सिवान: जिले के आंदर प्रखंड के चंदौली गांव की अंशु ने सूर्य के रहस्यों को सुलझाने वाले यंत्र का आविष्कार किया है. साथ ही इससे धरती के तापमान और मौसम के बारे में पूर्वानुमान लगाया जा सकता हैं. अंशु फिनलैंड में बतौर वैज्ञानिक काम कर रही हैं.
रेडियो स्पेक्ट्रो पोलरीमिटर नामक यंत्र का आविष्कार
अंशु ने रेडियो स्पेक्ट्रो पोलरीमिटर नामक यंत्र को विकसित किया है. यह यंत्र सूर्य के रहस्यों को समझने के लिए सहायक विवरण जुटाने में मदद कर रहा है. सूर्य पर होने वाले विस्फोटों की जानकारी भी इसके माध्यम से दर्ज की जा सकती हैं. यह शोध सूर्य से आने वाली चुम्बकीय तरंगों के अध्ययन पर आधारित है. अंशु ने बताया की सूर्य की गतिविधियों और धरती पर पड़ने वाले इसके प्रभाव को जानने के लिए इस यंत्र को विकसित किया गया है. इस यंत्र के माध्यम से पता चला की सूर्य पर अभी तक 50 से अधिक बार विस्फोट हो चुके हैं.
सरकारी स्कूल से पढ़ी है अंशु
अंशु की प्राथमिक शिक्षा आर्य कन्या मध्य विद्यालय से हुई है. फिर इंटर की पढ़ाई के लिए जवाहर नवोदय विधायल की और रिजल्ट आने पर टॉपर रही. इसके बाद अंशु ने राजस्थान कॉलेज इंजीनियरिंग फॉर वीमेन कॉलेज से बीटेक की डिग्री हासिल की. इसके बाद बेंगलुरु में स्थित इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ एस्ट्रो फिजिक्स तारा भौतिकी संस्थान से इंटीग्रेटेड पीएचडी की पढ़ाई की.
बचपन से ही सूर्य में थी रुचि
अंशु के पिता और जन्तु विज्ञान के एसोसिएट प्रोफेसर चंद्रमा सिंह ने बताया कि अंशु की बचपन से ही सूर्य में रुचि थी. मां सविता देवी शिक्षक थी, जो अंशु को लगातार प्रोत्साहित किया करती थी. उन्होंने कहा कि वो बचपन से ही होनकार और मेहनती थी. अंशु की इस सफलता पर परिवार में खुशी का माहौल है. आस-पड़ोस और रिश्तेदारों में मिठाईयां बांटी जा रही हैं. उनके परिवार के सदस्यों ने कहा कि उन्हें अंशु पर गर्व है.