सीतामढ़ी: लॉकडाउन की मार समाज के हर तबके को झेलनी पड़ रही है. सबसे अधिक परेशानी किसानों को है. रबी और गेहूं की फसलों की कटाई समय से नहीं हो रही है. वहीं, बारिश के कारण कटे हुई फसल भी बर्बाद हो गई है.
आलम ये है कि भारत-नेपाल सीमावर्ती क्षेत्र के किसान गेहूं के दौनी के लिए कर्ज ले रहे हैं. दरअसल, पैसे के अभाव में डीजल की खरीदारी में कठिनाई हो रही थी. जिसके कारण गेहूं की दौनी नहीं हो पा रही थी. किसान कर्ज लेकर ट्रैक्टर मालिक को भी दौनी के लिए पैसा दे रहे हैं.
सीमावर्ती क्षेत्र के एटीएम में नहीं है पैसा
हालात इतने बेहाल हैं कि भारत-नेपाल सीमावर्ती क्षेत्र के एटीएम में पैसा भी नहीं है. जिन किसानों के बैंक में पैसा है, वे चाह कर भी पैसे की निकासी नहीं कर पा रहे हैं. ऐसे में उन्हें काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. यह भी एक कारण है कि किसान कर्ज लेने के लिए मजबूर हैं.
किसानों ने सुनाई आपबीती
सीमावर्ती क्षेत्र के किसान ने बताया कि कोरोना वायरस महामारी को लेकर सरकार ने लॉकडाउन कर दिया. ऐसे में कटनी समय से नहीं हो सकी है. उन्होंने कहा कि जब सरकार ने थोड़ी रियायत दी तो बारिश आ गई और फसल खेतों में ही सड़ गई. रुआंसी आवाज में उन्होंने कहा कि अब एटीएम में पैसा नहीं है इससे मुसीबत दोगुनी हो गई है. ऐसे में उन्होंने सरकार से मुआवजे की मांग की है. उन्होंने बताया कि वे कर्ज लेकर गेहूं की दौनी करवा रहे हैं.