सुपौल: कोरोना संक्रमण की वजह से उत्पन्न हुई आपदा की स्थिति को लेकर विभिन्न स्थानों पर सामुदायिक रसोई केंद्र स्थापित किया गया है. जहां जरूरतमंदों को मुफ्त में भोजन उपलब्ध कराया जा रहा है. आपदा प्रबंधन विभाग के जारी निर्देश के आलोक में बीते 4 मई को जिलाधिकारी ने कोरोना वायरस संक्रमण के प्रसार पर नियंत्रण के लिये राज्य सरकार द्वारा विभिन्न प्रतिबंध लगाए हैं.
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सामुदायिक रसोई केंद्र की स्थापना
इसी आलोक में गरीब, मजदूर, निर्धन, निराश्रित आदि जरूरतमंद व्यक्तियों के लिये दिन और रात में प्रशासन द्वारा भोजन की व्यवस्था के लिए सामुदायिक रसोई केंद्र की स्थापना की गयी है. जिलाधिकारी द्वारा जारी आदेश के आलोक में जिले के 10 स्थानों पर फिलहाल उक्त सामुदायिक रसोई केंद्र का संचालन किया जा रहा है. बीते 24 घंटे के अंदर 7 हजार 13 लोगों को भोजन कराया गया.
टीकाकरण का प्रथम डोज
राज्य स्वास्थ्य समिति द्वारा जारी निर्देश के आलोक में सुपौल जिले में भी 18 से 44 आयु वर्ग के लोगों को कोविड-19 का टीकाकरण किया जाना है. इसी कड़ी में जिले के सभी प्रखंडों में कुल 936 युवाओं को टीकाकरण का प्रथम डोज दिया गया. वहीं 45 वर्ष से अधिक उम्र वाले लोगों में से 286 को प्रथम डोज और 128 लोगों को वैक्सिन का दूसरा डोज दिया गया. इस प्रकार बीते 24 घंटे के अंदर जिले के टीकाकरण केंद्रों पर कुल 1 हजार 358 लोगों का टीकाकरण किया गया.
मास्क का वितरण
जिला जनसंपर्क पदाधिकारी संतोष कुमार ने बताया कि पंचायती राज विभाग बिहार पटना के अपर मुख्य सचिव द्वारा जारी निर्देश के आलोक में जिले के हर ग्रामीण परिवार को 6 मास्क उपलब्ध कराया जाना है. इसी कड़ी में जिले के सभी प्रखंडों में मास्क का वितरण किया गया. इस दौरान सदर प्रखंड में 1 लाख 14 हजार 882, किसनपुर में 96 हजार 900, सरायगढ़-भपटियाही में 38 हजार 500, निर्मली में 10 हजार 500, मरौना में 14 हजार 556, राघोपुर में 2 हजार 500 मास्क का वितरण किया गया.