सिवान: जिले में इंजीनियरिंग कॉलेज खोला जा रहा है. बताया गया है कि जिला प्रशासन की तरफ से सात निश्चय योजना के तहत यह कॉलेज खोला जाएगा. यह कॉलेज सुता मिल की खाली पड़ी 7 एकड़ जमीन पर बनाया जाएगा. इस कॉलेज के खुलने से बाहर जाकर पढ़ने वाले बच्चों को सहूलियत होगी. जहां इस इंजीनियरिंग कॉलेज के खुलने से बच्चों में खुशी है, वहीं इस मिल के कर्मियों में नाराजगी है.
खोला जाएगा इंजीनियरिंग कॉलेज
दरअसल, सिवान जिले में एक भी इंजीनियरिंग कॉलेज की सुविधा न होने के कारण बच्चों को बाहर जाकर पढ़ना पड़ता है. इसको देखते हुए जिला प्रशासन ने सात निश्चय योजना के तहत एक इंजीनियरिंग कॉलेज खोलने का फैसला किया है. बताया जा रहा है कि यह कॉलेज जिले में वर्षो से बंद पड़े सुता मिल की खाली जमीन पर बनाया जाएगा. यह जमीन 7 एकड़ में फैला हुआ है. वहीं, इस कॉलेज को खोलने में करोड़ों रुपये का खर्च आएगा.
'पहले हमारा पैसा दे सरकार'
आपको बता दें कि जहां इंजीनियरिंग कॉलेज के खुलने की खबर को लेकर छात्रों में उत्साह है, तो वहीं इससे सुता मिल के कर्मी काफी नाराज दिख रहे हैं. सुता मिल के सचिव का कहना है कि हमारा बकाया पैसा सरकार नहीं दे रही है. ऐसे में हम ये मिल नहीं खुलने देंगे. सुता मिल बंद करके सरकार पहले ही हमारे पेट पर लात मार चुकी है. अब अगर हमारी मजदूरी के पैसे सरकार नहीं देती है तो हमें मजबूर होकर अनशन करना पड़ेगा.