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शिवहर में उन्मुखीकरण कार्यशाला, स्कूली छात्राओं को दी गई एड्स से बचाव की जानकारी - प्रोजेक्ट बालिका उच्च विद्यालय

शिवहर में प्रोजेक्ट बालिका उच्च विद्यालय परिसर में उन्मुखीकरण कार्यशाला का आयोजन किया गया. इस दौरान छात्राओं को जानलेवा बीमारी एड्स (AIDS) से बचाव की जानकारी दी गई. पढ़ें रिपोर्ट..

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Published : Sep 30, 2021, 11:00 PM IST

शिवहर: बिहार के शिवहर में एड्स (AIDS) जैसी संक्रामक बीमारी की जानकारी को लेकर स्कूली छात्राओं को सिविल सर्जन आरपी सिंह के निर्देश पर जिला मुख्यालय स्थित प्रोजेक्ट बालिका उच्च विद्यालय परिसर में बिहार राज्य एड्स नियंत्रण समिति पटना (Bihar State AIDS Control Committee Patna) के अंर्तगत अहाना एचएलएफपीपीटी के तत्वाधान में उन्मुखीकरण कार्यशाला का आयोजन किया गया.

ये भी पढ़ें- विश्व रोगी सुरक्षा दिवस पर कार्यशाला, 'प्रेगनेंसी के दौरान महिलाओं को विशेष देखभाल की जरूरत'

जिला एड्स नियंत्रण पदाधिकारी ने एड्स बीमारी क्या है, यह कैसे फैलता है और इसके बचने के लिए क्या सावधानी बरतनी चाहिए, इसके बारे मे बच्चियों को विस्तार में जानकारी दी और कहा कि जरा सी असावधानी से भारी नुकसान हो सकता है. इससे जान भी जा सकती है. हमें साफ सुथरा रहना चाहिए और गंदगी से बचना चाहिए.

मौके पर जिला एड्स नियंत्री पदाधिकारी डॉ. जेड जावेद, डीआईएस मधुबाला, प्रोजेक्ट अहाना के स्टेट प्रोग्राम मैनेजर अविनाश खन्ना, प्रोग्राम ऑफिसर सुजीत कुमार, फील्ड ऑफिसर अमरेन्द्र कुमार के द्वारा ईएमटीसीटी और एचआईवी जागरूकता अभियान के तहत प्रोजेक्ट बालिका उच्च विद्यालय के बच्चियों के बीच उन्मुखीकरण कार्यक्रम सह जागरूकता अभियान का आयोजन किया गया.

ये भी पढ़ें- एचआईवी पीड़ितों में कोविड-19 संक्रमण का खतरा 24 प्रतिशत ज्यादा : अध्ययन

बता दें कि एक अध्ययन में पता चला है कि एचआईवी से पीड़ित लोगों में कोरोना संक्रमण का खतरा 24 प्रतिशत ज्यादा है. ये अध्ययन इसलिए भी महत्वपूर्ण है, क्योंकि भारत में एचआईवी और एड्स से पीड़ित लोगों की कुल संख्या करीब 21.40 लाख है. एचआईवी का प्रसार लगभग 0.22 प्रतिशत है.

अध्ययन में कहा गया है कि 'कोविड-19 महामारी ने दुनिया भर में एचआईवी की रोकथाम और उपचार सेवाओं को बाधित कर दिया है, जिससे आवश्यक गतिविधियों की निरंतरता के लिए बड़ी चुनौतियां पैदा हो गई हैं. हमने एचआईवी (HIV) से पीड़ित लोगों में कोविड-19 की सबसे प्रासंगिक विशेषताओं की समीक्षा की है और उन विषयों पर प्रकाश डाला है जहां आगे के शोध की आवश्यकता है.'

शिवहर: बिहार के शिवहर में एड्स (AIDS) जैसी संक्रामक बीमारी की जानकारी को लेकर स्कूली छात्राओं को सिविल सर्जन आरपी सिंह के निर्देश पर जिला मुख्यालय स्थित प्रोजेक्ट बालिका उच्च विद्यालय परिसर में बिहार राज्य एड्स नियंत्रण समिति पटना (Bihar State AIDS Control Committee Patna) के अंर्तगत अहाना एचएलएफपीपीटी के तत्वाधान में उन्मुखीकरण कार्यशाला का आयोजन किया गया.

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जिला एड्स नियंत्रण पदाधिकारी ने एड्स बीमारी क्या है, यह कैसे फैलता है और इसके बचने के लिए क्या सावधानी बरतनी चाहिए, इसके बारे मे बच्चियों को विस्तार में जानकारी दी और कहा कि जरा सी असावधानी से भारी नुकसान हो सकता है. इससे जान भी जा सकती है. हमें साफ सुथरा रहना चाहिए और गंदगी से बचना चाहिए.

मौके पर जिला एड्स नियंत्री पदाधिकारी डॉ. जेड जावेद, डीआईएस मधुबाला, प्रोजेक्ट अहाना के स्टेट प्रोग्राम मैनेजर अविनाश खन्ना, प्रोग्राम ऑफिसर सुजीत कुमार, फील्ड ऑफिसर अमरेन्द्र कुमार के द्वारा ईएमटीसीटी और एचआईवी जागरूकता अभियान के तहत प्रोजेक्ट बालिका उच्च विद्यालय के बच्चियों के बीच उन्मुखीकरण कार्यक्रम सह जागरूकता अभियान का आयोजन किया गया.

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बता दें कि एक अध्ययन में पता चला है कि एचआईवी से पीड़ित लोगों में कोरोना संक्रमण का खतरा 24 प्रतिशत ज्यादा है. ये अध्ययन इसलिए भी महत्वपूर्ण है, क्योंकि भारत में एचआईवी और एड्स से पीड़ित लोगों की कुल संख्या करीब 21.40 लाख है. एचआईवी का प्रसार लगभग 0.22 प्रतिशत है.

अध्ययन में कहा गया है कि 'कोविड-19 महामारी ने दुनिया भर में एचआईवी की रोकथाम और उपचार सेवाओं को बाधित कर दिया है, जिससे आवश्यक गतिविधियों की निरंतरता के लिए बड़ी चुनौतियां पैदा हो गई हैं. हमने एचआईवी (HIV) से पीड़ित लोगों में कोविड-19 की सबसे प्रासंगिक विशेषताओं की समीक्षा की है और उन विषयों पर प्रकाश डाला है जहां आगे के शोध की आवश्यकता है.'

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