ETV Bharat / state

सीतामढ़ी: डीएम ने किया सदर अस्पताल का औचक निरीक्षण, ड्यूटी से गायब डॉक्टर और कर्मी पर कार्रवाई - डॉ रंजीत कुमार सिंह, डीएम, सीतामढ़ी

डीएम ने निरीक्षण के बाद बताया कि मरीज के परिजनों द्वारा लगातार शिकायत मिल रही थी. इसी शिकायत पर हमने कार्रवाई की. इस दौरान ड्यूटी से कई डॉक्टर गायब पाये गये. उन पर कार्रवाई की जायेगी.

सीतामढ़ी सदर अस्पताल
author img

By

Published : May 31, 2019, 6:43 AM IST

सीतामढ़ी: जिले में सदर अस्पताल की लचर व्यवस्था को देखते हुए जिला अधिकारी डॉ रंजीत कुमार सिंह ने अस्पताल का औचक निरीक्षण किया. इस दौरान कई डॉक्टर और कर्मी ड्यूटी से गायब पाए गए. इससे नाराज डीएम ने फरार चिकित्सक और कर्मी के विरुद्ध कार्रवाई के आदेश दिए हैं.

निरीक्षण के बाद जानकारी देते डीएम

1 माह के दौरान 2 जच्चे-बच्चे की मौत

सदर अस्पताल के प्रसव कक्ष से डॉक्टर के लापता रहने के कारण 1 माह के दौरान दो जच्चे-बच्चे की मौत हो चुकी है. इसकी शिकायत मृतक के परिजनों ने डीएम से की थी. इस शिकायत के बाद जिलाअधिकारी ने अस्पताल में औचक निरीक्षण कर पाया कि मृतक के परिजनों की शिकायत जायज है क्योंकि जिस समय डीएम निरीक्षण करने पहुंचे थे. उस वक्त ड्यूटी पर तैनात महिला चिकित्सक और कुछ कर्मी ड्यूटी पर नहीं पाए गए.

डीएम ने निरीक्षण के बाद बताया कि मरीज के परिजनों के द्वारा लगातार शिकायत मिल रही थी. इसी शिकायत पर हमने कार्रवाई किया जिसमें ड्यूटी से कई डॉक्टर गायब पाये गये. उन पर कार्रवाई की जायेगी. उनसबों के सैलरी को रोक दी गई है. उनके सस्पेंशन की कार्रवाई की जा रही है.

प्रसव कक्ष में 4 महिला चिकित्सक है तैनात

जिला अस्पताल के प्रसव कक्ष में मरीजों के इलाज के लिए 4 महिला चिकित्सकों की तैनाती की गई है. लेकिन मरीज के परिजनों की शिकायत है कि उसमें से अधिकांश महिला चिकित्सक अक्सर अपनी ड्यूटी से गायब रहती है. वहीं, प्रसव कक्ष में तैनात ए ग्रेड नर्स ने बताया कि डाक्टर के गायब रहने के कारण यहां आने वाले मरीजों का सही समय पर इलाज शुरू नहीं हो पाता है. जिसका नतीजा है कि आक्रोशित परिजन के आक्रोश का सामना अस्पताल कर्मियों को करना पड़ता है.

सीतामढ़ी: जिले में सदर अस्पताल की लचर व्यवस्था को देखते हुए जिला अधिकारी डॉ रंजीत कुमार सिंह ने अस्पताल का औचक निरीक्षण किया. इस दौरान कई डॉक्टर और कर्मी ड्यूटी से गायब पाए गए. इससे नाराज डीएम ने फरार चिकित्सक और कर्मी के विरुद्ध कार्रवाई के आदेश दिए हैं.

निरीक्षण के बाद जानकारी देते डीएम

1 माह के दौरान 2 जच्चे-बच्चे की मौत

सदर अस्पताल के प्रसव कक्ष से डॉक्टर के लापता रहने के कारण 1 माह के दौरान दो जच्चे-बच्चे की मौत हो चुकी है. इसकी शिकायत मृतक के परिजनों ने डीएम से की थी. इस शिकायत के बाद जिलाअधिकारी ने अस्पताल में औचक निरीक्षण कर पाया कि मृतक के परिजनों की शिकायत जायज है क्योंकि जिस समय डीएम निरीक्षण करने पहुंचे थे. उस वक्त ड्यूटी पर तैनात महिला चिकित्सक और कुछ कर्मी ड्यूटी पर नहीं पाए गए.

डीएम ने निरीक्षण के बाद बताया कि मरीज के परिजनों के द्वारा लगातार शिकायत मिल रही थी. इसी शिकायत पर हमने कार्रवाई किया जिसमें ड्यूटी से कई डॉक्टर गायब पाये गये. उन पर कार्रवाई की जायेगी. उनसबों के सैलरी को रोक दी गई है. उनके सस्पेंशन की कार्रवाई की जा रही है.

प्रसव कक्ष में 4 महिला चिकित्सक है तैनात

जिला अस्पताल के प्रसव कक्ष में मरीजों के इलाज के लिए 4 महिला चिकित्सकों की तैनाती की गई है. लेकिन मरीज के परिजनों की शिकायत है कि उसमें से अधिकांश महिला चिकित्सक अक्सर अपनी ड्यूटी से गायब रहती है. वहीं, प्रसव कक्ष में तैनात ए ग्रेड नर्स ने बताया कि डाक्टर के गायब रहने के कारण यहां आने वाले मरीजों का सही समय पर इलाज शुरू नहीं हो पाता है. जिसका नतीजा है कि आक्रोशित परिजन के आक्रोश का सामना अस्पताल कर्मियों को करना पड़ता है.

Intro:खराब स्वास्थ्य व्यवस्था से नाराज डीएम ने किया सदर अस्पताल का औचक निरीक्षण। डॉक्टर और कर्मी पर कार्रवाई के आदेश।


Body:सीतामढ़ी सदर अस्पताल की लचर व्यवस्था को देखते हुए जिला अधिकारी डॉ रंजीत कुमार सिंह ने अस्पताल में औचक निरीक्षण किया। इस दौरान कई डॉक्टर और कर्मी ड्यूटी से गायब पाए गए। इससे नाराज डीएम ने फरार चिकित्सक और कर्मी के विरुद्ध कार्रवाई के आदेश दिए हैं। 1 माह के दौरान 2 जच्चे-बच्चे की मौत। सदर अस्पताल के प्रसव कक्ष से लापता रहने वाले डॉक्टर के कारण 1 माह के दौरान दो जच्चे-बच्चे की मौत हो चुकी है। जिसकी शिकायत मृतक के परिजनों ने डीएम से की थी। इस शिकायत के बाद जिलाअधिकारी ने अस्पताल के प्रसव कक्ष में औचक निरीक्षण कर पाया की मृतक के परिजनों की शिकायत जायज है। क्योंकि जिस समय डीएम औचक निरीक्षण करने पहुंचे थे। उस वक्त ड्यूटी पर तैनात महिला चिकित्सक और कुछ कर्मी ड्यूटी से फरार पाए गए। तो यह बात साफ हो गई कि महिला चिकित्सक इमानदारी पूर्वक अपने ड्यूटी का निर्वहन नहीं है। और निजी प्रैक्टिस में लगी रहती है। और इसका खामियाजा वहां भर्ती होने वाले मरीजों को जान गंवा कर चुकानी पड़ती है। दलालों का कब्जा। एक जगह हो तो कहे कि दर्द यहां होता है। यह हालत सदर अस्पताल की कूव्यवस्था का है। यहां मरीजों को बीमारी से निजात दिलाने वाले डॉक्टर अपने ड्यूटी से तो फरार रहते ही हैं। वंही दूसरी ओर इस अस्पताल में दलालों का बरसों से कब्जा कायम है। अस्पताल सूत्रों का बताना है कि इस दलाली में अस्पताल के कर्मी प्रसव कक्ष की आशा और कुछ अन्य स्वास्थ्य कर्मी संलिप्त है। लेकिन वह प्रशासन की पकड़ से अब तक बाहर चल रहा है। जिलाधिकारी ने भी यह बात स्वीकार की है कि अस्पतालों में दलालों का कब्जा कायम है। इसको देखते हुए जिलाधिकारी ने औचक निरीक्षण के तुरंत बाद ही वंहा 10 पुलिसकर्मियों की तैनाती कर दी है। ताकि दलालों को पकड़ा जा सके। प्रसव कक्ष में 4 महिला चिकित्सक है तैनात। जिला अस्पताल के प्रसव कक्ष में मरीजों के इलाज हेतु कुल 4 महिला चिकित्सक की तैनाती की गई है। लेकिन मरीज के परिजनों की शिकायत है कि उसमें से अधिकांश महिला चिकित्सक अक्सर अपनी ड्यूटी से गायब रहती हैं। प्रसव कक्ष में तैनात ए ग्रेड नर्स ने बताया कि डाक्टर के गायब रहने के कारण यंहा आने वाले मरीजों का सही समय पर इलाज शुरू नहीं हो पाता है। जिसका नतीजा है कि आक्रोशित परिजन के आक्रोश का सामना कर्मियों को करना पड़ता है। बाइट-1. डॉ रंजीत कुमार सिंह डीएम सीतामढ़ी। बाइट-2. प्रभाकर सिंह। मरीज के परिजन। विजुअल---------


Conclusion:अब यह देखना है कि जिलाधिकारी के औचक निरीक्षण के बाद भी सदर अस्पताल की व्यवस्था सुधरती है या नहीं। या डॉक्टर की लापरवाही के कारण जच्चा-बच्चा जान जाती रहती है।
ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.