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सिवान में नौकरी के नाम पर ठगी करने वाला नटवरलाल गिरफ्तार, खुद को बताता था ITBP का कर्नल

सिवान में बड़ा ठग गिरफ्तार (Big thug arrested in Siwan) हुआ है. आरोपी खुद को आईटीबीपी का कर्नल बताकर सरकारी नौकरी दिलाने के नाम पर ठगी करता था. वो अबतक कई लोगों को चूना लगा चुका है. पुलिस ने गुप्त सूचना के आधार पर उसे गिरफ्तार कर जेल भेज दिया. पढ़ें पूरी खबर.

लकड़ी नबीगंज थाना
लकड़ी नबीगंज थाना
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Published : Oct 16, 2022, 8:09 PM IST

सिवान: बिहार के सिवान में आईटीबीपी का कर्नल बताकर नौकरी के नाम पर ठगी (Cheating In Name of Job) करने का मामला सामने आया है. पुलिस ने ठग को गिरफ्तार कर लिया है. पकड़े गए ठग की पहचान बसंतपुर थाना क्षेत्र बरवा गांव निवासी धनेश्वर राम का 35 वर्षीय पुत्र मनोज राम उर्फ निरहुआ के रूप में हुई है. ठग अपने ससुराल लकड़ी नबीगंज ओपी थाना क्षेत्र लकड़ी में रहता था. और वही से यह खेल खेलता था

ये भी पढ़ें- 12 करोड़ की ठगी करने वाला गिरफ्तार, फ्लैट दिलाने के नाम पर लगाता था चूना

सरकारी नौकरी के नाम पर ठगी: प्राप्त सूचना के अनुसार गिरफ्तार आरोपी सैकड़ों लोगों को चुना लगा चुका है, लोगों ने बताया कि वह नौकरी के नामपर 3 लाख रुपये तक का वसूली करता था और जब नौकरी देने की बात आती तो मोबाइल स्विचऑफ कर भाग जाता था, अब पुलिस ने छापेमारी कर उसे गिरफ्तार कर लिया है.



नौकरी लगाने के लिए वसूलता था मोटी रकम: लकड़ी नबीगंज ओपी थाना क्षेत्र के नरहरपुर निवासी वीर बहादुर सिंह ने बताया कि मनोज कुमार उर्फ निरहुआ आइटीबीपी में नौकरी लगाने के लिए उनसे 2 लाख वसूल लिया था, लेकिन तब से फरार चल रहा था. गांव के कई लड़कों का रिज्यूम और पैसा लेकर आर्मी में नौकरी दिलाने के लिए मोटी रकम की ठगी कर फरार चल रहा था. रात में कभी कबार अपने घर आता था नहीं तो फरार रहता था.

आर्मी की ले चुका है ट्रेनिंग: आपको बता दें कि ठगी के मामले में यह बहुत तेजी करता था और पैसा लेकर वहां से चंपत हो जाता था. पुलिस सूत्रों ने बताया कि करीब 20 वर्ष पूर्व मनोज राम उर्फ निरहुआ को आर्मी की नौकरी लगी थी, लेकिन दो माह के भीतर ही वह ट्रेनिंग से भाग गया था. पुलिस का कहना है कि जालसाजी के काम में महारत हासिल निरहुआ कहीं पर कर्नल तो कहीं पर सीआईडी इंस्पेक्टर और कहीं पर सीबीआई अधिकारी बनकर ठगी करता था. जब शक होने लगता था तो पैसा लेकर फरार हो जाता था.

कई जिले में कर चूना है ठगी: पुलिस ने बताया कि सीवान, छपरा और गोपालगंज समेत चंपारण तक लोग इसके झांसे में आकर लाखों रुपए लुटा चुके हैं. मनोज राम उर्फ निरहुआ लोगों को नौकरी दिलाने के नाम पर खुद को आइटीबीपी का कर्नल बताता था. इसके बाद बदले में दो से तीन लाख अग्रिम वसूली करता था. आरोपी धीरे-धीरे चंपारण और मुजफ्फरपुर के अलावे कई जगहों पर वह अपने कार्य क्षेत्र बढ़ाने लगा था. इधर नौकरी नहीं मिलने के बाद लोग उसे ढूंढने लगे थे, जिसके बाद मोबाइल बंद करके लापता हो जाता था. इस मामले में लकड़ी नवीगंज ओपी थानाध्यक्ष सूरज प्रसाद ने बताया कि आरोपी को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है.

ये भी पढ़ें- पैसे निकालने गई महिला से बैंक के अंदर फ्रॉड, असली रुपये लेकर कागज के बंडल थमाए

सिवान: बिहार के सिवान में आईटीबीपी का कर्नल बताकर नौकरी के नाम पर ठगी (Cheating In Name of Job) करने का मामला सामने आया है. पुलिस ने ठग को गिरफ्तार कर लिया है. पकड़े गए ठग की पहचान बसंतपुर थाना क्षेत्र बरवा गांव निवासी धनेश्वर राम का 35 वर्षीय पुत्र मनोज राम उर्फ निरहुआ के रूप में हुई है. ठग अपने ससुराल लकड़ी नबीगंज ओपी थाना क्षेत्र लकड़ी में रहता था. और वही से यह खेल खेलता था

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सरकारी नौकरी के नाम पर ठगी: प्राप्त सूचना के अनुसार गिरफ्तार आरोपी सैकड़ों लोगों को चुना लगा चुका है, लोगों ने बताया कि वह नौकरी के नामपर 3 लाख रुपये तक का वसूली करता था और जब नौकरी देने की बात आती तो मोबाइल स्विचऑफ कर भाग जाता था, अब पुलिस ने छापेमारी कर उसे गिरफ्तार कर लिया है.



नौकरी लगाने के लिए वसूलता था मोटी रकम: लकड़ी नबीगंज ओपी थाना क्षेत्र के नरहरपुर निवासी वीर बहादुर सिंह ने बताया कि मनोज कुमार उर्फ निरहुआ आइटीबीपी में नौकरी लगाने के लिए उनसे 2 लाख वसूल लिया था, लेकिन तब से फरार चल रहा था. गांव के कई लड़कों का रिज्यूम और पैसा लेकर आर्मी में नौकरी दिलाने के लिए मोटी रकम की ठगी कर फरार चल रहा था. रात में कभी कबार अपने घर आता था नहीं तो फरार रहता था.

आर्मी की ले चुका है ट्रेनिंग: आपको बता दें कि ठगी के मामले में यह बहुत तेजी करता था और पैसा लेकर वहां से चंपत हो जाता था. पुलिस सूत्रों ने बताया कि करीब 20 वर्ष पूर्व मनोज राम उर्फ निरहुआ को आर्मी की नौकरी लगी थी, लेकिन दो माह के भीतर ही वह ट्रेनिंग से भाग गया था. पुलिस का कहना है कि जालसाजी के काम में महारत हासिल निरहुआ कहीं पर कर्नल तो कहीं पर सीआईडी इंस्पेक्टर और कहीं पर सीबीआई अधिकारी बनकर ठगी करता था. जब शक होने लगता था तो पैसा लेकर फरार हो जाता था.

कई जिले में कर चूना है ठगी: पुलिस ने बताया कि सीवान, छपरा और गोपालगंज समेत चंपारण तक लोग इसके झांसे में आकर लाखों रुपए लुटा चुके हैं. मनोज राम उर्फ निरहुआ लोगों को नौकरी दिलाने के नाम पर खुद को आइटीबीपी का कर्नल बताता था. इसके बाद बदले में दो से तीन लाख अग्रिम वसूली करता था. आरोपी धीरे-धीरे चंपारण और मुजफ्फरपुर के अलावे कई जगहों पर वह अपने कार्य क्षेत्र बढ़ाने लगा था. इधर नौकरी नहीं मिलने के बाद लोग उसे ढूंढने लगे थे, जिसके बाद मोबाइल बंद करके लापता हो जाता था. इस मामले में लकड़ी नवीगंज ओपी थानाध्यक्ष सूरज प्रसाद ने बताया कि आरोपी को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है.

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