सीतामढ़ी: जिला मुख्यालय से 1 किलोमीटर की दूरी पर अवस्थित परसौनी गांव में 49 लाख 53 हजार की लागत से नल जल योजना का कार्य किया गया. इसके बावजूद अब तक ग्रामीणों को इसका कोई लाभ नहीं मिला. इसको लेकर ग्रामीणों ने कई बार जिले के अधिकारियों से भी शिकायत की. लेकिन अब तक कोई कार्रवाई नहीं हो सकी. इससे ग्रामीणों में काफी आक्रोश है. उन्होंने इस विधानसभा चुनाव में वोट का बहिष्कार करने की फैसला लिया है.
नहीं हुई कोई कार्रवाई
ग्रामीणों का आरोप है कि कार्य पूरा होने के बावजूद अब तक किसी भी ग्रामीण के घर में लगे नल से एक बूंद पानी नहीं निकला. बार-बार शिकायत करने के बावजूद अब तक किसी अधिकारी ने इसकी जांच नहीं की. वहीं विभागीय कार्यपालक अभियंता से जब शिकायत की गई तो उन्होंने जांच के नाम पर खानापूर्ति कर जेई को कार्यस्थल पर भेज दिया. अब तक कोई कार्रवाई नहीं हुई है.
पानी में आर्सेनिक ज्यादा होने से दर्जनों लोग हैं कैंसर पीड़ित
वहीं माधोपुर रोशन पंचायत के सरपंच वीरेंद्र झा ने बताया कि लगातार शिकायत करने के बावजूद कार्रवाई नहीं होने से ग्रामीणों के साथ वह भी इस विधानसभा चुनाव में वोट का बहिष्कार करेंगे. वहीं जिल के परसौनी गांव के वार्ड नंबर 12 के पानी में आर्सेनिक की मात्रा अधिक होने के कारण दर्जनों लोग कैंसर से पीड़ित हो गए. साथ ही कई लोगों की मौत हो चुकी है.
खुद विभागीय पीएचडी मंत्री ने किया था शिलान्यास
आर्सेनिक की मात्रा ज्यादा होने के कारण सरकार ने जिले में 12 स्थलों का चयन किया जहां पहले चरण में नल जल योजना का शिलान्यास किया गया. वहीं परसौनी गांव में नल जल योजना का शिलान्यास खुद विभागीय पीएचडी मंत्री विनोद नारायण झा ने किया थी. वहीं कार्य पूरा होने के बाद भी नलों से पानी नहीं आ रहा है.