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पुलिस के लिए चोरों का सरदार... गांव के लिए 'रॉबिनहुड' की बेगम ने जीता चुनाव, कुछ इस अंदाज में निकाला जुलूस

बिहार के सीतामढ़ी जिले के पुपरी प्रखंड में जिला परिषद सदस्य का चुनाव जीतने के बाद चर्चित चोर इरफान की पत्नी गुलशन परवीन ने विजय जुलूस निकाला. इस दौरान चुनाव आयोग के निर्देशों की धज्जियां उड़ाई गई. पढ़ें पूरी खबर...

गुलशन परवीन
गुलशन परवीन
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Published : Oct 28, 2021, 5:18 PM IST

Updated : Oct 28, 2021, 8:08 PM IST

सीतामढ़ी: बिहार में चल रहे पंचायत चुनाव (Bihar Panchayat Election) के पांचवें चरण में चर्चित चोर इरफान (Most Wanted Thief Irfan) की पत्नी गुलशन परवीन ने जिला परिषद का चुनाव जीत लिया. चुनाव में मिली जीत के बाद गुलशन ने अपने क्षेत्र में विजय जुलूस (Victory Procession) निकाला. एसयूवी कार के सन रूफ से बाहर निकलकर गुलशन ने अपने लोगों का आभार जताया.

यह भी पढ़ें- चोरी के पैसे से पति बना गांव का रोबिन हुड, पत्नी जीत गई जिला परिषद का चुनाव

इस दौरान हजारों की संख्या में लोग उनके साथ चल रहे थे. जुलूस में बड़ी संख्या में महिलाएं भी शामिल थीं. बता दें कि प्रशासन की गाइडलाइन के अनुसार विजय जुलूस नहीं निकालना है. इसके बाद भी गुलशन ने विजय जुलूस निकाला. इस दौरान चुनाव आयोग और जिला प्रशासन के निर्देशों की धज्जियां उड़ाई गई. पुलिस मौन धारण कर सब देखती रही.

देखें वीडियो

जिले के पुपरी प्रखंड के क्षेत्र संख्या 34 से जिला परिषद सदस्य के रूप में निर्वाचित गुलशन परवीन ने अपनी जीत के लिए लोगों का आभार जताया. दरअसल, गांव के लोग गुलशन परवीन के पति इरफान को सामाजिक कार्यकर्ता समझते थे. पुपरी प्रखंड के जोगिया गांव के इरफान ने जोगिया पंचायत के सात गांवों में एक करोड़ रुपये की लागत से सड़कें और गलियां बनवाई हैं.

चोरी के आरोप में गिरफ्तारी के बावजूद लोग इरफान को रॉबिनहुड कहते हैं. उसके काम का इतना जोर रहा कि गुलशन ने जिला परिषद सदस्य के लिए नामांकन दाखिल किया और जीत हासिल की. गुलशन ने कई दिग्गज उम्मीदवारों को काफी पीछे छोड़ते हुए करीब 3000 वोट से जीत दर्ज की. स्थानीय लोगों ने कहा कि अगर इरफान जेल में नहीं रहता तो गुलशन जिला परिषद की अध्यक्ष भी बनतीं.

बता दें कि 7 सितंबर को गाजियाबाद पुलिस स्थानीय पुलिस के सहयोग से इरफान को गिरफ्तार करने पुपरी पहुंची थी. जब वह नहीं मिला तो पुलिस उसकी पत्नी गुलशन परवीन, गांव के मो. शोएब और विक्रम साह को गिरफ्तार कर ले गई थी. गैंग के 11 लोगों की गिरफ्तारी के बाद जब उनको जमानत दिलाने इरफान पहुंचा तो पुलिस ने उसे गाजियाबाद से गिरफ्तार कर लिया. देश के 12 राज्यों में उस पर 40 से ज्यादा मामले दर्ज हैं. उनमें सारे मामले हाई प्रोफाइल हैं. जमानत पर छूटने के बाद गुलशन चुनाव लड़ने सीतामढ़ी आ गईं थीं.

यह भी पढ़ें- उपचुनाव की वोटिंग से पहले JDU अध्यक्ष ललन सिंह पहुंचे बाबा बासुकीनाथ धाम

सीतामढ़ी: बिहार में चल रहे पंचायत चुनाव (Bihar Panchayat Election) के पांचवें चरण में चर्चित चोर इरफान (Most Wanted Thief Irfan) की पत्नी गुलशन परवीन ने जिला परिषद का चुनाव जीत लिया. चुनाव में मिली जीत के बाद गुलशन ने अपने क्षेत्र में विजय जुलूस (Victory Procession) निकाला. एसयूवी कार के सन रूफ से बाहर निकलकर गुलशन ने अपने लोगों का आभार जताया.

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इस दौरान हजारों की संख्या में लोग उनके साथ चल रहे थे. जुलूस में बड़ी संख्या में महिलाएं भी शामिल थीं. बता दें कि प्रशासन की गाइडलाइन के अनुसार विजय जुलूस नहीं निकालना है. इसके बाद भी गुलशन ने विजय जुलूस निकाला. इस दौरान चुनाव आयोग और जिला प्रशासन के निर्देशों की धज्जियां उड़ाई गई. पुलिस मौन धारण कर सब देखती रही.

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जिले के पुपरी प्रखंड के क्षेत्र संख्या 34 से जिला परिषद सदस्य के रूप में निर्वाचित गुलशन परवीन ने अपनी जीत के लिए लोगों का आभार जताया. दरअसल, गांव के लोग गुलशन परवीन के पति इरफान को सामाजिक कार्यकर्ता समझते थे. पुपरी प्रखंड के जोगिया गांव के इरफान ने जोगिया पंचायत के सात गांवों में एक करोड़ रुपये की लागत से सड़कें और गलियां बनवाई हैं.

चोरी के आरोप में गिरफ्तारी के बावजूद लोग इरफान को रॉबिनहुड कहते हैं. उसके काम का इतना जोर रहा कि गुलशन ने जिला परिषद सदस्य के लिए नामांकन दाखिल किया और जीत हासिल की. गुलशन ने कई दिग्गज उम्मीदवारों को काफी पीछे छोड़ते हुए करीब 3000 वोट से जीत दर्ज की. स्थानीय लोगों ने कहा कि अगर इरफान जेल में नहीं रहता तो गुलशन जिला परिषद की अध्यक्ष भी बनतीं.

बता दें कि 7 सितंबर को गाजियाबाद पुलिस स्थानीय पुलिस के सहयोग से इरफान को गिरफ्तार करने पुपरी पहुंची थी. जब वह नहीं मिला तो पुलिस उसकी पत्नी गुलशन परवीन, गांव के मो. शोएब और विक्रम साह को गिरफ्तार कर ले गई थी. गैंग के 11 लोगों की गिरफ्तारी के बाद जब उनको जमानत दिलाने इरफान पहुंचा तो पुलिस ने उसे गाजियाबाद से गिरफ्तार कर लिया. देश के 12 राज्यों में उस पर 40 से ज्यादा मामले दर्ज हैं. उनमें सारे मामले हाई प्रोफाइल हैं. जमानत पर छूटने के बाद गुलशन चुनाव लड़ने सीतामढ़ी आ गईं थीं.

यह भी पढ़ें- उपचुनाव की वोटिंग से पहले JDU अध्यक्ष ललन सिंह पहुंचे बाबा बासुकीनाथ धाम

Last Updated : Oct 28, 2021, 8:08 PM IST
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