सीतामढ़ी : जिले में लगातार हो रही बारिश के कारण बाढ़ का कहर शुरू हो गया है. जिले के सुरसंड, बेलसंड, रुनीसैदपुर, परसौनी, धनकौल, मारर, मधकौल, तरियानी छपरा, पिरसियां, रमनी, कौर्रा, शौली, रुपौली सहित सीतामढ़ी और शिवहर जिले के अधिकांश गांव बाढ़ की चपेट में आ गए हैं.
तटबंध में रेन कट
लगातार हो रही बारिश के कारण तटबंध में भी रेन कट हो गया है. इसलिए ग्रामीणों में भय व्याप्त है. जल स्तर में वृद्धि हुई तो तटबंध टूटने का खतरा मंडरा रहा है. इसको लेकर भयभीत ग्रामीण तटबंध पर मवेशियों के साथ शरण लिए हुए हैं. लेकिन प्रशासन की ओर से रेनकट को भरने का कोई मुकम्मल व्यवस्था नहीं की गई है. हजारों हेक्टेयर में लगी धान की फसल डूब कर बर्बाद हो गई है.
'सरकार का कोई ध्यान नहीं'
स्थानीय महिला ने कहा कि यहां बाढ़ के हालात बेहद खराब है. रहने-खाने का कोइ ठिकाना नहीं. पानी के बढ़ते दबाव के कारण कभी भी बांध टूट सकता है. इस ओर प्रशासन या सरकार का कोई ध्यान नहीं है.
'मवेशियों को भी हो रही है काफी दिक्कत'
वहीं इलाके के पुरुष कहते हैं कि लगातार हो रही बारिश से नदियों का पानी बढ़ता जा रहा है. बाढ़ की स्थिति खराब होती जा रही है. आम आदमी के साथ-साथ मवेशियों को भी काफी दिक्कत झेलनी पड़ रही है.
रेनकट पर पैचिंग का काम शुरू-CO
वहीं परसौनी के सीओ एजाजुद्दीन अहमद ने कहा कि बांध पर स्थित रेनकट पर पैचिंग का काम शुरू हो गया है. इंजिनियर्स भी पहुंच चुके हैं और बाढ़ की रोकथाम के लिए तमाम तैयारियां की जा रही हैं
उफान पर बागमती
पूर्वी चम्पारण में बागमती नदी का कहर शुरू हो गया है. भारी वर्षा के कारण बागमती उफान पर है. सीतामढ़ी के सीमावर्ती गांवों में बाढ़ का पानी घुस गया है. गुरहनवा, पदुमकेर और ख़रीहनिया गांव सहित कई गांवों में बाढ़ का पानी घुस रहा है. ग्रामीण परेशान हैं.
खतरे के निशान से 3 मीटर ऊपर बह रही कमला बलान
इधर, मधुबनी में कमला बलान और भुतही बलान नदी उफान पर है. कमला बलान नदी में खतरे के निशान से 3 मीटर ऊपर बह रही हैं. लोगो मे दहशत है. कई गांव बाढ़ से घिर गए हैं.