शेखपुराः गोपालगंज ट्रिपल मर्डर पर बिहार कि सियासत में उबाल आ गया है. आरजेडी नीतीश सरकार पर अटैकिंट मोड में है जबकि जेडीयू अपने नेता का बचाव कर रही है. वहीं, राज्य के प्रथम मुख्यमंत्री डॉ.श्री कृष्ण सिंह के प्रपौत्र सह प्रदेश आरजेडी महासचिव अनिल शंकर सिन्हा ने बिहार में सुशासन के नाम पर लोगों की भावनाओं से खिलवाड़ करने का आरोप लगाया है.
आरजेडी नेता ने जिला मुख्यालय में प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हुए कहा कि बिहार में कहीं भी सुशासन नहीं है. अनिल शंकर सिन्हा ने सीएम पर तंज कसते हुए कहा कि सुशासन बाबू के विधायक ही गुड गवर्नेंस को ठेंगा दिखाने पर तुले हुए हैं. उन्होंने कहा कि अगर बिहार में सुशासन की सरकार रहती तो गोपालगंज ट्रिपल मर्डर में जेडीयू विधायक अमरेंद्र कुमार पांडे उर्फ पप्पू पांडे अब तक सलाखों के पीछे होते. खानापूर्ति करने के लिए सिर्फ विधायक के भतीजे और उसके पिता को गिरफ्तार किया गया है. जबकि मुख्य आरोपी अभी भी खुलेआम बाहर घूम रहे हैं.
जेडीयू विधायक पर कार्रवाई की मांग
आरजेडी नेता का कहना है कि जिंदगी और मौत से जूझ रहे पीड़ित जेपी यादव मीडिया के सामने विधायक पर गोली मारने का बयान कई बार दिया है. लेकिन आज तक उनकी गिरफ्तारी नहीं हो सकी. वहीं, शेखपुरा के जदयू विधायक रणधीर कुमार सोनी पर भी प्रवासी मजदूरों से असंवैधानिक भाषा का प्रयोग करने पर कड़ा विरोध जताया है. अनिल शंकर सिन्हा ने जेयू विधायक पर निशाना साधते हुए कहा कि वो खुद को राजा समझ बैठे हैं. रोजगार मांगने पर गाली देकर अपमान किया जाता है. उन्होंने कहा कि सुशासन बाबू के विधायक या तो गाली या फिर गोलियों से बात कर रहे हैं.