सीतामढ़ी: कोरोना वायरस जैसी वैश्विक महामारी को लेकर जहां पूरे प्रदेश में लॉकडाउन है. वहीं लॉकडाउन के सख्ती से पालन कराने को लेकर जिला प्रशासन लगातार लोगों को जागरूक करने के लिए अभियान भी चला रहा है. इधर शनिवार को कोरोना पॉजिटिव से मौत होने का आरोप लगाते हुए एक मृतक के परिजनों ने समाहरणालय के मुख्य द्वार पर जमकर हंगामा किया. यह परिजन शहर के बसवरिया वार्ड नंबर 10 के बताए जा रहे हैं.
बार-बार दौड़ने के बाद भी नहीं हुई कोरोना की जांच
शनिवार को मृतक राजकुमार साह के परिजनों ने स्वास्थ्य विभाग और जिला प्रशासन पर आरोप लगाते हुए कहा कि राजकुमार को पिछले 10 दिनों से खांसी सर्दी बुखार हो रही थी. स्थानीय स्तर पर इलाज करवाने से भी जब वह ठीक नहीं हुआ तो इसके बाद शहर के एक निजी क्लीनिक में भर्ती कराया गया, जहां डॉक्टरों ने कोरोना की जांच के लिए सीतामढ़ी सदर अस्पताल भेज दिया.
स्वास्थ्य विभाग के द्वारा जांच को लेकर बार-बार दौड़ाया गया
मृतक के परिजन संतोष गुप्ता का कहना है कि कोरोना की जांच को लेकर जब वह सदर अस्पताल गए तो वहां के चिकित्सकों ने उन्हें ढूंढ स्थित आईटीआई में बने कोविड-19 अस्पताल में भेजा गया. वहां से उसे डूंगरा पीएससी में भेज दिया गया. वहीं संतोष ने बताया कि डुमरा पीएचसी से भी उसे पुनः सदर अस्पताल भेज दिया गया. संतोष ने बताया कि तंग आकर परिजनों ने पीड़ित को अपने साथ घर ले आए और शुक्रवार की रात अचानक तबीयत खराब हुई और सदर अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां देर रात 2:30 बजे उसकी मौत हो गई. परिजनों का आरोप है कि युवक की मौत कोरोना पॉजिटिव के कारण हुई है.
मौके पर पहुंची डुमरा थाना पुलिस
शव के साथ प्रदर्शन करने की सूचना मिलते ही डुमरा थाना अध्यक्ष नवलेश कुमार आजाद और अवर निरीक्षक राकेश रंजन ने मौके पर पहुंचकर पीड़ित परिजनों को समझाया. साथ ही थाना अध्यक्ष ने आश्वासन दिया कि उनके सभी परिजनों का कोरोना वायरस को लेकर जांच करवाया जाएगा, जिसके बाद प्रदर्शन कर रहे लोग समाहरणालय के मुख्य द्वार से हटे.
डीपीआरओ ने कहा- कोरोना से नहीं हुई है मौत
मामले को लेकर डीपीआरओ परिमल कुमार ने डीएम अभिलाषा कुमारी शर्मा के हवाले से कहा है कि राजकुमार शाह की कोरोना पॉजिटिव के कारण मौत नहीं हुई है न राजकुमार के परिजनों ने जांच कराने को लेकर जिला प्रशासन या स्वास्थ्य विभाग से संपर्क साधा था.