सीतामढ़ी: दूध उत्पादन को बढ़ावा देने के लिए सरकार जहां डेयरी को लेकर ऋण लेने पर 50% सब्सिडी दे रही है और पशुपालन को बढ़ावा दे रही है, वहीं सीतामढ़ी जिले के डुमरा प्रखंड के मिश्रौलिया गांव में 2 वर्ष पूर्व लाखों की लागत से पशु चिकित्सालय का निर्माण कराया गया था. तत्कालीन मंत्री प्रेम कुमार ने इसका उद्घाटन भी किया था लेकिन उसके बाद से लगातार सीतामाढ़ी में पशु अस्पताल बंद (Veterinary Hospital is closed in Sitamarhi) पड़ा है.
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24 लाख 93 हजार की लागत से निर्माण: डुमरा प्रखंड के मिश्रौलिया गांव में पशुओं के बेहतर इलाज (better treatment of animals) को लेकर 24 लाख 93 हजार रुपए की लागत से पशु अस्पताल का निर्माण कराया गया था. जिसका उद्घाटन तत्कालीन बिहार सरकार के मंत्री प्रेम कुमार ने 6 जून 2020 को किया था. सरकार की मंशा थी कि निर्माण के बाद आसपास के तकरीबन एक दर्जन गांव के लोगों को इसका लाभ मिलेगा लेकिन इसके उद्घाटन के 2 वर्ष बीत जाने के बाद भी आसपास के गांव के लोगों को इसका लाभ नहीं मिल रहा है.
नहीं हुई स्वास्थ्य कर्मियों की तैनाती: 6 जून 2020 को डुमरा प्रखंड के लिए सवालिया गांव में पशु अस्पताल का उद्घाटन हुआ था. उद्घाटन को लेकर आसपास के कई गांवों के लोगों में खुशी का माहौल था लेकिन उद्घाटन के बाद से अब तक जहां पशु अस्पताल बंद पड़ा है, वहीं अब तक पशु अस्पताल में डॉक्टरों की तैनाती भी नहीं हुई है. जिस वजह से आसपास के दर्जनों गांव के लोगों को 6 से 7 किलोमीटर दूरी तयकर जिला मुख्यालय के पशु अस्पताल में अपने पशुओं को लेकर इलाज के लिए आना पड़ता है. हालांकि जब पशुपालन विभाग के सीएस से इस बाबत बात की गई तो उन्होंने इस मामले में कुछ भी बोलने से इनकार किया है. उन्होंने कहा कि मामला संज्ञान में आया है. जानकारी लेकर आगे की कार्रवाई की जाएगी.
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