सुपौल: बिहार के सुपौल (Supaul) में कथित तौर पर धर्मांतरण (Religious conversion) का मामला सामने आया है. जिले के राजेश्वरी ओपी इलाके के कंजारा गांव में लोगों ने पादरी (Pastor) को पकड़कर पुलिस के हवाले कर दिया है. ग्रामीणों के मुताबिक आरोपी शख्स देहाती इलाकों में धर्मांतरण के खेल में शामिल है.
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आरोपी पादरी का नाम रवि गुप्ता है, जोकि सुपौल नगर परिषद के भेलाही इलाके का रहने वाला है. वहीं मधेपुरा के रहने वाले श्याम सुंदर मंडल को भी पकड़कर पुलिस के हवाले किया गया है.
हालांकि राजेश्वरी ओपी में मौजूद इस शख्स के खिलाफ पुलिस को अब तक कोई आवेदन प्राप्त नहीं हुआ है. जबकि सैकड़ों लोगों ने पकड़े गए इसे धर्म प्रचारक को प्रलोभन देकर ईसाई धर्म कबूल करने की सलाह देते देखा गया है. पुलिस मामले में फिलहाल कुछ भी बोलने से इंकार रही है.
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बताया जा रहा है कि पकड़ा गया शख्स कुछ महीने पहले तक हिन्दू था. वह खुद धर्मांतरण कराकर ईसाई धर्म अपनाया है. वह सुपौल शहर में होटल चलाने का काम करता है. इस मामले का खुलासा विश्व हिंदू परिषद (VHP) के स्थानीय कार्यकर्ताओं ने किया है.
स्थानीय वीएचपी नेता मुकेश यादव ने का दावा है कि इस पादरी ने 22 हिन्दू परिवारों को ईसाई धर्म में परिवर्तित कराया है. जिसकी सूचना स्थानीय प्रशासन को दी गई, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई.
वहीं पुलिस को सुपर्द किया गया पादरी दावा करता है कि प्रभु की प्रार्थना से कई जटिल बीमारी ठीक हो जाती है. उसकी भी गंभीर बीमारी प्रभु की प्रार्थना के बाद ही ठीक हुई है. इस बीच पकड़े गए लोगों पर राजेश्वरी ओपी में प्राथमिकी दर्ज कर ली गई है.