वैशालीः बिहार के वैशाली में शराबबंदी के बावजूद शराब मिलने का सिलसिला नहीं थम रहा है. अब इसी सिलसिले में पुलिस का एक और कारनामा सामने आया है. इस बार वर्दी वाला ही वर्दी वाले पर आरोप लगा रहा है. चौकीदार का आरोप है कि थानाध्यक्ष ने उसकी पिटाई (Chowkidar accused SHO for beating ) की है और थानाध्यक्ष का आरोप है कि चौकीदार की मिलीभगत शराब कारोबारियों से है और इससे बचने के लिए मारपीट का आरोप लगा रहा है. यह सारा फसाद तब खड़ा हुआ जब चौकीदार के घर से कुछ दूरी पर नाले से पानी की जगह 20 कार्टन विदेशी शराब बरामद की गई. यह मामला जिले के राजापाकर थाना क्षेत्र का है.
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शराब की सूचना देने वालों ने कहा, चौकीदार को न लगे भनकः इस मामले में एक आरोपी की गिरफ्तारी भी की गई है. यही नहीं जिस गोपनीय सूचना पर पुलिस ने छापेमारी कर विदेशी शराब बरामद की है. उस सूचना को देने वाले शख्स ने भी पुलिस को बताया था अगर स्थानीय चौकीदार को जानकारी मिली तो शराब नहीं पकड़ा जा सकेगा. इसलिए थाना अध्यक्ष ने बगैर चौकीदार को बताए हुए पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे और कार्रवाई कर शराब बरामद की.
चौकीदार ने थानाध्यक्ष पर लगाया मारपीट का आरोपः दरअसल, पूरा मामला वैशाली के राजापाकर से है. यहां राजापाकर के थाना प्रभारी पर उनके ही थाना के एक चौकीदार ने मारपीट और गाली-गलौज का आरोप लगाया है. छापेमारी के दौरान 20 कार्टन विदेशी शराब मिलते ही थाना प्रभारी पर चौकीदार की पिटाई का आरोप लगा है. जबकि थाना प्रभारी ने चौकीदार पर ही शराब कारोबारियों से सांठगांठ का आरोप लगाते हुए चौकीदार के आरोप को गलत बताया है.
बरियापुर गांव से 20 कार्टन शराब बरामदः इस विवाद की शुरुआत उस वक्त हुई जब राजापाकर थाना के थानाध्यक्ष नीरज कुमार ने थाना क्षेत्र के बरियारपुर गांव में छापेमारी कर लगभग 20 कार्टन विदेशी शराब बरामद की. स्थानीय चौकीदार रघुनाथ पासवान ने आरोप लगाया कि छापेमारी के दौरान शराब मिलते ही थानाध्यक्ष ने चौकीदार की पिटाई कर दी और आरोप लगाया कि शराब की सूचना पहले क्यों नहीं दी.
चौकीदार पर शराब माफिया से मिलीभगत का आरोपः इस बाबत थानाध्यक्ष का कहना है कि जहां से शराब बरामद हुआ है. वह जगह चौकीदार के घर से महज 500 मीटर दूर है और चौकीदार का शराब कारोबारियों से सांठगांठ है. इसको लेकर जब चौकीदार पर कार्रवाई शुरू की जाने लगी तो उससे बचने के लिए चौकीदार ने मारपीट करने का झूठा आरोप लगा दिया है. हालांकि, चौकीदार ने थाना प्रभारी के बर्बरता की शिकायत एसपी से भी की है. इसके बाद मामले की जांच शुरू कर दी गई है.
"गुप्त सूचना मिली थी कि बरियारपुर में शराब छुपाया गया है. सूचना देने वाले ने कहा था कि अगर चौकीदार को जानकारी हुई तो शराब की बरामदगी नहीं हो पाएगी. क्योंकि उसकी मिलीभगत है. इसके बाद पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचकर नाले से 20 कार्टून विदेशी शराब बरामद की गई है. जिसमें पूछताछ के लिए एक व्यक्ति को हिरासत में भी लिया गया है. इस मामले में जब चौकीदार से कहा गया कि आप के खिलाफ डिपार्टमेंटल एक्शन लिया जाएगा. आपके घर के बगल में शराब बिक रही थी इस विषय में वरीय अधिकारियों को जानकारी दी जाएगी. तो हम पर मारपीट का आरोप लगाकर अस्पताल चला गया. उसके साथ कोई भी मारपीट नहीं की गई है" - नीरज कुमार सिंह, थानाध्यक्ष राजापाकर
चौकीदार के ठाट की हर तरफ चर्चा: बहरहाल, चौकीदार का हाजीपुर सदर अस्पताल में इलाज चल रहा है. सूत्रों की माने तो चौकीदार रघुनाथ पासवान इन दिनों काफी ठाठ बाट से जीवन व्यतीत कर रहा है. इतना ही नहीं उसके पास लग्जरी कार होने की भी बात बताई जा रही है. हालांकि, यह जांच का विषय है कि चौकीदार के पास पहले की अपेक्षा संपत्ति बढ़ी है या नहीं बढ़ी है. लेकिन जिस तरीके से यह घटना सामने आई है. उसमें पुलिस की छीछालेदर जरूर हुई है. ऐसे में सवाल है कि शराब से जुड़े इस विवाद में कौन सच बोल रहा है और कौन झूठ?
"तीन बार बह जेल जा चुका था. इसके बाद बार-बार बड़ा बाबू को हम सब कुछ बताते थे सूचना भी इनको देते रहते थे. सूचना के बाद कहे कि छापेमारी कराइए, फिर छापेमारी करवा भी दी गई. इसके बाद फिर सूचना दिए दारु तो पकड़ाया. इसी पर मारपीट करने लगे. कहे कि तुम दारु बेच रहा है. गाली गलौज किए और लात से मारे हैं. उन्होंने कहा कि तुम पहले से सूचना क्यों नहीं दिया. हमको जिस समय जानकारी होगा उसी समय ना बताएंगे. दरोगा जी नीरज कुमार मारे हैं" - रघुनाथ पासवान, चौकीदार