सीतामढ़ी: जिले में भारी बारिश के पूर्वानुमान और बाढ़ की संभावनाओं को देखते हुए डीएम अभिलाषा कुमारी शर्मा ने गुरुवार को सभी प्रखंड विकास पदाधिकारी और अंचलाधिकारियों के साथ बैठक की. बैठक में डीएम ने भारी बारिश की संभावना को लेकर की जाने वाली तैयारियों और अब तक किए गए बाढ़ पूर्व तैयारियों का समीक्षा की. इस दौरान उन्होंने अधिकारियों को कई दिशा निर्देश दिए.
बता दें कि डीएम ने सभी को अलर्ट मोड में रहने का निर्देश दिया है. उन्होंने सभी बीडीओ और सीओ को तटबंध का लगातार निरीक्षण करते रहने का आदेश दिया. साथ ही रेन कट होने पर तुरंत आवश्यक कार्रवाई करने को कहा है.
कोरोना संदिग्धों को आइसोलेशन सेंटर में रखने के निर्देश
इसके अलावा डीएम ने कहा कि प्रखंड स्तर पर स्थापित आपदा नियंत्रण कक्ष को चालू कर जिला मुख्यालय को सूचित करें. वहीं, शरण स्थली और आपदा राहत केंद्र पर आपदा विभाग की ओर से जारी दिशा निर्देश के अनुसार सभी आवश्यक सुविधाओं को उपलब्ध करवा लें. साथ ही राहत केंद्र पर थर्मल स्क्रीनिंग की व्यवस्था की जाए. कोरोना के लक्षण वाले लोगों को राहत केंद्र पर नहीं रखकर, उन्हें इसोलेशन सेंटर पर रखने की व्यवस्था करें. सभी राहत शिविर में मेडिकल टीम की व्यवस्था रहेगी और पशुओं के लिए शरण स्थल का भी निरीक्षण कर लिया जाए.
पंचायत स्तर पर माइकिंग करवाने के निर्देश
इस बैठक के दौरान डीएम ने सभी अंचल अधिकारियों को निर्देश दिया कि हर हाल में बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में बाढ़ की समस्या को देखते हुए नावों की तैयारी कर लें, ताकि आवश्यकता पड़ने पर तुरंत कार्रवाई की जा सके. वहीं, डीएम ने सभी प्रखंड विकास पदाधिकारियों को निर्देश दिया कि अपने क्षेत्र अंतर्गत सभी त्रिस्तरीय पंचायती राज प्रतिनिधियों को भी अलर्ट कर दें. साथ ही पंचायत स्तर पर माइकिंग जरूर करवाएं.
समन्वय बनाकर काम करने की अपील
जिलाधिकारी ने भारी बारिश के पूर्वानुमान को देखते हुए जिला में प्रतिनियुक्त एसडीआरएफ की टीमों को बाढ़ वाले क्षेत्रों में रहने के लिए निर्देश दिया है. उन्होंने सभी प्रखंड विकास पदाधिकारियों और अंचलाधिकारी को निर्देश दिया कि जल संसाधन विभाग के कार्यपालक अभियंताओं और एसडीआरएफ की टीम के साथ लगातार समन्वय बनाकर रखें. आपदा कार्यों में थोड़ी भी लापरवाही या शिथिलता बर्दाश्त नहीं की जाएगी.