छपरा: जिला सदर अस्पताल और तरैया रेफरल अस्पताल में 20 वर्षों से फरार चल रहे 2 डॉक्टरों समेत 9 लोगों को सेवा से बर्खास्त कर दिया गया है. इसका फैसला शनिवार की शाम को आयोजित मंत्रिमंडल की बैठक में लिया गया. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की अध्यक्षता में आयोजित बैठक में मंत्रिमंडल निर्वाचन आयोग के निर्वाचन आयुक्त के पद पर नियुक्ति के लिए मुख्यमंत्री को अधिकृत किया गया.
इस क्रम में नालंदा में पदस्थापित तत्कालीन अवर निबंधक रामप्रवेश चौहान को सेवा से बर्खास्त कर दिया गया. वहीं छपरा सदर अस्पताल के डॉ. कामेश्वर नारायण दुबे को 11 जून 2001 से लगातार अनुपस्थित रहने के कारण हटा दिया गया. इसके साथ ही तरैया रेफरल अस्पताल के डॉ. अशोक कुमार को 3 अगस्त 2002 से लगातार अनुपस्थित रहने के कारण सेवा मुक्त करने का फैसला लिया गया.
इन डॉक्टरों को भी किया गया बर्खास्त
कैमूर के रामपुर प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के चिकित्सक डॉ. प्रीति शर्मा को 18 वर्षों से लगातार अनुपस्थित रहने के कारण बर्खास्त कर दिया गया. सीतामढ़ी के नानपुर प्रखंड के माली बाजार अतिरिक्त प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के डॉ. विनय ओझा को 8 वर्षों से लगातार अनुपस्थित रहने के कारण सेवा मुक्त कर दिया गया.
सीतामढ़ी के डुमरा प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के चिकित्सक डॉ. साधना कुमारी को 3 जनवरी 2012 से लगातार अनुपस्थित रहने के कारण हटाया गया. वहीं, पूर्णिया के डगरूआ ब्लॉक के अतिरिक्त प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र साईं तनवीर को 9 अगस्त 2001 से लगातार अनुपस्थित रहने के कारण भी कार्य मुक्त कर दिया गया है.