सीतामढ़ी: जिले के बेलसंड प्रखंड कार्यालय में विगत 20 दिनों से आवश्यक प्रमाण पत्र के लिए करीब 6 हजार से अधिक की आबादी कार्यालय का चक्कर काट रही हैं. सौली, रुपौलि, सिरसिया के लोग प्रमाण पत्र न मिलने से काफी परेशान है. प्रमाण पत्र न मिलने के कारण आंगनबाड़ी केन्द्र में आवेदन करने वाले अभ्यार्थी और छात्र-छात्रा नामांकन नहीं करा पा रहे हैं. इस वजह से लोगों में काफी रोष है.
खतरे में भविष्य
स्थानीय लोगों का कहना है कि 15 जुलाई से पूर्व प्रखंड कार्यालय में ऑनलाइन जाति, आवासीय, आय सहित अन्य प्रमाण पत्र निर्गत किए जाते थे. लेकिन 15 जुलाई के बाद कंप्यूटर के सॉफ्टवेयर में जो बदलाव किए गए उसमें इस पंचायत के थाना का नाम ही अपलोड नहीं किया गया. नतीजा यह हुआ कि इस थाने के लोगों का किसी भी प्रकार का प्रमाण पत्र नहीं बन पा रहा है. इस समस्या के कारण कई छात्र-छात्राओं का भविष्य अधर में लटक गया है और इस प्रमाण पत्र के कारण उनके नामांकन प्रक्रिया में भी काफी समस्या हो रही है.
खामियाजा भुगत रहे लोग
पूछे जाने पर आरटीपीएस कार्यालय के तकनीकीकर्मी ने बताया कि 15 जुलाई से पूर्व पुराने सॉफ्टवेयर में सौली, रुपौली पंचायत के सभी गांव और थाना का नाम अंकित था. लेकिन, नए सॉफ्टवेयर में त्रुटि के बाद इस पंचायत के थाना का नाम ही नहीं आ रहा और इस समय किसी भी प्रकार का प्रमाण पत्र बनाना मुश्किल हो चुका है. जिसका खामियाजा इन लोगों को भुगतना पड़ रहा है.
'जल्द निकलेगा हल'
अनुमंडल पदाधिकारी रामानुज प्रसाद सिंह ने बताया कि इस संबंध में अंचल अधिकारी से जानकारी ली गई है और सॉफ्टवेयर में तकनीकी गड़बड़ी के कारण प्रमाण पत्र ऑनलाइन करने का काम बाधित हो गया है. जल्द ही इस त्रुटि और समस्या का समाधान कर लिया जाएगा. जिससे सौली, रुपौली की जनता को प्रमाण पत्र के लिए प्रखंड कार्यालय के चक्कर नहीं लगाने पड़ेंगे.