सीतामढ़ीः जिले में बेमौसम बरसात और ओलावृष्टि के कारण किसानों की फसल पूरी तरह बर्बाद हो चुकी है. जिससे किसानों को काफी नुकसान झेलना पर रहा है. इसके बावजूद फसल क्षतिपूर्ति के लिए सरकार की ओर से कोई घोषणा नहीं होने से किसानों में काफी नाराजगी है. इसको लेकर कांग्रेस नेता ने सरकार पर कई गंभीर आरोप लगाए हैं.
क्षतिपूर्ति के लिए कोई घोषणा नहीं
किसानों ने बताया कि खेतों में गेहूं, दलहन और तिलहन की फसल तैयार हो चुकी थी. लेकिन बार-बार बारिश होने की वजह से सारी फसल बर्बाद हो गई है. जिससे किसानों के सामने भुखमरी की समस्या आ गई है. इसके बावजूद सरकार ने अबतक फसल की क्षतिपूर्ति के लिए कोई घोषणा नहीं की है. जो बेहद निराशाजनक और दुखद है.
किसानों के साथ भेदभाव कर रही सरकार
कांग्रेस जिला अध्यक्ष विमल शुक्ला ने कहा कि साल 2019 के जुलाई में आई बाढ़ में हजारों हेक्टेयर में लगी फसल बर्बाद हो गई थी. इसके बावजूद जिले के 60 प्रतिशत किसान अब भी सरकारी सहायता से वंचित हैं. उन्होंने सरकार पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि सरकार किसानों को ठगने का काम कर रही है. अभी हुई बारिश और ओलावृष्टि में किसानों की फसल पूरी तरह तबाह हो चुकी है. इसके बावजूद सरकार किसानों के साथ भेदभाव कर रही है.
नहीं किया गया प्रभावित घोषित
वहीं, जिला कृषि पदाधिकारी अनिल कुमार यादव ने बताया कि सरकार की ओर से अब तक जिले को प्रभावित घोषित नहीं किया गया है. सरकार की ओर से निर्देश आने के बाद फसल की क्षति का सर्वे कराकर उसकी रिपोर्ट विभाग और सरकार को भेजी जाएगी.