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'कोरोना जात देखकर नहीं होता है तो नेता भी जात देखकर नहीं चुना जाना चाहिए'- प्रशांत किशोर

चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर (Election Strategist Prashant Kishor) शिहर में पदयात्रा कर रहे हैं. इसी के तहत वो शिवहर में हैं. जन सुराज पद यात्रा के 83वें दिन की शुरुआत शिवहर स्थित पदयात्रा शिविर में सर्वधर्म प्रार्थना से हुई. इसके बाद प्रशांत किशोर सैकड़ों पदयात्रियों के साथ किसान मैदान से निकले और पदयात्रा के दौरान कई सभा को संबोधित किया. इस दौरान उन्होंने बिहार सरकार के साथ-साथ बीजेपी पर जमकर निशाना साधा. पढ़ें पूरी खबर...

चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर
चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर
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Published : Dec 23, 2022, 9:01 PM IST

शिवहर में जन सुराज यात्रा के तहत प्रशांत किशोर ने कई सभाओं को किया संबोधित

शिवहर: बिहार के शिवहर में चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर (Election Strategist Prashant Kishor In Sheohar) पद यात्रा कर रहे हैं. इस दौरान उन्होंने कई सभाओं को संबोधित किया. इस दौरान उन्होंने भारतीय जनता पार्टी (Bharatiya Janata Party) और राष्ट्रीय जनता दल (Rashtriya Janata Dal) पर जमकर करारा हमला बोला. सभा को संबोधित करते हुए उन्होंने किसानों की समस्या को उठाया. कहा कि आज पंजाब के किसानों की हालत बिहार से अच्छी क्यों है?, वो इसलिए है क्योंकि वो अपने हक के लिए लड़ना जानते हैं. पूरे देश की जनता ने प्रधानमंत्री द्वारा लाए गए कृषि बिल पर देखा था कि कैसे पंजाब-हरियाणा के किसानों ने चक्का जाम कर दिया था, और सरकार को आखिरी में झुकना पड़ा था. अगर आज बिहार के किसान सड़क पर बैठ जाएं तो कल सरकार को झुकना पड़ेगा और सरकार चावल, गेहूं, गन्ना सही कीमत पर खरीदना शुरू कर देगी.

ये भी पढ़ें- बोले प्रशांत किशोर- 'केवल बिहार में ही जाति पर वोटिंग नहीं होती, दूसरे राज्य हमसे कम नहीं'

शिवहर में प्रशांत किशोर की पदयात्रा : शिवहर में आज प्रशांत किशोर की पदयात्रा का आठवां दिन है. दिनभर के पदयात्रा के दौरान प्रशांत किशोर 4 आम सभाओं को संबोधित किया और 8 पंचायत, 14 गांव से गुजरते हुए 20 किमी की पदयात्रा तय किया. इसके साथ ही प्रशांत किशोर स्थानीय लोगों के साथ संवाद स्थापित किया. उन्होंने सभा को संबोधित करते हुए कहा कि आजादी के समय तमिलनाडु और बिहार एक बराबर राज्य थे. आज 75 वर्ष में तमिलनाडु बिहार से 6 गुना बड़ा हो गया और बिहार वहीं का वहीं रह गया. बिहार की जनता हर दिन अपने दुख की बातें करती है, लेकिन जिस दिन चुनाव आता है, उस दिन बस तीन-चार चीजों पर ही वोट करती है.

'जात-पात, हिंदू-मुसलमान, और भारत-पाकिस्तान के नाम पर ही वोट करती है. अगर कोरोना जात देखकर नहीं होता है तो नेता भी जात देखकर नहीं चुना जाना चाहिए. आप जात पर वोट देते रहेंगे तो बिहार की स्थिति और बर्बाद होती रहेगी. आज बिहार में बस दो ही दलों का राज है, मोदी जी की भाजपा और लालू जी का लालटेन. नीतीश कुमार का तो कोई भरोसा नहीं है. जनता आज तक समझ नहीं पा रही है कि नीतीश कुमार किधर के हैं?. आज अगर कोई भी आदमी यह बता रहा है कि हमको वोट दीजिए, हम सब ठीक कर देंगे तो इसमें बस दो ही बातें हो सकती है, या तो वो आदमी मुर्ख है या उसको पता नहीं है कि समस्या कितनी बड़ी है. वो सबको मूर्ख बना रहा है. जीतने के बाद वो कुछ नहीं करने वाला. बिहार की जनता बस कह कर रह जाएगी की हम नेता को सबक सिखाएंगे और अपने स्थिति में सुधार लायेंगे पर ऐसा कुछ नहीं है.' - प्रशांत किशोर, चुनावी रणनीतिकार

प्रशांत किशोर ने BJP और RJD पर साधा निशाना : जन सुराज पदयात्रा के दौरान शाहपुर गांव की आमसभा में प्रशांत किशोर ने किसानों पर चर्चा करते हुए कहा कि बिहार की जनता धान 2040 रुपए के बजाए 1400 से 1500 रुपए में बेच रही है. जिसका नतीजा यह यह है कि लोगों को अपना कर्ज चुकाने के लिए अपनी जमीन बेचनी पड़ रही है. गलती सरकार से ज्यादा किसान की है. क्या कभी बिहार के किसान धरना पर बैठे हैं, और मांग की है कि जब तक सरकार उनकी धान 2050 रुपये की कीमत पर नहीं खरीदेंगे तब तक वो धरना से नहीं हटेंगे.

सभा में प्रशांत किशोर ने किसानों की समस्या को उठाया : उन्होंने किसानों की समस्या को उठाते हुए कहा कि आज पंजाब के किसानों की हालत बिहार से अच्छी क्यों है?, वो इसलिए है क्योंकि वो अपने हक के लिए लड़ना जानते हैं. बता दें कि जन सुराज पदयात्रा माधोपुर, अनन्त, जहांगीरपुर, बड़ा परसौनी, नयागांव पूर्वी, श्यामपुर होते हुए मकसुदपुर कररिया पंचायत के लालगढ़ हाई स्कूल में रात्रि विश्राम के लिए पहुंची. प्रशांत किशोर अब तक पदयात्रा के माध्यम से लगभग 950 किमी से अधिक पैदल चल चुके हैं. इसमें 550 किमी से अधिक पश्चिम चंपारण में पदयात्रा हुई और पूर्वी चंपारण में अबतक 300 किमी और शिवहर में 100 किमी से अधिक पैदल चल चुके हैं.

शिवहर में जन सुराज यात्रा के तहत प्रशांत किशोर ने कई सभाओं को किया संबोधित

शिवहर: बिहार के शिवहर में चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर (Election Strategist Prashant Kishor In Sheohar) पद यात्रा कर रहे हैं. इस दौरान उन्होंने कई सभाओं को संबोधित किया. इस दौरान उन्होंने भारतीय जनता पार्टी (Bharatiya Janata Party) और राष्ट्रीय जनता दल (Rashtriya Janata Dal) पर जमकर करारा हमला बोला. सभा को संबोधित करते हुए उन्होंने किसानों की समस्या को उठाया. कहा कि आज पंजाब के किसानों की हालत बिहार से अच्छी क्यों है?, वो इसलिए है क्योंकि वो अपने हक के लिए लड़ना जानते हैं. पूरे देश की जनता ने प्रधानमंत्री द्वारा लाए गए कृषि बिल पर देखा था कि कैसे पंजाब-हरियाणा के किसानों ने चक्का जाम कर दिया था, और सरकार को आखिरी में झुकना पड़ा था. अगर आज बिहार के किसान सड़क पर बैठ जाएं तो कल सरकार को झुकना पड़ेगा और सरकार चावल, गेहूं, गन्ना सही कीमत पर खरीदना शुरू कर देगी.

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शिवहर में प्रशांत किशोर की पदयात्रा : शिवहर में आज प्रशांत किशोर की पदयात्रा का आठवां दिन है. दिनभर के पदयात्रा के दौरान प्रशांत किशोर 4 आम सभाओं को संबोधित किया और 8 पंचायत, 14 गांव से गुजरते हुए 20 किमी की पदयात्रा तय किया. इसके साथ ही प्रशांत किशोर स्थानीय लोगों के साथ संवाद स्थापित किया. उन्होंने सभा को संबोधित करते हुए कहा कि आजादी के समय तमिलनाडु और बिहार एक बराबर राज्य थे. आज 75 वर्ष में तमिलनाडु बिहार से 6 गुना बड़ा हो गया और बिहार वहीं का वहीं रह गया. बिहार की जनता हर दिन अपने दुख की बातें करती है, लेकिन जिस दिन चुनाव आता है, उस दिन बस तीन-चार चीजों पर ही वोट करती है.

'जात-पात, हिंदू-मुसलमान, और भारत-पाकिस्तान के नाम पर ही वोट करती है. अगर कोरोना जात देखकर नहीं होता है तो नेता भी जात देखकर नहीं चुना जाना चाहिए. आप जात पर वोट देते रहेंगे तो बिहार की स्थिति और बर्बाद होती रहेगी. आज बिहार में बस दो ही दलों का राज है, मोदी जी की भाजपा और लालू जी का लालटेन. नीतीश कुमार का तो कोई भरोसा नहीं है. जनता आज तक समझ नहीं पा रही है कि नीतीश कुमार किधर के हैं?. आज अगर कोई भी आदमी यह बता रहा है कि हमको वोट दीजिए, हम सब ठीक कर देंगे तो इसमें बस दो ही बातें हो सकती है, या तो वो आदमी मुर्ख है या उसको पता नहीं है कि समस्या कितनी बड़ी है. वो सबको मूर्ख बना रहा है. जीतने के बाद वो कुछ नहीं करने वाला. बिहार की जनता बस कह कर रह जाएगी की हम नेता को सबक सिखाएंगे और अपने स्थिति में सुधार लायेंगे पर ऐसा कुछ नहीं है.' - प्रशांत किशोर, चुनावी रणनीतिकार

प्रशांत किशोर ने BJP और RJD पर साधा निशाना : जन सुराज पदयात्रा के दौरान शाहपुर गांव की आमसभा में प्रशांत किशोर ने किसानों पर चर्चा करते हुए कहा कि बिहार की जनता धान 2040 रुपए के बजाए 1400 से 1500 रुपए में बेच रही है. जिसका नतीजा यह यह है कि लोगों को अपना कर्ज चुकाने के लिए अपनी जमीन बेचनी पड़ रही है. गलती सरकार से ज्यादा किसान की है. क्या कभी बिहार के किसान धरना पर बैठे हैं, और मांग की है कि जब तक सरकार उनकी धान 2050 रुपये की कीमत पर नहीं खरीदेंगे तब तक वो धरना से नहीं हटेंगे.

सभा में प्रशांत किशोर ने किसानों की समस्या को उठाया : उन्होंने किसानों की समस्या को उठाते हुए कहा कि आज पंजाब के किसानों की हालत बिहार से अच्छी क्यों है?, वो इसलिए है क्योंकि वो अपने हक के लिए लड़ना जानते हैं. बता दें कि जन सुराज पदयात्रा माधोपुर, अनन्त, जहांगीरपुर, बड़ा परसौनी, नयागांव पूर्वी, श्यामपुर होते हुए मकसुदपुर कररिया पंचायत के लालगढ़ हाई स्कूल में रात्रि विश्राम के लिए पहुंची. प्रशांत किशोर अब तक पदयात्रा के माध्यम से लगभग 950 किमी से अधिक पैदल चल चुके हैं. इसमें 550 किमी से अधिक पश्चिम चंपारण में पदयात्रा हुई और पूर्वी चंपारण में अबतक 300 किमी और शिवहर में 100 किमी से अधिक पैदल चल चुके हैं.

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