शेखपुरा : साइंस फॉर सोसाइटी बिहार एवं राष्ट्रीय बाल विज्ञान कांग्रेस-2020 के तत्वावधान में आयोजित जिला स्तरीय बाल विज्ञान कांग्रेस का आयोजन प्लस टू उच्च विद्यालय बरबीघा में किया गया. इस अवसर पर मुख्य अतिथि के रूप में जिला कार्यक्रम पदाधिकारी सतीश कुमार ने भाग लिया. कार्यक्रम की शुरुआत आए हुए अतिथियों ने दीप प्रज्वलित कर की.
प्रतियोगिता में ऑनलाइन तथा ऑफलाइन मिलाकर कुल 42 बाल वैज्ञानिकों ने भाग लिया, जिनमें 5 बाल वैज्ञानिकों का चयन राज्य स्तरीय प्रतियोगिता में भाग लेने के लिए किया गया. चयनित बाल वैज्ञानिक में आदर्श टाउन उच्च विद्यालय बरबीघा के शिवम कुमार, डीएम मॉडल स्कूल शेखपुरा के आदित्य कुमार, +2 उच्च विद्यालय बरबीघा के आराध्या श्री एवं ईशा कुमारी तथा संस्कार पब्लिक स्कूल वैष्णवी कुमारी का नाम शामिल रहा.
बच्चों को दिया गया पुरस्कार
वहीं, बेहतर प्रदर्शन के लिए प्लस टू उच्च विद्यालय बरबीघा को प्रथम पुरस्कार, रामप्रसाद भगवती चरण आदर्श टाउन उच्च विद्यालय बरबीघा को द्वितीय पुरस्कार तथा डीएम उच्च विद्यालय शेखपुरा को तृतीय पुरस्कार और संस्कार पब्लिक स्कूल को सांत्वना पुरस्कार से सम्मानित किया गया. जिला समन्वयक आचार्य गोपाल जी ने बताया की इस वर्ष का मुख्य विषय सतत् जीवन हेतु विज्ञान था और उप विषय सतत् जीवन हेतु पारितंत्र, सतत् जीवन हेतु उचित प्रौद्योगिकी, सतत् जीवन हेतु सामाजिक नवाचार, सतत् जीवन हेतु निरुपण, विकास माॅडलिंग एवं योजना बनाना एवं सतत् जीवन हेतु पारंपरिक ज्ञान प्रणाली था. कार्यक्रम के निर्णायक मंडल में रिटायर्ड शिक्षक राजकुमार प्रसाद सिंह, अमित कुमार, डॉ.कल्पना कुमारी एवं नीतू कुमारी शामिल रहे.
जरूरी हैं इस तरह के कार्यक्रम
बच्चों को अपने सम्बोधन में जिला कार्यक्रम पदाधिकारी ने कहा कि विज्ञान बच्चों को जागरूक बनाता है तथा बच्चों के सर्वांगीण विकास के लिए इस तरह के कार्यक्रम होना चाहिए. इसमें बच्चों तथा शिक्षकों को पूरे मनोयोग से कार्य करना चाहिए. जिला माध्यमिक शिक्षक संघ के अध्यक्ष रवि कुमार ने कहा की बाल वैज्ञानिक खेल-खेल में कुछ नया कर जाते हैं, जो बड़ों के लिए भी सीखने योग्य होता है. उन्होंने कहा कि मैं तो इन बच्चों की प्रतिभा देखकर आश्चर्यचकित हूं. इतनी छोटी उम्र में इतना शोध पूर्ण कार्य वास्तव में तारीफ के काबिल है.