सीतामढ़ी: कोरोना वायरस को लेकर किए गए लॉक डाउन के पांचवें दिन इसका व्यापक असर जिले के सभी थाना क्षेत्रों में देखने को मिला. आम लोग लॉक डाउन के कारण घरों में ही रहना मुनासिब समझ रहे हैं. इसलिए जिले की सड़कें वीरान दिख रही है. जगह-जगह पुलिस के जवान तैनात हैं. लेकिन कांग्रेस जिलाध्यक्ष विमल शुक्ला ने सरकार पर इस लॉक डाउन को लेकर तंज कसा है.
विमल शुक्ला का कहना है कि केंद्र और राज्य सरकार की ओर से लॉक डाउन का फैसला जल्दबाजी में लिया गया है. जो आम लोगों के लिए परेशानी का सबब बन गया है. लॉक डाउन लागू करने से पहले सरकार को सभी तरह की तैयारी कर लेनी चाहिए थी. लेकिन सरकार ने ऐसा ना कर आनन-फानन में इसे लागू कर दिया, जिस कारण जनता घुट रही है.
'जनता हो रही है परेशान'
इसके अलावे कांग्रेस जिलाध्यक्ष विमल शुक्ला ने कहा कि लॉक डाउन होने के बाद व्यवसायियों ने खाद्यान्न की कालाबाजारी शुरू कर दी है. इसको लेकर जनप्रतिनिधियों की शिकायत पर जिलाधिकारी ने सभी खाद्य सामग्री की सूची बनाकर उसका मूल्य निर्धारण किया है. लेकिन इसका फायदा आम जनता को नहीं मिल पा रहा. क्योंकि घरों में रहने वाली जनता को सहजता पूर्वक कोई भी सामग्री नहीं मिल पा रही है. एलपीजी गैस हो या अन्य खाद्य सामग्री सभी के लिए जनता त्राहिमाम कर रही है.
घर से बाहर फंसे लोगों की चिंता
साथ ही दूसरे प्रदेशों में फंसे जिला वासियों का बुरा हाल है. वैसे लोग दाने-दाने को तरस रहे हैं. वहीं, बाहर रह रहे लोगों के वापस नहीं लौटने से उनके परिवार के सदस्य चिंतित है. सरकार को इन सभी बिंदुओं पर विचार करने के बाद ही लॉक डाउन लागू करनी चाहिए थी.