सीतामढ़ी: जिले से बड़ी खबर आ रही है. निगरानी विभाग की टीम ने कार्रवाई करते हुए घूसखोर सिविल सर्जन को रंगे हाथ गिरफ्तार किया है. आज अहले सुबह 50 हजार रुपए लेते हुए सिविल सर्जन रविंद्र कुमार को निगरानी ने धर दबोचा.
जानकारी के मुताबिक सिविल सर्जन ने एक डाटा एंट्री ऑपरेटर केशव कुमार से ट्रांसफर पोस्टिंग के नाम पर 50 हजार रूपये रिश्वत मांगे थे. केशव कुमार रुनीसैदपुर में तैनात था और उसका ट्रांसफर बैरगनिया में कर दिया गया था. केशव ने सीएस से वापस रुनीसैदपुर स्थानांतरण करने के लिए अनुरोध किया था. उसी के एवज में सिविल सर्जन ने केशव से 50 हजार रिश्वत मांगे थे.
रिश्वत देते सिविल सर्जन गिरफ्तार
इसकी शिकायत केशव ने निगरानी में दर्ज कराया था. निगरानी विभाग की टीम ने इस शिकायत का सत्यापन करने के बाद मामले को सही पाया. शनिवार की सुबह 6:00 बजे जब केशव ने पैसे देने की बात कही तो सीएस ने मोबाइल के जरिए उसे अपने आवास पर बुलाया. उसी दौरान साथ आई निगरानी की टीम ने सिविल सर्जन को रिश्वत लेते रंगे हाथ दबोच लिया. बता दें कि मुजफ्फरपुर के विजलेंस कोर्ट में उनकी पेशी होगी.
नीतीश सरकार की तारीफ
सिविल सर्जन के गिरफ्तार होने के बाद जदयू जिला अध्यक्ष राणा रणधीर सिंह चौहान ने नीतीश सरकार की तारीफ की. उन्होंने कहा कि आज ये प्रमाणित हो गया कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की सरकार में दोषी बख्शे नहीं जाएंगे. उन्होंने कहा गिरफ्तार सिविल सर्जन पर भ्रष्टाचार के आरोप हैं जिसके खिलाफ कई बार आवाज उठाई गई थी. आज ये साफ हो गया की नीतीश कुमार के राजपाट में दोषी बख्शे नहीं जाएंगे और निर्दोश फंसेंगे नहीं.