शिवहरः बिहार में राजनीति ( Politics In Bihar ) करना जितना कठिन है, उतना ही असुरक्षित भी. यह इसलिए कि बीते 8 महीने के दौरान एक राजनीतिक परिवार के 2 लोगों की अपराधियों ने हत्या कर दी. विधानसभा चुनाव-2020 के दौरान अपराधियों ने प्रत्याशी नारायण सिंह की हत्या कर दी थी, वहीं बुधवार को उनके भाई नवल किशोर सिंह को अपराधियों ने मुजफ्फरपुर में गोलियाें से भून दिया.
इसे भी पढे़ं-पंचायत चुनाव से पहले मुजफ्फरपुर में खूनी वारदात, मुखिया के भाई को दिनदहाड़े मारी 12 गोली
4 भाइयों में से 2 की हत्या
शिवहर के श्यामपुर भटहा थाना क्षेत्र के नयागांव निवासी नारायण सिंह चार भाई थे. लेकिन दो भाइयों की 8 महीने के भीतर हत्या की जा चुकी है. विधासभा चुनाव 2020 के प्रत्याशी रहे नारायण सिंह की चुनाव के वक्त अपराधियों ने शिवहर के कोल्हू ठीकहा में हत्या कर दी थी. बचे दो भाइयों में से एक सत्यनारायण सिंह ने बताया कि उनके दूसरे भाई नवकिशोर सिंह जब अपने मुजफ्फरपुर स्थित घर से बाहर निकले तो अपराधियों ने उनपर गोलियां बरसा दी. जिससे उनकी मौत हो गई.
दोनों भाइयों का रहा है आपराधिक इतिहास
बताया जाता है कि आपराधिक घटनाओं में मारे गए दोनों भाई नारायण सिंह का और नवल किशोर सिंह का पहले से आपराधिक इतिहास रहा है. नवल किशोर सिंह को हत्या के मामले में पुलिस तलाश कर रही थी. वहीं नारायण सिंह पर मुजफ्फरपुर, सीतामढ़ी, शिवहर और पूर्वी चंपारण में दर्जनों मामले चल रहे थे.
तिहाड़ जेल से रची गई हत्या की साजिश
बताया जाता है कि नारायण सिंह की दुश्मनी ठेकेदारी को लेकर संतोष झा से थी. लेकिन संतोष झा की मौत के बाद गिरोह की कमान संभालते हुए तिहाड़ जेल में बंद विकास झा उर्फ कालिया ने नारायण सिंह की हत्या की साजिश रची थी. बता दें कि नारायण सिंह नयागांव से मुखिया के साथ-साथ जिला पार्षद भी रह चुके थे. चार भाइयों में नारायण सिंह सबसे छोटे थे.
इसे भी पढ़े- बेगूसराय: गैंगवार में मारा गया कुख्यात सुनील निषाद, वर्षों से थी पुलिस को तलाश
नवल किशोर सिंह की हत्या के बाद पुलिस ने नयागांव में सुरक्षा बढ़ा दी गई है. हर आने-जाने वाले लोगों पर कड़ी नजर रखी जा रही है.