शेखपुरा: बिहार में कोरोना (COVID-19) के मामलों में वृद्धि का दौर लगातार जारी है. यहां कोरोना की तीसरी लहर (Third Wave Of Corona) और ओमीक्रॉन की आशंका के बीच कोरोना विस्फोट हुआ है. शेखपुरा में एक साथ 13 बच्चे कोरोना पॉजिटिव ( Children Corona Positive In Sheikhpura ) मिले हैं. सभी बच्चे कोरोना पॉजिटिव शिक्षक से संक्रमित हुए हैं. एक साथ इतने केस सामने आने से स्वास्थ्य विभाग में हड़कंप मच गया.
ये भी पढ़ें: शेखपुरा में एक ही परिवार के 6 लोग कोरोना पॉजिटिव, पड़ोसियों की भी हो रही है जांच
बता दें कि एक शिक्षक की लापरवाही के कारण सदर प्रखंड के कैथवां गांव में कोरोना विस्फोट हुआ है. जिसमें एक दर्जन से अधिक बच्चे कोरोना संक्रमित पाए ( children infected by teacher in sheikhpura ) गए हैं. जिससे स्वास्थ्य विभाग, जिला प्रशासन और पूरे गांव में हड़कंप का माहौल बना हुआ है. जिसके बाद आनन-फानन में स्वास्थ्य विभाग की टीम सोमवार को गांव में कोरोना जांच शिविर लगाकर उक्त शिक्षक के द्वारा पढ़ाए जा रहे सभी बच्चों का कोरोना जांच किया गया. जिसमें कुल 13 बच्चे संक्रमित मिले. वहीं, स्वास्थ्य विभाग के द्वारा कोरोना के तीसरी लहर से निपटने के लिए कोविड वार्ड नहीं बनाने के कारण सभी बच्चों को होम आइसोलेशन में ही रखा गया है.
दरअसल, 23 दिसंबर को कोरोना संक्रमित मिले शिक्षक अभिषेक कुमार घर-घर जाकर बच्चों को होम ट्यूशन पढ़ाता था. जहां वह दर्जनों बच्चों को प्रारंभिक शिक्षा दे रहा था. लेकिन उक्त शिक्षक की लापरवाही के कारण अब तक 18 बच्चे संक्रमित पाए गए हैं. वही, संक्रमित शिक्षक की मां भी संक्रमित पायी गयी है. इस दौरान उक्त शिक्षक द्वारा लापरवाही का परिचय देते हुए बैंगलोर फरार हो गया है. जिस पर जिला प्रशासन के द्वारा कार्रवाई की बात की जा रही है.
ये भी पढ़ें: नरकटियागंज में स्वास्थ्य विभाग की लापरवाही: दूसरी खुराक लिए बिना वैक्सीन लेने का मिला सर्टिफिकेट
सिविल सर्जन डॉ.पृथ्वीराज ने इसकी पुष्टि करते हुए बताया कि कैथवां गांव में संक्रमित की सूचना मिलने पर शिविर लगाकर बच्चे और उनके परिजनों का जांच किया गया. जहां रविवार को पांच बच्चे और सोमवार को कुल 13 बच्चे संक्रमित मिले है. उन्होंने कहा कि सभी का जांच एंटीजन के माध्यम से किया गया. वहीं, सभी लोगों का सैम्पल लेकर जांच हेतु पटना भेजा जा रहा है. सीएस ने कहा कि कैथवां गांव को कंटेंटमेंट जोन घोषित करते हुए सील किया जाएगा. इसकी प्रक्रिया शुरू कर दी गई है.
सीएस डॉ.पृथ्वीराज ने कहा कि सोमवार को एक साथ 13 संक्रमित मिलने के कैथवां गांव को कंटेनमेंट जोन घोषित करते हुए सील करने की प्रक्रिया शुरू की जा रहा है. इसके साथ ही जिला प्रशासन के द्वारा कोविड नियम का पालन कराने को लेकर सुरक्षा बल को भी तैनात किया जाएगा. वहीं, संक्रमित बच्चे को होम आइसोलेशन में रखा गया है. दरअसल स्वास्थ्य विभाग उदासीन रवैया के कारण अब तक संक्रमण से बचाव को लेकर किसी प्रकार की व्यवस्था नहीं की गई है. जिसके कारण मजबूरन सभी बच्चों को होम आइसोलेशन में ही रखकर स्वास्थ्य विभाग नजर रख रही है.
23 दिसंबर को संक्रमित मिले युवक बिना किसी सूचना अपने भाई के हार्ट का ऑपरेशन कराने को लेकर बैंगलोर फरार हो चुका है. जिसको लेकर प्रशासन के द्वारा कार्रवाई करने की बात कही जा रही है. दरअसल, कैथमा गांव निवासी शिक्षक अभिषेक कुमार के संक्रमित होने के कारण ही गांव के बच्चे कोरोना संक्रमण के शिकार हुए हैं. इस लापरवाही से ग्रामीणों में भी शिक्षक के प्रति काफी आक्रोश देखा जा रहा है. वही स्वास्थ्य विभाग के अनुसार शिक्षक की अब तक कोई ट्रैवल हिस्ट्री की जानकारी नहीं मिली है, आखिर वह शिक्षक किस प्रकार से कोरोना संक्रमण के चपेट में आया है. लेकिन कयास लगाया जा रहा है कि किसी शादी-विवाह कार्यक्रम में भाग लेने पर वह संक्रमित हुआ है.
सदर प्रखंड के साथ-साथ घाटकुसुम्भा और बरबीघा में भी कोरोना अपना पांव पसारना शुरू कर दिया गया दिया है. दरअसल, घाटकुसुम्भा में भी एंटीजन के माध्यम से एक संक्रमित और बरबीघा थाना चौक के पास लगाए गए शिविर में भी एक संक्रमित मरीज की पुष्टि की गई है. स्वास्थ्य विभाग से मिली जानकारी के अनुसार, बरबीघा थाना चौक के पास लगाए गए कोरोना जांच शिविर में एक संक्रमित पाया गया. लेकिन संक्रमित नालंदा जिले के सरमेरा थाना का बताया गया है जो बरबीघा बाजार में खरीदारी करने के लिए आता था. जिसको लेकर स्वास्थ्य विभाग पूरी तरह से अलर्ट हो गई है.
ये भी पढ़ें: ओमीक्रोन को लेकर IMA की सलाह: डरने की जरूरत नहीं, मास्क और हैंड सैनिटाइजर का करते रहे प्रयोग
वहीं, बिहार का राजधानी पटना समेत कुछ जिलों में संक्रमितों की संख्या में बढ़ोतरी (Number Of Corona Cases In Patna) देखी जा रही है. ऐसे में बिहार सरकार की भी चिंता बढ़ गयी है.
विश्वसनीय खबरों के लिए डाउनलोड करें ETV BHARAT APP