सिवान: विदेश में नौकरी देने के बहाने भारत के बेरोजगार युवकों को ठगी का शिकार बनाया जा रहा है. ऐसा ही एक मामला सिवान जिले में सामने आया है. जहां क्रिप्टो करेंसी कंपनी में काम करने के लिए आईटी सेक्टर के चार युवकों को थाईलैंड बुलाया गया. इसके बाद उक्त कंपनी ने अवैध तरीके से चारों को म्यामांर भेज दिया. जहां उन्हें डिटेन कर लिया (Four Youths Of Siwan Trapped In Myanmar) गया है. अब कंपनी युवकों से घर वापसी के लिए चार लाख रुपये की मांग कर रही है. इधर, सिवान में पीड़ित युवकों के परिजन काफी परेशान है. उन्होंने सरकार से बच्चों को वापस लाने की गुहार लगायी है.
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मैरवा प्रखंड के चारों युवक: जानकारी के अनुसार म्यामांर में फंसे चारों युवक सिवान जिले के मैरवा प्रखंड के हैं. थाईलैंड की क्रिप्टो करेंसी कम्पनी ने इनको नौकरी के लिए बुलाया था. चारों को थाईलैंड के रास्ते म्यामांर अवैध तरीके से भेज दिया गया. वहां जाते ही युवक फंस गए और मामले की जानकारी उक्त कंपनी को दी. कंपनी ने युवकों से घर वापसी के लिए चार लाख रुपये की डिमांड की. जिसके बाद परेशान युवकों ने फोन पर मामले की जानकारी अपने परिजनों को दी है.
दूतावास और सांसद में शिकायत: म्यामांर में फंस जाने के खबर मिलते ही युवकों के परिजन परेशान हैं. उन्होंने दूतावास से उनकी सुरक्षित वापसी के लिए गुहार लगाई है. साथ ही सांसद कविता सिंह (MP Kavita Singh) के माध्यम से विदेश मंत्रालय में भी गुहार लगायी गयी है. करीब एक महीने से चारों युवक फंसे हुए हैं. पीड़ित परिजनों का कहना है कि कंपनी ने धोखा दिया है. सभी युवक काफी डरे सहमे हुए हैं. फोन कर वापस घर बुलाने की मांग कर रहे हैं. जबकि कंपनी चार लाख रुपये की मांग कर रही है.