शेखपुराः बरसात शुरू होते ही जिले की सड़कों की स्थिति बद से बदतर हो गई है. कीचड़ और गड्ढों में जलजमाव के कारण लोगों को आवागमन में काफी परेशानी हो रही है. वाहनों का चलना तो दूर इन मार्गों पर पैदल चलना भी दूभर हो गया है.
सड़कों का हालत हुई बदतर
जिला मुख्यालय से सटे नगर परिषद क्षेत्र के वार्ड नं 10 और 11 का हाल काफी बुरा है. जिले के सुदूर ग्रामीण इलाकों की स्थिति भी कमोबेश ऐसी ही है. घाटकुसुम्भा प्रखंड के पानापुर गांव को प्रखंड मुख्यालय से जोड़ने वाली सड़क की हालत देखकर लोग डर जाते हैं. इस मार्ग पर चलने में पैर धंस जाता है. किचड़ में गिरने का डर लोगों को सताता है.
जगह-जगह गड्ढों में जाम हुआ पानी
वहीं, बाइक और साइकिल सवारों के लिए तो और भी मुसीबत है. अगर भूल से भी उस रास्ते से गुजरे तो कीचड़ में सराबोर होना लाजिमी है. नगर परिषद बरबीघा के एनएच 82 की हालात भी बहुत गंभीर है. इस मार्ग पर जगह-जगह गड्ढों में जलजमाव हो गया है. इससे आए दिन बाइक और साईकिल सवार गंदे पानी में गिरकर दुर्घटना के शिकार हो रहे हैं.
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'नहीं होती नाले की साफ सफाई'
लोगों का कहना है कि नगर परिषद के जरिए समय-समय पर नाले की साफ सफाई नहीं किए जाने के कारण हल्की बारिश में ही नाले के पानी सड़कों पर बहना शुरू हो जाता है. जिसके कारण राहगीरों को सड़कों पर चलना दूभर हो गया है. बारिश खत्म होते ही नालियों का सारा कीचड़ सड़क पर आ जाता है. जिसके दुर्गंध और जहां-तहां फैली गंदगी से बाजार वालों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता है.
नगर परिषद के अपने हैं दावे
वहीं, शहर की साफ-सफाई को लेकर नगर परिषद के जरिए बड़े-बड़े दावे किए जा रहे हैं. नगर परिषद के अधिकारियों के मुताबिक बरसात आने के पहले ही पानी निकासी को लेकर सभी तरह की तैयारियां की जा चुकी हैं. लेकिन बरसात की पहली बारिश में ही नगर परिषद के सारे दावों की पोल खोल दी है.