुअल दौरा करने वाले थे. वहां सुबह से ही जबरदस्त इंतजाम दिखा. बैनर पोस्टर, साफ-सफाई से लेकर हर इंतजाम चकाचक किया गया. पूरा प्रशासनिक अमला सुबह से ही किचन केंद्र पर जमा था.
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लोगों को अधिकारियों ने पढ़ाई पट्टी
गौरतलब है कि सरकारी योजनाओं को जमीनी स्तर पर पूरा कराने की जिम्मेदारी अधिकारियों की ही होती है. कई मौकों पर इंतजाम बेहतर भी होते हैं. लेकिन अगर कहीं कोई कमी रह गई हो तो, सरकार में बैठे मंत्री या मुख्यमंत्री जनता से संवाद कर हकीकत जान पाते हैं. CM से बात कराने से पहले लोगों को जिस तरह से अधिकारियों द्वारा ये पट्टी पढ़ाई गई ये सुशासन की सरकार के लिए सोचनीय है.
सीएम ने ली सामुदायिक किचेन की जानकारी
बहरहाल सामुदायिक किचन का जब वर्चुअल टूर हाजीपुर में शुरू हुआ तो मुख्यमंत्री को जिले के हालात और इंतजमात से डीएम ने उन्हें अवगत कराया. अब देखने वाली बात यह होगी कि जो तस्वीर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के सामने पेश की गई, वाकई में यह व्यवस्था बरकरार रहेगी या फिर ये साज-व-सजावट सिर्फ सीएम साहब को खुश करने के लिए थी.