सीतामढ़ीः जिले में लगातार हो रही बारिश से नदियों के जलस्तर में बढ़ोतरी हो रही है. इससे बाढ़ का खतरा मंडरा रहा है. हालांकि, बाढ़ से निपटने के लिए जिलाधिकारी अभिलाषा कुमारी शर्मा लगातार अधिकारियों के साथ समाहरणालय में बैठक कर रही हैं. अधिकारियों को आवश्यक दिशा निर्देश देते हुए बांध मरम्मत कार्य की निगरानी को लेकर एक टीम का भी गठन किया है जो लगातार बांधों का निरीक्षण कर रहा है. बावजूद इसके जल संसाधन विभाग के संवेदक बेखौफ है.
दरअसल, अधवरा समूह का बांध बाजपट्टी के समीप पूरी तरह से जर्जर हालत में है. वहीं, बांधों में कई जगह कटाव भी हो गया है. आलम यह है कि बाढ़ के समय दबाव पड़ने से बांध टूट भी सकता है. स्थानीय लोगों ने बताया कि जल संसाधन विभाग के अधिकारियों ने बांधों का निरीक्षण किया गया. लेकिन जब पानी का दबाव बांध पर पड़ता है तब जल संसाधन विभाग के संवेदक बांध के मरम्मत का कार्य करते हैं.
बांध मरम्मत कार्य में करोड़ों का खेल
समाजसेवी मोहन गुप्ता ने कहा कि बांध मरम्मत कार्य में जल संसाधन विभाग में हर वर्ष करोड़ों का खेल चलता है. जल संसाधन विभाग बाढ़ के समय मरम्मत के नाम पर सरकार को करोड़ों रुपया खर्च दिखाता है. अगर विभाग समय रहते बांध मरम्मत का कार्य करता है तो सरकार का करोड़ों रुपया बर्बाद नहीं जाता. स्थानीय लोगों ने बताया कि बांध टूटने पर लाखों की संख्या में लोग प्रभावित होंगे. बाजपट्टी प्रखंड मुख्यालय से लेकर ग्रामीण क्षेत्र के लोग इससे हताहत होंगे. इससे करोड़ों का नुकसान भी होगा. स्थानीय लोगों ने आरोप लगाया कि संवेदक निजी जमीन से मिट्टी का कटाव कर रहा है.
स्थानीय लोगों में आक्रोश
जल संसाधन विभाग की तरफ से बांध मरम्मत कार्य में लापरवाही को लेकर स्थानीय लोगों में आक्रोश व्याप्त है. वहीं, कई जनप्रतिनिधि ने भी इसको लेकर डीएम अभिलाषा कुमारी शर्मा से शिकायत की गई है. जिलाधिकारी ने गंभीरता से लेते हुए बांध मरम्मत कार्य के निगरानी को लेकर एक कमेटी का गठन किया है. बावजूद इसके जल संसाधन विभाग कई कटाव वाले बांध पर मरम्मत कार्य नहीं करवा रहा है.