सीतामढ़ी: केन्द्र से आई राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण की 7 सदस्यीय टीम ने जिले के बाढ़ प्रभावित प्रखंडों में जाकर क्षति का जायजा लिया. क्षेत्रों का दौरा करने के बाद टीम ने समाहरणालय स्थित विमर्श कक्ष में जिले के वरीय पदाधिकारियों के साथ बैठक कर बाढ़ के दौरान चलाए गए राहत कार्य और क्षति की समीक्षा की.
गांव-गांव जाकर लिया जायजा
केंद्रीय दल ने रीगा, सूप्पी सहित कई प्रखंडों के बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का दौरा कर पीड़ितों से बातचीत की. हनुमान नगर में चलाये गए सामुदायिक किचन की जानकारी करने के बाद गृह क्षति, पशु क्षति, मृतक राहत राशि, क्षतिग्रस्त सड़कों का जायजा लिया. दल ने भगवानपुर पंचायत के नारसामा में जाकर मछली पालकों के तालाबों का भी जायजा लिया. मलाही टोला, उफरोलिया आदि स्थानों के आस पास के क्षतिग्रस्त सड़कों के मरम्मती कार्यों को भी देखा. विधुत से संबंधित क्षति का भी आकलन किया. केंद्रीय दल में रमेश कुमार, डॉक्टर भूपेंद्र कुमार सिंह, वीरेंद्र सिंह, मुकेश कुमार सिंह, आरपी सिंह, एचआर मीणा और लवकुश सिंह शामिल थे. वहीं, जिले से उनके साथ डीएम डॉ रणजीत कुमार सिंह समेत जिले के कई वरीय पदाधिकारी मौजूद रहे.
रमेश कुमार गंटा ने की बैठक
जिले में 2019 की बाढ़ से हुई क्षति का आकलन करने के लिए राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण की सात सदस्यीय टीम सीतामढ़ी पहुंची. टीम का नेतृत्व कर रहे रमेश कुमार गंटा ने समाहरणालय के विमर्श कक्ष में जिले के वरीय पदाधिकारियो के साथ बैठक कर बाढ़ के दौरान चलाए गए राहत कार्य और क्षति की समीक्षा की. इस दौरान उनके साथ डीएम और अन्य विभागीय अधिकारी भी मौजूद रहे.
प्रेजेंटेशन के माध्यम से दी जानकारी
डीएम डॉक्टर रणजीत कुमार सिंह ने पावर पॉइंट प्रेजेंटेशन के माध्यम से जिले में बाढ़ से हुई क्षति और बाढ़ के दौरान चलाये गए राहत कार्यो की जानकारी दी. डीएम ने बताया कि जिले के 17 प्रखण्ड के कुल 207 पंचायत पूर्णतः तथा 31 पंचायत आंशिक रूप से बाढ़ से प्रभावित हुई हैं. कुल 642 ग्राम सहित 2280000 जनसंख्या प्रभावित हुई. वहीं, प्रखंडों में कुल 342 अलग-अलग स्थानो पर सामुदायिक किचन संचालित की गई. जिसमें समेकित रूप से 716979 लोगों ने भोजन किया. 47 स्थानों पर राहत शिविर बनाये गए, जिसमें 16900 बाढ़ पीड़ित के ठहरने की व्यवस्था की गई थी. प्रभावित परिवारों के बीच 20300 फूड पैकेट्स तथा 33500 पॉलीथिन शीट्स का वितरण किया गया.
हर परिवार को मिले 6 हजार रुपये
डीएम ने बताया कि अब तक 5,00,621 बाढ़ पीड़ित परिवारों का भुगतान प्रति परिवार 6000 रुपये की दर से किया गया है. अभी लगभग एक लाख पीड़ित परिवार को भुगतान करना प्रक्रिया के तहत है. डीएम ने बताया कि बाढ़ के उपरांत युद्ध स्तर पर प्रभावित इलाकों में ब्लीचिंग पाउडर का छिड़काव किया गया. जिले में बाढ़ के कारण कुल 411 सड़कें क्षतिग्रस्त हुई. जिन्हें मोटरेबल बना दिया गया है.