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सरकार ने 20 लाख लोगों को रोजगार देने का किया था वादा, पहले कार्यपालक सहायकों को करे स्थायी: विजय सम्राट

कार्यपालक सहायकों की हड़ताल के समर्थन में राजद विधायक विजय सम्राट ने भी धरना दिया. इस दौरान उन्होंने सरकार पर जमकर निशाना साधा. साथ ही कार्यपालक सहायकों को स्थायी करने की मांग की.

RJD MLA vijay chaudhary demand Make executive assistant permanent
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Published : Mar 23, 2021, 9:45 AM IST

शेखपुरा: अपनी मांगों को लेकर कार्यपालक सहायकों का आंदोलन जारी है. इनके समर्थन के लिए राजद विधायक विजय सम्राट भी जिले में धरना स्थल पर बैठे. इस दौरान उन्होंने सरकार पर जमकर निशाना साधा.

ये भी पढ़ें- सरकारी भवनों में कब्जा कर चल रहा अवैध कारोबार, सरकार ने भवनों को खाली कराने का दिया आदेश

राजद विधायक ने सरकार को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि बिहार सरकार ने 2021-22 के बजट में 20 लाख रोजगार सृजन करने का वायदा किया था, लेकिन फिलहाल लोगों को रोजगार देने के लिए कोई कार्य नहीं किया जा रहा है. पिछले 8 दिनों से राज्यभर में कार्यपालक सहायक अनिश्चितकालीन धरने पर बैठे हुए हैं. लेकिन सरकार कोई सुनवाई नहीं कर रही है.

कार्यपालक सहायकों को हो सकती है परेशानी
सरकार को इन कार्यपालक सहायकों को स्थायी करना चाहिए. लेकिन अब तक उनकी मांगें नहीं सुनी जा रही हैं. इसके उलटे बिहार सरकार ने तुगलकी फरमान जारी कर सभी कार्यपालक सहायकों को 24 घंटे के भीतर कार्य पर वापस लौटने का आदेश जारी किया है. साथ ही विजय सम्राट ने कहा जिले में कार्यरत सभी कार्यपालक सहायकों को बेल्ट्रॉन से जोड़कर कार्य करने का निर्देश दिया जा रहा है. इससे कार्यपालक सहायकों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है.

मांग पूरी होने तक जारी रहेगा हड़ताल
इस मौके पर विजय सम्राट ने कहा कि सभी कार्यपालक सहायक दक्षता परीक्षा पास कर कार्य कर रहे हैं. वे पूरी ईमानदारी के साथ जिले सहित प्रखंड कार्यालय में अपना योगदान दे रहे हैं. लेकिन उनकी मांगों पर किसी प्रकार की पहल नहीं की जा रही है. अगर जल्द से जल्द इनकी मांगें नहीं मानी गईं तो वो इस मुद्दे को विधानसभा में उठाएंगे. वहीं, कार्यपालक सहायकों ने कहा कि जब तक उनकी मांगे पूरी नहीं होती तब तक हड़ताल जारी रहेगी.

8 सूत्रीय मांग को लेकर हड़ताल पर डटे हैं कार्यपालक सहायक

बता दें कि हड़ताल कर रहे कार्यपालक सहायकों की 8 सुत्रीय मांग है. वो इसे पूरा करने की सरकार से डिमांड कर रहे हैं.

  • कार्यपालक सहायकों को नियमित उच्च स्तरीय समिति के अनुशंसा मूल रूप से अक्षरशः लागू करने.
  • बिहार प्रशासनिक सुधार मिशन सोसायटी की 5 फरवरी को आयोजित 29 वीं बैठक की कार्य बाली की कंडिका 6, 7, 8 एवं 9 के लिए निर्णय को तत्काल प्रभाव से निरस्त करने.
  • सभी कार्यमुक्त कार्यपालक सहायकों को उच्च स्तरीय समिति की अनुशंसाओं के आलोक में तत्काल प्रभाव से अन्य विभागों में समायोजित करने.
  • कार्यपालक सहायकों की न्यूनतम शैक्षणिक योग्यता इंटर करते हुए सभी कार्यपालक सहायकों की सेवा सूचना एवं प्रावैधिकी विभाग अंतर्गत गठित सूचना पर प्रावैधिकी संवर्ग में शामिल करते हुए नियमितीकरण करने.
  • महिला कार्यपालक सहायकों को विशेष अवकाश की अनुमन्यता प्रभावी करने.
  • कार्यपालक सहायकों को देय 10 फीसदी वार्षिक मानदेय वृद्धि, 66 फीसदी अन्य भत्ता सहित और 5 वर्ष की सेवा उपरांत देय सेकंड ग्रेड लाभ भूतलक्षी प्रभाव से देय किया जाय.
  • साथ ही कार्यपालक सहायकों को यदि स्थानांतरित किया जाता है तो उन्हें भूतलक्षी प्रभाव से सरकारी सेवाकों के अनुरूप अनुमान भत्ता दिया जाए.
  • विभिन्न आंदोलन अवधि में कटौती किए गए मानदेय को अनुमन्य अवकाश में सामाजिक समायोजित कर कटौती किए गए मानदेय का भुगतान करने का मांग किया जा रहा है.

शेखपुरा: अपनी मांगों को लेकर कार्यपालक सहायकों का आंदोलन जारी है. इनके समर्थन के लिए राजद विधायक विजय सम्राट भी जिले में धरना स्थल पर बैठे. इस दौरान उन्होंने सरकार पर जमकर निशाना साधा.

ये भी पढ़ें- सरकारी भवनों में कब्जा कर चल रहा अवैध कारोबार, सरकार ने भवनों को खाली कराने का दिया आदेश

राजद विधायक ने सरकार को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि बिहार सरकार ने 2021-22 के बजट में 20 लाख रोजगार सृजन करने का वायदा किया था, लेकिन फिलहाल लोगों को रोजगार देने के लिए कोई कार्य नहीं किया जा रहा है. पिछले 8 दिनों से राज्यभर में कार्यपालक सहायक अनिश्चितकालीन धरने पर बैठे हुए हैं. लेकिन सरकार कोई सुनवाई नहीं कर रही है.

कार्यपालक सहायकों को हो सकती है परेशानी
सरकार को इन कार्यपालक सहायकों को स्थायी करना चाहिए. लेकिन अब तक उनकी मांगें नहीं सुनी जा रही हैं. इसके उलटे बिहार सरकार ने तुगलकी फरमान जारी कर सभी कार्यपालक सहायकों को 24 घंटे के भीतर कार्य पर वापस लौटने का आदेश जारी किया है. साथ ही विजय सम्राट ने कहा जिले में कार्यरत सभी कार्यपालक सहायकों को बेल्ट्रॉन से जोड़कर कार्य करने का निर्देश दिया जा रहा है. इससे कार्यपालक सहायकों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है.

मांग पूरी होने तक जारी रहेगा हड़ताल
इस मौके पर विजय सम्राट ने कहा कि सभी कार्यपालक सहायक दक्षता परीक्षा पास कर कार्य कर रहे हैं. वे पूरी ईमानदारी के साथ जिले सहित प्रखंड कार्यालय में अपना योगदान दे रहे हैं. लेकिन उनकी मांगों पर किसी प्रकार की पहल नहीं की जा रही है. अगर जल्द से जल्द इनकी मांगें नहीं मानी गईं तो वो इस मुद्दे को विधानसभा में उठाएंगे. वहीं, कार्यपालक सहायकों ने कहा कि जब तक उनकी मांगे पूरी नहीं होती तब तक हड़ताल जारी रहेगी.

8 सूत्रीय मांग को लेकर हड़ताल पर डटे हैं कार्यपालक सहायक

बता दें कि हड़ताल कर रहे कार्यपालक सहायकों की 8 सुत्रीय मांग है. वो इसे पूरा करने की सरकार से डिमांड कर रहे हैं.

  • कार्यपालक सहायकों को नियमित उच्च स्तरीय समिति के अनुशंसा मूल रूप से अक्षरशः लागू करने.
  • बिहार प्रशासनिक सुधार मिशन सोसायटी की 5 फरवरी को आयोजित 29 वीं बैठक की कार्य बाली की कंडिका 6, 7, 8 एवं 9 के लिए निर्णय को तत्काल प्रभाव से निरस्त करने.
  • सभी कार्यमुक्त कार्यपालक सहायकों को उच्च स्तरीय समिति की अनुशंसाओं के आलोक में तत्काल प्रभाव से अन्य विभागों में समायोजित करने.
  • कार्यपालक सहायकों की न्यूनतम शैक्षणिक योग्यता इंटर करते हुए सभी कार्यपालक सहायकों की सेवा सूचना एवं प्रावैधिकी विभाग अंतर्गत गठित सूचना पर प्रावैधिकी संवर्ग में शामिल करते हुए नियमितीकरण करने.
  • महिला कार्यपालक सहायकों को विशेष अवकाश की अनुमन्यता प्रभावी करने.
  • कार्यपालक सहायकों को देय 10 फीसदी वार्षिक मानदेय वृद्धि, 66 फीसदी अन्य भत्ता सहित और 5 वर्ष की सेवा उपरांत देय सेकंड ग्रेड लाभ भूतलक्षी प्रभाव से देय किया जाय.
  • साथ ही कार्यपालक सहायकों को यदि स्थानांतरित किया जाता है तो उन्हें भूतलक्षी प्रभाव से सरकारी सेवाकों के अनुरूप अनुमान भत्ता दिया जाए.
  • विभिन्न आंदोलन अवधि में कटौती किए गए मानदेय को अनुमन्य अवकाश में सामाजिक समायोजित कर कटौती किए गए मानदेय का भुगतान करने का मांग किया जा रहा है.
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