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सिवान में रईस खान पर हमला मामले में बड़ा खुलासा, जानिए क्यों और कहां हुई थी प्लानिंग

सिवान में एमएलसी चुनाव में निर्दलीय प्रत्याशी रईस खान पर AK-47 से हमला (Attack on Rais Khan in Siwan)मामले में तीन लोगों की गिरफ्तारी हुई है. महुवल के तबरेज आलम ने पूछताछ में कई खुलासे किये हैं. पूर्व सांसद मो. शहाबुद्दीन के पुत्र ओसामा शहाब भी इस मामले में नामजद हैं. हुसैनगंज थाना क्षेत्र के महुवल बड़रम के बीच AK47 से यह हमला हुआ था.

Rais Khan
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Published : Apr 20, 2022, 9:53 AM IST

सिवान: सिवान के खान ब्रदर्स के चर्चित और एमएलसी चुनाव में निर्दलीय प्रत्याशी रईस खान पर हमले (Attack on Independent MLC Candidate Rais Khan) के बाद पुलिस लगातार धर-पकड़ एवं पूछताछ कर ही है. इस मामले में पुलिस महुवल निवासी तबरेज आलम सहित तीन लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही थी. आपको बता दें कि तबरेज आलम इस हमले में लाइनर एवं गाड़ी चालक की भूमिका में था. दावा किया जा रहा है कि तबरेज पूछताछ में कई खुलासे (Disclosure in Attack on Rais Khan)किये हैं. बीते 4 अप्रैल को रात में AK-47 से हुए हमले को लेकर रईस खान ने मो. शाहबुद्दीन के पुत्र ओसामा शहाब (Shahabuddin son Osama Shahab) के अलावा 7 लोगों पर प्राथमिकी दर्ज कराई थी.

ये भी पढ़ें: शहाबुद्दीन के बेटे ओसामा ने CM नीतीश को किया ट्वीट, लिखा- 'मुझे भी अपराधी बना दिया'

तबरेज आलम ने दर्ज कराया बयान: सूत्रों के हवाले से मिली जानकारी के अनुसार तबरेज आलम ने पुलिस के सामने अपना दर्ज बयान कराया है. रईस खान के बढ़ते वर्चस्व को देखते हुए यह हमला किया गया था. रईस खान पर गोलू सिंह, बाबा दीपक प्रसाद और साबिर मियां ने अंधाधुंध फायरिंग की थी. हालांकि इस घटना में मो. शहाबुद्दीन के पुत्र ओसामा का नाम नहीं लिया.



रईस खान ने जमीन के मुनाफे में मांगी थी हिस्सेदारी: तबरेज मियां ने पुलिस को बताया है कि आफताब मियां व आसिफ मियां ने मिलकर गोपालपुर में एक जमीन की खरीद-बिक्री की थी. इसके बाद रईस खान ने उसमें से 6 लाख रुपये की डिमांड की थी. इसमें 12 लाख रुपये का मुनाफा हुआ था. इसमें रईस खान को 5 लाख एवं उसके भांजे दानिश मियां को एक लाख रुपये दिये थे. इसके बाद चांप गांव के आफताब मियां, प्रमुख पति, गोलू, दीपक प्रसाद, साबिर, आजाद, हासिम ने नाराजगी जताई थी. तब जाकर हमले की योजना बनी थी.

कैसे हुई थी हमले की प्लानिंग: पकड़े गए तबरेज आलम ने पुलिस को बताया कि घटना को अंजाम देने के लिए पहली बैठक बड़हरिया प्रखंड प्रमुख के घर हुई थी. जहां फैसल उर्फ तेजी के साथ तबरेज पहुंचा था. उसके बाद चांप गांव में आफताब मिया के घर बैठक हुई थी. उसके बाद रणनीति बनाकर 4 अप्रैल को रईस खान पर हमला किया गया था. प्राप्त सूचना के अनुसार पुलिस ने बयान दर्ज कर तबरेज मियां को जेल भेज दिया है.

आपको बता दें कि 4 अप्रैल को रईस खान पर घर जाते वक्त AK-47 से हमला हुआ था. जिसमें कई लोग घायल हुए वहीं एक राहगीर की मौत हो गई थी. इस मामले में हुसैनगंज थाने में आवेदन देकर रईस खान ने ओसामा सहित 8 लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई थी. इसमें ओसामा शहाब, आफताब मिया, साबिर मिया, गुड्डू उर्फ गुडडू पिस्टल, आजाद अली, आसिफ अली सिद्दीकी, यूपी निवासी चवन्नी सिंह का नाम दर्ज है.

ये भी पढ़ें: रईस खान पर हमला मामले में शहाबुद्दीन के कट्टर विरोधी भाजपा नेता का बड़ा बयान, ओसामा के बारे में कही ये बातें..

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सिवान: सिवान के खान ब्रदर्स के चर्चित और एमएलसी चुनाव में निर्दलीय प्रत्याशी रईस खान पर हमले (Attack on Independent MLC Candidate Rais Khan) के बाद पुलिस लगातार धर-पकड़ एवं पूछताछ कर ही है. इस मामले में पुलिस महुवल निवासी तबरेज आलम सहित तीन लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही थी. आपको बता दें कि तबरेज आलम इस हमले में लाइनर एवं गाड़ी चालक की भूमिका में था. दावा किया जा रहा है कि तबरेज पूछताछ में कई खुलासे (Disclosure in Attack on Rais Khan)किये हैं. बीते 4 अप्रैल को रात में AK-47 से हुए हमले को लेकर रईस खान ने मो. शाहबुद्दीन के पुत्र ओसामा शहाब (Shahabuddin son Osama Shahab) के अलावा 7 लोगों पर प्राथमिकी दर्ज कराई थी.

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तबरेज आलम ने दर्ज कराया बयान: सूत्रों के हवाले से मिली जानकारी के अनुसार तबरेज आलम ने पुलिस के सामने अपना दर्ज बयान कराया है. रईस खान के बढ़ते वर्चस्व को देखते हुए यह हमला किया गया था. रईस खान पर गोलू सिंह, बाबा दीपक प्रसाद और साबिर मियां ने अंधाधुंध फायरिंग की थी. हालांकि इस घटना में मो. शहाबुद्दीन के पुत्र ओसामा का नाम नहीं लिया.



रईस खान ने जमीन के मुनाफे में मांगी थी हिस्सेदारी: तबरेज मियां ने पुलिस को बताया है कि आफताब मियां व आसिफ मियां ने मिलकर गोपालपुर में एक जमीन की खरीद-बिक्री की थी. इसके बाद रईस खान ने उसमें से 6 लाख रुपये की डिमांड की थी. इसमें 12 लाख रुपये का मुनाफा हुआ था. इसमें रईस खान को 5 लाख एवं उसके भांजे दानिश मियां को एक लाख रुपये दिये थे. इसके बाद चांप गांव के आफताब मियां, प्रमुख पति, गोलू, दीपक प्रसाद, साबिर, आजाद, हासिम ने नाराजगी जताई थी. तब जाकर हमले की योजना बनी थी.

कैसे हुई थी हमले की प्लानिंग: पकड़े गए तबरेज आलम ने पुलिस को बताया कि घटना को अंजाम देने के लिए पहली बैठक बड़हरिया प्रखंड प्रमुख के घर हुई थी. जहां फैसल उर्फ तेजी के साथ तबरेज पहुंचा था. उसके बाद चांप गांव में आफताब मिया के घर बैठक हुई थी. उसके बाद रणनीति बनाकर 4 अप्रैल को रईस खान पर हमला किया गया था. प्राप्त सूचना के अनुसार पुलिस ने बयान दर्ज कर तबरेज मियां को जेल भेज दिया है.

आपको बता दें कि 4 अप्रैल को रईस खान पर घर जाते वक्त AK-47 से हमला हुआ था. जिसमें कई लोग घायल हुए वहीं एक राहगीर की मौत हो गई थी. इस मामले में हुसैनगंज थाने में आवेदन देकर रईस खान ने ओसामा सहित 8 लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई थी. इसमें ओसामा शहाब, आफताब मिया, साबिर मिया, गुड्डू उर्फ गुडडू पिस्टल, आजाद अली, आसिफ अली सिद्दीकी, यूपी निवासी चवन्नी सिंह का नाम दर्ज है.

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