शेखपुरा: बिहार के शेखपुरा जिले में विधानसभा अध्यक्ष विजय कुमार सिन्हा (Assembly Speaker Vijay Kumar Sinha) के साथ प्रोटोकॉल में लापरवाही का मामला सामने आया है. वे अपने दो दिवसीय दौरे पर शेखपुरा पहुंचे थे. इसके लिए विधानसभा अध्यक्ष के शेखपुरा आने का कार्यक्रम एक सप्ताह पूर्व जिले को भेज दिया गया था, लेकिन इसके बाद भी उनके आगमन के दो दिन पूर्व से जिले के वरीय अधिकारी जिलाधिकारी इनायत खान और एसपी कार्तिकेय के.शर्मा अवकाश पर चले गए और प्रोटोकॉल के लिए जूनियर अधिकारियों को लगा दिया.
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विधानसभा अध्यक्ष के शेखपुरा आने पर डीएम और एसपी के उपस्थित नहीं होने से वे नाराज हो गये. विधानसभा अध्यक्ष ने इस बात को लेकर नाराजगी व्यक्त करते हुए अधिकारियों की बैठक में विधानसभा के सचिव को निर्देश दिया कि बैठक में अनुपस्थित रहने वाले और प्रोटोकॉल का उल्लंघन करने वाले अधिकारीयों से स्पष्टीकरण पूछा जाए.
दरअसल, बैठक की शुरुआत में ही शेखपुरा विधायक विजय सम्राट (Sheikhpura MLA Vijay Samrat) ने कहा कि विधानसभा अध्यक्ष के प्रोटोकॉल का उल्लंघन कर अपमान हुआ है. इसे संज्ञान में लिया जाए. इस पर तुरंत विधानसभा अध्यक्ष ने माइक अपने हाथ में लेते हुए कहा कि प्रोटोकॉल का उल्लंघन विशेषाधिकार का हनन है. इसे कतई बर्दाश्त नहीं किया जा सकता है. उन्होंने विधानसभा सचिव से कहा कि इस संबंध में अविलंब पत्र लिखकर अनुपस्थित अधिकारियों से पूछे कि उनके कार्यक्रम आने के पूर्व अधिकारी छुट्टी पर गए थे, या कार्यक्रम की जानकारी मिलने के बाद.
विधानसभा अध्यक्ष विजय कुमार सिन्हा ने कहा कि विशेषाधिकार हनन की छूट किसी को नहीं दी जाएगी और जो ऐसा करेंगे, वह बख्से नहीं जाएंगे. चाहे वह कितना भी बड़ा अधिकारी क्यों न हो. विधानसभा अध्यक्ष के इस कड़े तेवर के बाद अधिकारियों में चर्चाओं का बाजार गर्म हो गया है. चर्चा यह भी है कि एक राजनीतिक साजिश के तहत विधानसभा अध्यक्ष को अपमानित करने की नीयत से डीएम और एसपी छुट्टी पर चले गए थे.
बताया जा रहा है कि प्रोटोकॉल उल्लंघन का यह मामला विधानसभा के आगामी सत्र में गूंज सकता है. इस संबंध में स्थानीय विधायक विजय सम्राट ने कहा कि शेखपुरा के कुछ अधिकारी अपने आप को लोकतंत्र में सबसे ऊपर समझते हैं और जन प्रतिनिधियों का अपमान करने में अपनी शान समझते हैं, लेकिन वह यह भूल कर बैठे हैं कि लोकतंत्र में विधायिका, कार्यपालिका से ऊपर है. लिहाजा सही लोकतंत्र में तीनों स्तंभों में सामंजस्य आवश्यक है और प्रोटोकॉल का पालन करना हम सभी का दायित्व और कर्तव्य भी है.
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