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कोरोना से पिता और 3 बेटे की हो गई थी मौत, मंत्री ने मृतक के आश्रित को सौंपे चेक

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Published : May 22, 2021, 10:53 PM IST

कोरोना से पिता सहित तीन बेटे की मौत हो गई थी. मंत्री जयंत राज ने दो के आश्रितों को 4-4 लाख रुपये का चोक सौंपा और शेष के भी मुआवजा जल्द मिलने का आश्वासन दिया.

बांका
बांका

बांका: जिले के अमरपुर प्रखंड क्षेत्र अंतर्गत बल्लिकित्ता गांव में बीते दिनों कोरोना से एक ही परिवार के पिता सहित तीन पुत्र की मौत हो गई थी. मौत के बाद सियासी पारा भी चरम पर था. राजद पीड़ित परिवार को मुआवजा दिलाने की लगातार मांग कर रहे था. वहीं, बिहार के ग्रामीण कार्य मंत्री जयंत राज ने इस पर पहल करते हुए मृतक के आश्रितों को बल्लिकित्ता गांव जाकर चार-चार लाख का दो चेक सौंपा.

ये भी पढ़ेंः बिहार में ब्लैक फंगस महामारी घोषित, कोरोना मरीजों की तरह रखा जाएगा रिकॉर्ड

तीनों पुत्रों के खोने के बाद पिता ने भी तोड़ दिया था दम
बता दें कि सबसे पहले निकुंज कापरी की दिल्ली में काेराेना से माैत हाे गयी थी. जिन्हें आग देने के लिए बड़े पुत्र प्रमाेद कापरी गये थे. वो भी पाॅजिटिव पाये गये और मायागंज में उनकी भी माैत हाे गयी थी. जबकि इससे पहले उनके सबसे छोटे पुत्र प्रभाष कापरी देवघर से लौटने के क्रम में पॉजिटिव हो गये थे. गांव में ही उसकी मौत हो गई थी. अंत में कोरोना से घर के मुखिया 70 वर्षीय शशिधर कापरी की भी मौत हो गई. मायागंज में हंगामा करने के बाद वृद्धि के दोनों पुत्र को जेल में डाल दिया गया था. जिसके बाद पत्नी निर्मला देवी ने अपने पति को मुखाग्नि दी थी.

'मृतक के आश्रितों को हर स्तर पर की जाएगी मदद'
ग्रामीण कार्य मंत्री जयंत राज ने कहा ‘इस दुख की घड़ी में पीड़ित परिजनों के साथ खड़े हैं. अपने स्तर होने वाली सभी मदद करूंगा. अभी दो परिजनों को आपदा राहत कोष के तहत चेक उपलब्ध कराया गया है. शेष बचे दो मृतकों के आश्रितों को चेक दिलाने की प्रक्रिया की जा रही है. साथ ही इस गांव को सैनिटाइज करने का भी निर्दश दिया गया है’

बांका: जिले के अमरपुर प्रखंड क्षेत्र अंतर्गत बल्लिकित्ता गांव में बीते दिनों कोरोना से एक ही परिवार के पिता सहित तीन पुत्र की मौत हो गई थी. मौत के बाद सियासी पारा भी चरम पर था. राजद पीड़ित परिवार को मुआवजा दिलाने की लगातार मांग कर रहे था. वहीं, बिहार के ग्रामीण कार्य मंत्री जयंत राज ने इस पर पहल करते हुए मृतक के आश्रितों को बल्लिकित्ता गांव जाकर चार-चार लाख का दो चेक सौंपा.

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तीनों पुत्रों के खोने के बाद पिता ने भी तोड़ दिया था दम
बता दें कि सबसे पहले निकुंज कापरी की दिल्ली में काेराेना से माैत हाे गयी थी. जिन्हें आग देने के लिए बड़े पुत्र प्रमाेद कापरी गये थे. वो भी पाॅजिटिव पाये गये और मायागंज में उनकी भी माैत हाे गयी थी. जबकि इससे पहले उनके सबसे छोटे पुत्र प्रभाष कापरी देवघर से लौटने के क्रम में पॉजिटिव हो गये थे. गांव में ही उसकी मौत हो गई थी. अंत में कोरोना से घर के मुखिया 70 वर्षीय शशिधर कापरी की भी मौत हो गई. मायागंज में हंगामा करने के बाद वृद्धि के दोनों पुत्र को जेल में डाल दिया गया था. जिसके बाद पत्नी निर्मला देवी ने अपने पति को मुखाग्नि दी थी.

'मृतक के आश्रितों को हर स्तर पर की जाएगी मदद'
ग्रामीण कार्य मंत्री जयंत राज ने कहा ‘इस दुख की घड़ी में पीड़ित परिजनों के साथ खड़े हैं. अपने स्तर होने वाली सभी मदद करूंगा. अभी दो परिजनों को आपदा राहत कोष के तहत चेक उपलब्ध कराया गया है. शेष बचे दो मृतकों के आश्रितों को चेक दिलाने की प्रक्रिया की जा रही है. साथ ही इस गांव को सैनिटाइज करने का भी निर्दश दिया गया है’

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