सीतामढ़ी: जिला परिषद उपाध्यक्ष देवेंद्र साह की कुर्सी बच गयी है. दरअसल, साह के खिलाफ 13 जिला पार्षदों ने अविश्वास प्रस्ताव लाया था. हालांकि पार्षद उन्हें कुर्सी से बेदखल करने में विफल रहे. शनिवार को समाहरणालय के विमर्श कक्ष में विशेष बैठक बुलाई गई थी.
पूरा नहीं हुआ कोरम
डीडीसी प्रभात कुमार की मौजूदगी और जिप अध्यक्ष उमा देवी की अध्यक्षता में उपाध्यक्ष के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा होनी थी. लेकिन पार्षदों की पर्याप्त संख्या बल के अभाव में अविश्वास प्रस्ताव स्वीकृत नहीं हुआ, बल्कि सिर्फ चर्चा हुई. बैठक में 13 पार्षद की जगह अविश्वास प्रस्ताव में मात्र 9 ही शामिल हो सके. जिप अध्यक्ष को मिलाकर कुल संख्या 10 थी.
20 की जगह विपक्ष में मात्र 10 पार्षद
मुख्य कार्यपालक पदाधिकारी ने अविश्वास प्रस्ताव खारिज होने की पुष्टी की. उन्होंने बताया कि विशेष बैठक तभी पूरी होती, जब कुल सदस्यों की संख्या आधा से अधिक होता. 38 सदस्यों में से 20 की मौजूदगी होनी चाहिए थी. जबकि मात्र 10 सदस्य ही मौजूद थे. जिसके कारण कोरम पूरा नहीं हो पाया. जिप के मुख्य कार्यपालक पदाधिकारी सह डीडीसी प्रभात कुमार ने अविश्वास प्रस्ताव को खारिज कर दिया. बैठक में शामिल होने वालों में जिला पार्षद इंद्राणी राय, रुबी कुमारी, नवीन सिंह, मुनिता देवी, आदित्य मोहन सिंह, इंदु देवी, संजय झा, मधु प्रिया, लालबाबू चौधरी और ममता देवी आदि शामिल थे.
पार्षद को बैठक की खबर नहीं
विशेष बैठक से जिला पार्षद विश्वनाथ मिश्र नदारद रहे. जबकि अविश्वास प्रस्ताव लाने वालों में शामिल थे. इस बारे में मिश्र ने दूरभाष पर बताया कि उन्हें विशेष बैठक की सूचना ही नहीं मिली. इसकी शिकायत डीडीसी से करेंगे. साथ ही सूचना देने में लापरवाही बरतने वालों के खिलाफ कार्रवाई की मांग करेंगे. इसके अलावा अविश्वास व्यक्त करने वालो में भरत महतो भी नदारद थे. प्रयास के बावजूद महतो से संपर्क नहीं हो सका. पार्षद चंदन पासवान मौके पर पहुंचे, लेकिन बारिश में भींग जाने के कारण हॉल में नहीं जा सके. इसकी पुष्टि रुबी देवी के प्रतिनिधि ओम भारती ने की है. बैठक में डीआरडीए निदेशक मुमुक्षु चौधरी भी मौजूद थे.