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कलियुगी मां ने नवजात को सड़क किनारे फेंका, शव लेकर दर-दर भटकते रहे दो युवक - सिविल सर्जन रविन्द्र कुमार

सिविल सर्जन रविन्द्र कुमार के मुताबिक नवजात सदर अस्पताल का नहीं है. इसकी जानकारी अस्पताल के अधिकारियों से ली गई है. मामला जांच का विषय होने के कारण युवकों को पुलिस अधीक्षक के पास भेज दिया गया.

शव लेकर भटकते रहे दो युवक
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Published : Nov 5, 2019, 10:30 PM IST

सीतामढ़ीः कलियुगी मां की काली करतूत ने मानवता को शर्मसार कर दिया है. दरअसल, शहर के सी-परिसर के बाहर बीती देर रात नवजात को फेंक दिया गया. जहां रात के अंधेरे में गुजरने वाले किसी वाहन के नीचे आने की वजह से मासूम की मौत हो गई. हालांकि इस पर दो युवकों की नजर पड़ी.

sitamarhi
जिलाधिकारी के आवास पर युवक

दोनों युवकों ने इस घटना की सूचना सदर अस्पताल के अधिकारियों को दी. लेकिन अस्पताल कर्मियों ने उनकी बातों को नजरअंदाज कर दिया. हालांकि इसकी सूचना शहर स्थित नगर थाना को दी. घंटों बाद भी पुलिस की तरफ से कोई कार्रवाई नहीं की गई. जिसके बाद युवकों ने मासूम का अंतिम संस्कार करने के साथ-साथ इसकी सूचना जिलाधिकारी को देने उनके आवास पहुंचे. वहां भी घंटों खड़ा रहने के बाद किसी ने उनकी फरियाद नहीं सुनी.

देखिए पूरी रिपोर्ट

सिविल सर्जन ने युवकों को एसपी के पास भेजा
इस घटना से आहत युवकों ने इसकी शिकायत सीतामढ़ी के सिविल सर्जन से की. जहां सिविल सर्जन ने इस संदर्भ में विशेष जानकारी हॉस्पिटल के वरीय पदाधिकारी से मांगी. सिविल सर्जन रविन्द्र कुमार ने इस बारे में जानकारी देते हुए कहा कि अस्पताल के अधिकारियों से अस्पताल में जन्म लेने वाले बच्चों की संख्या की जानकारी मांगी. प्राप्त सूचना के मुताबिक नवजात अस्पताल का नहीं है. सर्जन ने बताया कि नवजात किसी प्राइवेट अस्पताल का हो सकता है. इसके बाद उन्होंने दोनों युवकों को एसपी के पास शिकायत करने के लिए भेज दिया.

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युवक

सीतामढ़ीः कलियुगी मां की काली करतूत ने मानवता को शर्मसार कर दिया है. दरअसल, शहर के सी-परिसर के बाहर बीती देर रात नवजात को फेंक दिया गया. जहां रात के अंधेरे में गुजरने वाले किसी वाहन के नीचे आने की वजह से मासूम की मौत हो गई. हालांकि इस पर दो युवकों की नजर पड़ी.

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जिलाधिकारी के आवास पर युवक

दोनों युवकों ने इस घटना की सूचना सदर अस्पताल के अधिकारियों को दी. लेकिन अस्पताल कर्मियों ने उनकी बातों को नजरअंदाज कर दिया. हालांकि इसकी सूचना शहर स्थित नगर थाना को दी. घंटों बाद भी पुलिस की तरफ से कोई कार्रवाई नहीं की गई. जिसके बाद युवकों ने मासूम का अंतिम संस्कार करने के साथ-साथ इसकी सूचना जिलाधिकारी को देने उनके आवास पहुंचे. वहां भी घंटों खड़ा रहने के बाद किसी ने उनकी फरियाद नहीं सुनी.

देखिए पूरी रिपोर्ट

सिविल सर्जन ने युवकों को एसपी के पास भेजा
इस घटना से आहत युवकों ने इसकी शिकायत सीतामढ़ी के सिविल सर्जन से की. जहां सिविल सर्जन ने इस संदर्भ में विशेष जानकारी हॉस्पिटल के वरीय पदाधिकारी से मांगी. सिविल सर्जन रविन्द्र कुमार ने इस बारे में जानकारी देते हुए कहा कि अस्पताल के अधिकारियों से अस्पताल में जन्म लेने वाले बच्चों की संख्या की जानकारी मांगी. प्राप्त सूचना के मुताबिक नवजात अस्पताल का नहीं है. सर्जन ने बताया कि नवजात किसी प्राइवेट अस्पताल का हो सकता है. इसके बाद उन्होंने दोनों युवकों को एसपी के पास शिकायत करने के लिए भेज दिया.

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युवक
Intro:सीतामढ़ी, जिले में कलयुगी मां की काली करतूत से फिर एक वार मानवता हुई शर्मसार ।


Body: सीतामढ़ी में मानवता की मूर्ति कहे जाने वाली मां लगातार अपनी कुकृत्य की वजह से कलंकित हो रही है। शहर स्थित सदर अस्पताल परिसर में बीती देर रात किसी कली की मान ने अपने नवजात को सदर अस्पताल के पास फेंक दिया। जहा रात के अंधेरे में गुजरने वाले किसी वाहन के नीचे आने की वजह से उस मासूम की मौत हो गई। इस कारण इस घटना को लेकर दो युवको की नजर पड़ी। उक्त दोनो युवकों ने इस घटना से की सूचना सदर अस्पताल केवरिया अधिकारी को दी। उसकी बातों को नजरअंदाज कर उसे वहां से टरका दिया। के बाद उसको ने इसकी सूचना शहर स्थित नगर थाना को दी। घंटो बीतने के बाद पुलिस द्वारा कोई कार्यवाही नहीं किए जाने से आधात युवकों ने उस मासूम के अंतिम क्रिया करने के साथ साथ इसकी सूचना जिलाधिकारी को देने को लेकर दोनों युवक समाहर्ता के आवास पर पहुंचे । जहां घंटों खड़ा होने के बाद भी किसी ने उसकी फरियाद नहीं सुनी । इस घटना से आघात युवकों ने इसकी शिकायत सीतामढ़ी के सिविल सर्जन के की । जहां उसकी फटकार सिविल सर्जन ने की के बाद उन्होंने इसकी सूचना हॉस्पिटल के वरीय पदाधिकारी से की और जानकारी माली किस जन्म लेने वाले बच्चे की संख्या क्या है । जानकारी लेने के बाद उन्होंने दोनों युवकों को एसपी के पास शिकायत करने को भेज दिया ।
बाईट, साहसी युवक,
बाईट, रविन्द्र कुमार ,सिविल सर्जन।


Conclusion:अब सवाल उठता है कि आखिर फरियाद किससे करें। जिले के सारे यंत्र और तंत्र अपनी जवाबदेही से भागने का प्रयास कर रहे हैं। यह एक बड़ा सवाल खड़ा हो रहा है। लोग जाएं तो जाएं कहां किससे करें फरियाद सब रहते हैं फरार।
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