सिवानः जम्मू कश्मीर से सिवान पहुंची NIA की टीम सोमवार को सिवान जेल में बंद बसन्तपुर निवासी सालेह ईमाम खान के पुत्र याकूब खान को अपने साथ रिमांड पर लेकर चली ( Jammu Kashmir NIA Team Took Remand Of Yakub Khan From Siwan Jail) गई. शनिवार को एनआईए के डीएसपी आरके पांडेय के नेतृत्व में पहुंची 5 सदस्यीय टीम ने जिले में कई लोगों से जेल के अंदर और बाहर पूछताछ की थी. जम्मू कश्मीर में एक आंतकवादी घटना से जुड़े मामले में कुछ माह पहले सिवान से गिरफ्तारी के बाद मिले इनपुट के आधार याकूब की गिरफ्तारी की गई है. एनआईए की टीम ने सिवान पहुंचकर जेल में बंद याकूब से पूछताछ किया. पूछताछ के बाद सिवान सीजीएम कोर्ट से रिमांड पर लेकर जम्मू कश्मीर चली गई.
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जेल में पूछताछ के बाद रिमांड पर ले गई एनआईएः सिवान में अचानक पहुंची NIA की टीम ने जेल में बंद एक कैदी से पूछताछ कर उसे कोर्ट के आदेश के बाद अपने साथ ले गई जिसके बाद जेल में हड़कंप मच गया, आपको बता दें कि कुछ माह पूर्व बड़हरिया से एक युवक की गिरफ्तारी जम्मू कश्मीर पुलिस के द्वारा किया गया था उसी मामले में सीवान पहुंची थी NIA की टीम और मण्डल कारा में बंद एक कैदी बसन्तपुर निवासी याकूब पिता सालेह ईमाम खान की एक दिन पहले जेल में ही पूछताछ की थी, और आज सोमवार को सीजीएम कोर्ट में पेशी कर आदेश लेकर अपने साथ जम्मू कश्मीर ले कर चली गयी, आपको बता दें कि एनआईए के डीएसपी आर के पांडेय के नेतृत्व में 5 सदस्यीय टीम पिछले कई दिनों से सीवान में मौजूद थी और जांच पड़ताल कर रही थी.
चुन्नू के निशानदेही पर हुई याकूब की गिरफ्तारीः आपको बता दें कि इरफान ऊर्फ चुन्नू नामक व्यक्ति जो सिवान जिले के बड़हरिया निवासी है. उसकी कुछ माह पहले ही जम्मू कश्मीर पुलिस की ओर से गिरफ्तारी की गई थी. गिरफ्तारी के बाद एनआईए की जांच में चुन्नू के तार आतंकी संगठन से जुड़े होने की बात सामने आई थी. बताया जा रहा है कि एनआईए की जांच में याकूब खान की भूमिका सामने आने के बाद एनआईए की टीम उसे लेकर जम्मू कश्मीर चली गई. वहीं इस पूरे मामले पर एनआईए के डीएसपी आर के पांडेय ने इस मामले पर बात करने की कोशिश की गई, लेकिन उन्होंने कोई भी जवाब नहीं दिया.
सिवान जेल में हत्या के मामले में बंद था याकूबः आपको बता दें कि याकूब खान, जिसको एनआईए की टीम अपने साथ जम्मू कश्मीर ले गयी, वह पहले से ही सिवान जेल में हत्या मामले में बंद था और उस पर कई आपराधिक मामले दर्ज हैं. दर्ज मामले अलग-अलग थाने क्षेत्र का है, जो न्यायालय में लंबित है.