सीतामढ़ी: पिछले एक साल से बिहार के 5 जिलों से चयनित 459 महिला पुलिसकर्मियों का प्रशिक्षणकाल समाप्त हो गया. समापन समारोह के बाद महिला पुलिसकर्मियों ने खूब डांस किया. ऑर्केस्ट्रा की धुन के साथ भोजपुरी गीतों पर महिला पुलिसकर्मियों ने जमकर ठुमके लगाए.
एक साल से चल रहा था प्रशिक्षण
दरअसल, पिछले एक साल से जिला मुख्यालय स्थित पुलिस लाइन में बिहार के 5 जिलों से चयनित महिला पुलिसकर्मियों का प्रशिक्षण चल रहा था. जो मंगलवार को समाप्त हो गया. इस समापन समारोह के अवसर पर आईजी गणेश कुमार ने इन महिला सिपाहियों को कर्तव्यता का पाठ पढ़ाया. उन्होंने कहा कि वो नौकरी की भावना से काम न करें, बल्कि एक सेवा की भावना से काम करें.
आईजी ने समझाया काम
आईजी गणेश कुमार ने बताया कि पुलिस विभाग की नींव सिपाही ही होते हैं. सिपाही और हवलदार की बदौलत ही पुलिस की छवि बेहतर और धूमिल होती है. उन्होंने कहा कि महिला सिपाहियों को समझाया कि आम लोगों के साथ बेहतर व्यवहार करें और अपने आचरण और प्रभाव से पुलिस की छवि को गौरवान्वित करें.
459 महिला सिपाही बनीं पुलिस परिवार की सदस्य
इस अवसर पर उन्होंने कहा कि प्रशिक्षण प्राप्त कर चुके सभी 459 महिला सिपाही पुलिस विभाग के अस्थाई परिवार के सदस्य बन गए हैं. उन्होंने कहा कि इन सिपाहियों में कुछ ऐसी भी हैं, जो तकनीकी जानकारी रखती हैं. उनकी प्रतिभा को देखते हुए पुलिस विभाग भी उन्हें उनके अनुभव और योग्यता के आधार पर बेहतर पटल प्रदान करेगा.