सीतामढ़ी: जिले के डुमरा नगर पंचायत में अनियमितता की बात सामने आई है. निगम के वार्ड पार्षदों ने कार्यपालक पदाधिकारी पर गड़बड़ी का आरोप लगाया है. 5 वर्ष बीत जाने के बाद भी सीतामढ़ी नगर परिषद और डुमरा नगर पंचायत को एक परिसीमन में करके नगर निगम बनाने का प्रस्ताव आया था. इसके बाद चुनाव आयोग ने डुमरा नगर पंचायत के चुनाव को स्थगित कर दिया, अब पार्षद एक-दूसरे पर आरोप लगाने से नहीं थक रहे हैं.
जानकारी के मुताबिक वार्ड नंबर-9 की पार्षद भारती झा ने डुमरा नगर पंचायत के कार्यपालक पदाधिकारी और अध्यक्ष पर गंभीर आरोप लगाया है. उन्होंने कहा है कि कचरा उठाव को लेकर खरीदी गई ई-रिक्शा मानक के अनुरूप नहीं है. उन्होंने कहा कि कचरा उठाव को लेकर जो ई-रिक्शा नगर पंचायत ने खरीदी है, उसमें से 1 रिक्शा खरीदगी के दिन ही खराब हो गई.
जल्द समुचित व्यवस्था की मांग
नगर पंचायत के पूर्व अध्यक्ष रामनंदन मंडल ने बताया कि कचरा उठाव को लेकर खरीदी गई रिक्शा नगर पंचायत डुमरा में कचरा उठाव को लेकर पर्याप्त नहीं है. रामानंदन मंडल ने कहा कि इसको लेकर उन्होंने कार्यपालक पदाधिकारी से भी आग्रह किया है कि जल्द समुचित व्यवस्था कराई जाए. पूर्व अध्यक्ष ने ये भी कहा कि कोरोना वायरस को लेकर डुमरा नगर पंचायत गंभीर नहीं दिख रहा है. नगर पंचायत की ओर से कहीं भी कोई जागरुकता अभियान नहीं चलाया जा रहा है. वार्ड पार्षद अपने-अपने वार्डों में खुद ही लोगों के घर-घर जाकर जागरूक करने में लगे हैं.
आए दिन आती रहती हैं ऐसी खबरें
बता दें कि डुमरा नगर पंचायत के सीमा में डीएम एसपी सहित जिले के आला अधिकारियों का आवास और जिला मुख्यालय होने के बावजूद डुमरा नगर पंचायत इस तरह की अनियमितता होती रहती है. लेकिन, इस पर कोई कार्रवाई नहीं की जाती है. इससे पहले डुमरा नगर पंचायत के प्रधान सहायक ने अपने पुत्र को जाली नियुक्ति पत्र देकर डुमरा नगर पंचायत में नियुक्त करवा दिया गया था अधिकारी को जब इसकी भनक लगी तो उन्होंने थाने में एक प्राथमिकी दर्ज करवाया गया.