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सरकारी कार्यालय में अपडेट नहीं हैं सॉफ्टवेयर, सर्टिफिकेट के लिए काटने पड़ रहे हैं चक्कर - अनुमंडल पदाधिकारी रामानुज प्रसाद सीतामरी

सीतामढ़ी गांव के सौली, रुपौली, सिरसिया के लोगों के प्रमाण पत्र में थाने का नाम न होने से छात्र-छात्राओं को नामांकन प्रक्रिया में काफी समस्या हो रही है.

सर्टिफिकेट के लिए चक्कर काट रहें छात्र
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Published : Aug 8, 2019, 8:13 PM IST

सीतामढ़ी: जिले के बेलसंड प्रखंड कार्यालय में विगत 20 दिनों से आवश्यक प्रमाण पत्र के लिए करीब 6 हजार से अधिक की आबादी कार्यालय का चक्कर काट रही हैं. सौली, रुपौलि, सिरसिया के लोग प्रमाण पत्र न मिलने से काफी परेशान है. प्रमाण पत्र न मिलने के कारण आंगनबाड़ी केन्द्र में आवेदन करने वाले अभ्यार्थी और छात्र-छात्रा नामांकन नहीं करा पा रहे हैं. इस वजह से लोगों में काफी रोष है.

खतरे में भविष्य
स्थानीय लोगों का कहना है कि 15 जुलाई से पूर्व प्रखंड कार्यालय में ऑनलाइन जाति, आवासीय, आय सहित अन्य प्रमाण पत्र निर्गत किए जाते थे. लेकिन 15 जुलाई के बाद कंप्यूटर के सॉफ्टवेयर में जो बदलाव किए गए उसमें इस पंचायत के थाना का नाम ही अपलोड नहीं किया गया. नतीजा यह हुआ कि इस थाने के लोगों का किसी भी प्रकार का प्रमाण पत्र नहीं बन पा रहा है. इस समस्या के कारण कई छात्र-छात्राओं का भविष्य अधर में लटक गया है और इस प्रमाण पत्र के कारण उनके नामांकन प्रक्रिया में भी काफी समस्या हो रही है.

सर्टिफिकेट के लिए चक्कर काट रहे छात्र

खामियाजा भुगत रहे लोग
पूछे जाने पर आरटीपीएस कार्यालय के तकनीकीकर्मी ने बताया कि 15 जुलाई से पूर्व पुराने सॉफ्टवेयर में सौली, रुपौली पंचायत के सभी गांव और थाना का नाम अंकित था. लेकिन, नए सॉफ्टवेयर में त्रुटि के बाद इस पंचायत के थाना का नाम ही नहीं आ रहा और इस समय किसी भी प्रकार का प्रमाण पत्र बनाना मुश्किल हो चुका है. जिसका खामियाजा इन लोगों को भुगतना पड़ रहा है.

'जल्द निकलेगा हल'
अनुमंडल पदाधिकारी रामानुज प्रसाद सिंह ने बताया कि इस संबंध में अंचल अधिकारी से जानकारी ली गई है और सॉफ्टवेयर में तकनीकी गड़बड़ी के कारण प्रमाण पत्र ऑनलाइन करने का काम बाधित हो गया है. जल्द ही इस त्रुटि और समस्या का समाधान कर लिया जाएगा. जिससे सौली, रुपौली की जनता को प्रमाण पत्र के लिए प्रखंड कार्यालय के चक्कर नहीं लगाने पड़ेंगे.

सीतामढ़ी: जिले के बेलसंड प्रखंड कार्यालय में विगत 20 दिनों से आवश्यक प्रमाण पत्र के लिए करीब 6 हजार से अधिक की आबादी कार्यालय का चक्कर काट रही हैं. सौली, रुपौलि, सिरसिया के लोग प्रमाण पत्र न मिलने से काफी परेशान है. प्रमाण पत्र न मिलने के कारण आंगनबाड़ी केन्द्र में आवेदन करने वाले अभ्यार्थी और छात्र-छात्रा नामांकन नहीं करा पा रहे हैं. इस वजह से लोगों में काफी रोष है.

खतरे में भविष्य
स्थानीय लोगों का कहना है कि 15 जुलाई से पूर्व प्रखंड कार्यालय में ऑनलाइन जाति, आवासीय, आय सहित अन्य प्रमाण पत्र निर्गत किए जाते थे. लेकिन 15 जुलाई के बाद कंप्यूटर के सॉफ्टवेयर में जो बदलाव किए गए उसमें इस पंचायत के थाना का नाम ही अपलोड नहीं किया गया. नतीजा यह हुआ कि इस थाने के लोगों का किसी भी प्रकार का प्रमाण पत्र नहीं बन पा रहा है. इस समस्या के कारण कई छात्र-छात्राओं का भविष्य अधर में लटक गया है और इस प्रमाण पत्र के कारण उनके नामांकन प्रक्रिया में भी काफी समस्या हो रही है.

सर्टिफिकेट के लिए चक्कर काट रहे छात्र

खामियाजा भुगत रहे लोग
पूछे जाने पर आरटीपीएस कार्यालय के तकनीकीकर्मी ने बताया कि 15 जुलाई से पूर्व पुराने सॉफ्टवेयर में सौली, रुपौली पंचायत के सभी गांव और थाना का नाम अंकित था. लेकिन, नए सॉफ्टवेयर में त्रुटि के बाद इस पंचायत के थाना का नाम ही नहीं आ रहा और इस समय किसी भी प्रकार का प्रमाण पत्र बनाना मुश्किल हो चुका है. जिसका खामियाजा इन लोगों को भुगतना पड़ रहा है.

'जल्द निकलेगा हल'
अनुमंडल पदाधिकारी रामानुज प्रसाद सिंह ने बताया कि इस संबंध में अंचल अधिकारी से जानकारी ली गई है और सॉफ्टवेयर में तकनीकी गड़बड़ी के कारण प्रमाण पत्र ऑनलाइन करने का काम बाधित हो गया है. जल्द ही इस त्रुटि और समस्या का समाधान कर लिया जाएगा. जिससे सौली, रुपौली की जनता को प्रमाण पत्र के लिए प्रखंड कार्यालय के चक्कर नहीं लगाने पड़ेंगे.

Intro:कंप्यूटर के सॉफ्टवेयर में जिला अंकित नहीं होने के कारण बीस दिनों से प्रमाण पत्र के लिए भटक रहे हैं 5 गांव के लोग। Body: जिले के बेलसंड प्रखंड कार्यालय में विगत 20 दिनों से सभी आवश्यक प्रमाण पत्र के लिए करीब 6 हजार से अधिक की आबादी कार्यालय का चक्कर काट रही है।लेकिन उन्हें किसी भी प्रकार का प्रमाण पत्र निर्गत नहीं किया जा रहा है। इसका नतीजा है कि सौली, रुपौली, सिरसिया, गाँव के लोग प्रमाण पत्र नहीं मिलने से खासे परेशान है। प्रमाण पत्र के अभाव में आंगनबाड़ी केन्द्र के लिए आवेदन करने वाले अभ्यार्थी और छात्र-छात्रा नामांकन कराने से वंचित हो रहे है। इसके अलावे अन्य विभागों में प्रमाण पत्र जमा करने वाले लोग भी अवसर पाने से चूक जा रहे हैं। इसको लेकर एक पंचायत के 5 गांव के जरूरतमंद लोगों के अंदर प्रशासन के प्रति आक्रोश और नाराजगी व्याप्त है।
स्थानीय लोगों का बताना है कि 15 जुलाई से पूर्व प्रखंड कार्यालय से ऑनलाइन के जरिए जाति, आवासीय, आय सहित अन्य प्रमाण पत्र निर्गत किया जाता था। लेकिन 15 जुलाई के बाद कंप्यूटर के सॉफ्टवेयर में जो बदलाव किए गए हैं। उसमें इस पंचायत के थाना का नाम ही अपलोड नहीं किया गया है। इसका नतीजा है कि थाना का नाम अपलोड नहीं होने के कारण अब इस पंचायत के 5 गांव की जो आबादी है उनका किसी भी प्रकार का प्रमाण पत्र नहीं बन पा रहा है। ग्रामीणों की यह भी शिकायत है कि इसके लिए सभी जरूरतमंद लोग विगत 20 दिनों से प्रखंड कार्यालय जाकर अधिकारियों का चक्कर लगा रहे हैं। लेकिन समस्या का समाधान नहीं किया जा रहा है। इस समस्या के कारण कई छात्र-छात्राओं का भविष्य भी अधर में लटक गया है क्योंकि प्रमाण पत्र के कारण उनका नामांकन प्रक्रिया भी बाधित हो गया है।
वही इस संबंध में पूछे जाने पर आरटीपीएस कार्यालय के तकनीकी कर्मी ने बताया कि 15 जुलाई से पूर्व पुराने सॉफ्टवेयर में सौली रुपौली पंचायत के सभी गांव और थाना का नाम अंकित था। लेकिन नए सॉफ्टवेयर में त्रुटि कर दी गई है। इसलिए इस पंचायत का जो थाना है उसका नाम ही नहीं आ रहा है। लिहाजा किसी भी प्रकार का प्रमाण पत्र बनाना मुश्किल हो चुका है। और इसका खामियाजा इस पंचायत के जरूरतमंद लोगों को भुगतना पड़ रहा है।
इस संबंध में पूछे जाने पर अनुमंडल पदाधिकारी रामानुज प्रसाद सिंह ने बताया कि इस संबंध में अंचला अधिकारी से जानकारी ली गई है। सॉफ्टवेयर में तकनीकी गड़बड़ी के कारण प्रमाण पत्र ऑनलाइन करने का काम बाधित हो गया है। इस संबंध में तकनीकी सेल से संपर्क किया गया है। जल्द ही इस त्रुटि और समस्या का समाधान कर लिया जाएगा। ताकि सौली रुपौली पंचायत की जनता को प्रमाण पत्र के लिए प्रखंड कार्यालय का चक्कर नहीं लगाना पड़ेगा। और बहुत जल्द ही इसका निदान कर लिया जाएगा। Conclusion:जानकारों के अनुसार 2 जिले को लेकर इस पंचायत की जनता प्रमाण पत्र से वंचित हो रही है। क्योंकि सौली रुपौली जो पंचायत है। इसके अंदर 5 गांव आता है।जिसमें 1 गांव ओलिपुर सीतामढ़ी जिले के बेलसंड थाना क्षेत्र में आता है। शेष 4 गांव सौली, सिरसिया, रुपौली और ननकार रुपौली तरियानी छपरा थाना क्षेत्र के अंदर आता है। जो शिवहर जिले में स्थित है। इसलिए 2 जिले के कारण आम जनता इस तकनीकी गड़बड़ी में बेवजह पीस रही है। और उनका ह्रास हो रहा है।
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