शेखपुरा: जिले में पहला कोरोना पॉजिटिव मरीज मिलने से पूरे जिले में दहशत का माहौल है. इसको लेकर प्रशासन ने लोगों की सुरक्षा के मद्देनजर कई आदेश जारी किए है. वहीं जिला प्रशासन ने दावा किया है कि कोरोना पॉजिटिव मरीज मिलने के बाद लोदीपुर गांव के आवागमन मार्ग को सील कर पर्याप्त मात्रा में सुरक्षा बलों को तैनात की गई है. लेकिन लोदीपुर गांव तो दूर उक्त गली को जिला प्रशासन द्वारा सील नहीं किया गया और ना ही वहां पर किसी प्रकार सुरक्षा व्यवस्था की गई है.
कोरोना पॉजिटिव मरीज मिलने के बाद ग्रामीणों में डर का माहौल है. प्रशासन की तरफ से कोई मदद ना मिलने पर ग्रामीणों ने सीमा पर बैरिकेडिंग लगाकर खुद को सुरक्षित कर लिया है. साथ ही बाहरी लोगों के प्रवेश पर निषेध का बोर्ड भी लगा दिया है. जानकारी के अनुसार संक्रमित युवक अपने एक साथी के साथ लगभग सुबह 10 बजे गिरियक के रास्ते शेखोपुरसराय थाना पहुंचा. जहां लगभग दो घंटे बाद उसे जांच हेतु सदर अस्पताल लाया गया. लगभग तीन घंटे के इंतजार के बाद जब उसकी जाच नहीं हुई तो दोनों युवक भागकर अपने गांव लोदीपुर आ गया. जिसके बाद आनन-फानन में कोषागार पदाधिकारी, बीडीओ सहित मेडिकल टीम गांव पहुंचकर लगभग साढ़े आठ बजे रात में उक्त दोनों युवक को लाकर होटल अशोका में आइसोलेट किया गया. इस मामले में जिला प्रशासन की घोर लापरवाही सामने आ रही है. साथ ही जिले में संक्रमण का चेन जुड़ने की संभावना है.
प्रशासन की घोर लापरवाही
वहीं लोदीपुर गांव निवासी सुनील कुमार पटेल ने बताया कि कोरोनावायरस से संक्रमित युवक स्कूटी से अपने घर आया था. थके-हारे होने के कारण घर में आते ही सो गया. जिसके बाद ग्रामीणों ने तत्परता दिखाते हुए स्थानीय मुखिया के पति भोला महतो एवं सरपंच को सूचना दी. मुखिया पति ने स्थानीय थाना व बीडीओ को इसकी सूचना दी. लगभग चार घंटे के बाद जिले से मेडिकल टीम, अधिकारी एवं सुरक्षा बल गांव पहुंचकर युवक को जांच के लिए शेखपुरा ले गई. बाद में शहर के तीनमूहानी रोड स्थित होटल अशोका में आइसोलेट कर उसका ब्लड सैंपल जांच हेतु पटना भेजा गया. वहीं संदिग्ध की रिपोर्ट कोरोना पॉजिटिन आने के बाद गांव वालों में दहशत का माहौल है. साथ ही इसको लेकर प्रशासन की लापरवाही गांव वालों के लिए घातक साबित हो सकती है. वहीं प्रशासन की इस घोर लापरवाही से ग्रामीणों में गुस्सा है.