सीतामढ़ीः बिहार में इस साल सार्वजनिक तौर पर सरस्वती पूजा का आयोजन नहीं होगा. कोरोना संक्रमण को लेकर राज्य सरकार की ओर जारी प्रतिबंध के कारण सार्वजनिक जगहों पर सस्वती पूजा पर रोक लगायी गई है. सीतामढ़ी डीएम सुनील कुमार यादव की अध्यक्षता में शांति समिति की बैठक नगर निगम के सभागार में आयोजित (DM Sunil Kumar Yadav Meeting on Saraswati Puja In Sitamarhi ) की गई. सरस्वती पूजा को लेकर जनप्रतिनिधियों और पुलिस-प्रशासनिक अधिकारियों के साथ बैठक के दौरान डीएम ने दिशा-निर्देशों का पालन कराने का आदेश दिया.
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डीएम सुनील कुमार यादव ने बताया कि कोरोना संक्रमण को लेकर सीतामढ़ी के सभी स्कूल और कॉलेज बंद हैं. संक्रमण को लेकर बंद हुए स्कूल-कॉलेज में सरस्वती पूजा आयोजित नहीं की जाएगी. दिशा-निर्देशों का पालन नहीं करने वालों पर सख्त कार्रवाई की जायेगी.
इसके साथ ही संक्रमण को देखते हुए सभी मंदिरों को भी बंद रखा गया है और मंदिरों में भी मूर्ति स्थापना की अनुमति नहीं दी गई है. डीएम ने कहा कि अगर कहीं छोटे पैमाने पर मूर्ति पूजा की जा रही है तो उस पूजा पंडालों में 50 लोगों के सम्मिलित होने की अनुमति दी गई है और इसको लेकर भी पूजा पंडालों को पूर्व से अनुमति लेना आवश्यक होगा.
जिलाधिकारी ने कहा कि सरस्वती पूजा के बाद विसर्जन जुलूस पर पूरी तरह से रोक लगाने के दिशा-निर्देश जारी किए गए हैं और डीजे पर पूर्ण प्रतिबंध है. डीएम ने जिले के लोगों से अपील की है कि कोरोना संक्रमण के स्तर को देखते हुए वह अपने-अपने घरों में ही सरस्वती पूजा करने की अपील की. बैठक में उपस्थित नगर निकाय के जनप्रतिनिधियों ने एक स्वर में कहा कि कोविड-19 को लेकर सरकार के द्वारा जारी दिशा निर्देश के आलोक में ही सरस्वती पूजा का आयोजन कराया जायेगा.
जिलाधिकारी ने कहा कि स्थानीय जनप्रतिनिधियों का भी सक्रिय सहयोग प्रप्त हो रहा है. उन्होंने आगे कहा कि सभी बीडीओ, सीओ और थानाध्यक्ष आपस में लगातार संपर्क बनाकर कार्य करें. उन्हेंने आगे कहा कि सोशल मीडिया पर 24 घंटे पैनी नजर रखी जा रही है, जिसके फलस्वरूप हाल ही में सोशल मीडिया में भ्रामक व अफवाह फैलाने वाले कई ग्रुप एडमिन के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज की गई है और उनके विरुद्ध कार्रवाई की जा रही है. बैठक में अनुमंडल पदाधिकारी सदर राकेश कुमार, एसडीपीओ रमाकांत उपध्याय, एसडीपीओ मुख्यालय, बीडीओ, थानाध्यक्ष और शांति समिति के सदस्य मौके पर मौजूद थे.
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