शेखपुरा: बिहार के शेखपुरा जिले में ई-रिक्शा चालकों की हड़ताल से लोगों की परेशानी (Trouble Due To E rickshaw Drivers Strike) बढ़ गई है. दरअसल, जिला प्रशासन दबाव कायम करने के उद्देश्य से जिला मुख्यालय के करीब 800 ई-रिक्शा चालक किराया बढ़ाने की मांग को लेकर हड़ताल पर चले गये हैं. इसके कारण सड़कों पर लोगों को वाहन नहीं मिल पा रहा है.
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सभी ई-रिक्शा चालक अपने रिक्शे को गिरिहिंडा स्थित नए बस स्टैंड में जमा होकर अपनी मांग मनवाने के लिए (Strike To Increase Fare) प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी की. वहीं, लोगों का कहना है कि रिक्शा चालक जान-बूझकर ज्यादा किराया लेते हैं. किराया बढ़ाने की उनकी मांग पूरी तरह से अवैध है. वहीं, स्थानीय लोगों ने किराया बढ़ाने का पुरजोर विरोध किया है. ई-रिक्शा चालक संघ द्वारा मनमाने तरीके से किराया बढ़ाने को लेकर हड़ताल के जरिए अपनी बात मनवाने को लेकर ये हड़ताल शुरू किया गया है.
वहीं, हड़ताल के कारण स्टेशन, कटरा बाजार, कचहरी एवं गिरिहिंडा सहित अन्य रूटों पर ई-रिक्शा का परिचालन बंद है. स्थानीय लोगों का आरोप है कि बिजली से चार्ज होकर चलने वाली ई-रिक्शा का किराया बढ़ाने की मांग अवैध है. इसको लेकर चालक संघ मनमानी कर रहा है. स्थानीय लोगों के मुताबिक शेखपुरा में अधिकांश ई-रिक्शा चालक बिना निबंधन कराए अवैध तरीके से अपने ई-रिक्शा का परिचालन करते है. जिसमें ज्यादातर नाबालिग ड्राइवर हैं.
गौरतलब है कि इससे पूर्व चांदनी चौक से गिरिहिंडा चौक से भाड़ा महज 5 रुपए था. जिसे तत्कालीन एसडीओ सुबोध कुमार ने 10 रुपए कर दिया था. अब ई-रिक्शा चालक यात्रियों से 20 रुपए वसूल रहे हैं. यदि किसी को गिरिहिंडा चौक जाना होता है तो उक्त ई-रिक्शा चालक शेखपुरा रेलवे स्टेशन तक ही जाने की बात कहते हैं और चांदनी चौक से शेखपुरा रेलवे स्टेशन का भाड़ा 10 रुपए वसूलते हैं. वहीं, शेखपुरा रेलवे स्टेशन से गिरिहिंडा चौक तक जाने का 10 रुपए एक्स्ट्रा भाड़ा वसूलते हैं. इस तरह से ई-रिक्शा चालक 20 रुपए तक एक यात्री से भाड़ा वसूल करते हैं. जिसके कारण यात्रियों और ई-रिक्शा चालक में अक्सर झड़प होते रहती है.
जिले में कुल 551 ई-रिक्शा निबंधित हैं. इस बाबत जिला परिवहन पदाधिकारी मनोज कुमार से इस मामले को लेकर पूछा गया तो उन्होंने बताया कि जनवरी 2011 से लेकर नवंबर 2021 तक जिले में कुल 551 ई-रिक्शा का निबंधन किया गया है. जबकि जिले में ई- रिक्शा की संख्या इससे कहीं ज्यादा है. जिसको लेकर जल्द ही बिना निबंधन के परिचालन किये जा रहे ई रिक्शा चालकों के विरुद्ध कार्रवाई की जाएगी.
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